जयपुर 07 जून । राजस्थान सरकार ने आयुक्त के साथ दुर्व्यवहार के मामले में जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर एवं तीन पार्षदों को निलंबित कर दिया।
स्वायत्त शासन विभाग ने रविवार देर रात निलंबित करने के आदेश जारी किए। राज्य सरकार ने आयुक्त से दुर्व्यवहार मामलें की न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है, तब तक महापौर एवं पार्षद अजय सिंह चौहान, पारस जैन तथा शंकर शर्मा निलंबित रहेंगे। श्रीमती गुर्जर को पार्षद पद से भी निलंबित कर दिया गया है।
महापौर के निलंबन आदेश के अनुसार इस मामलें के जांच अधिकारी ने श्रीमती गुर्जर को आयुक्त से दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार और दोषी माना है।
भाजपा की महापौर श्रीमती गुर्जर उसके तीन पार्षदों के निलंबन के बाद प्रदेश भाजपा अध्य्क्ष डा सतीश पूनियां ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि “विनाश काले विपरीत बुद्धि” इतिहास गवाह है देश में जून के महीने में ही आपातकाल लगा था और कांग्रेस के पतन की शुरूआत हुई थी, जयपुर ग्रेटर की मेयर और पार्षदों का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण तो है लेकिन यही राजस्थान में कांग्रेस के पतन का कारण बनेगा। पार्टी हर तरीक़े से न्याय की लड़ाई लड़ेगी।
उल्लेखनीय हैं कि गत शुक्रवार को मेयर सौम्या गुर्जर और आयुक्त यज्ञमित्र देव सिंह के बीच बहस के बाद तीन पार्षदों पर बैठक छोड़कर जा रहे आयुक्त का हाथ पकने एवं धक्का-मुक्की करने का आरोप लगा था आयुक्त की शिकायत पर तीन पार्षदाें पर एफ़आइआर भी दर्ज की गई।