जयपुर,12 जुलाई ।राजस्थान में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है।
एक अधिकारिक बयान में पायलट ने कहा कि वह सोमवार को होनेवाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।
बयान के अनुसार,‘‘राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट सोमवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।’’
पायलट ने कहा कि 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों द्वारा उन्हें समर्थन देने के वादे के बाद अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है।
शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सरकार को भाजपा द्वारा अस्थिर करने के प्रयास का आरोप लगाने के बाद राजनीतिक संकट के बीच पायलट की यह पहली प्रतिक्रिया है।
यह आरोप लगाया गया था कि भाजपा मध्यप्रदेश की तर्ज पर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है, जबकि पार्टी के विधायक और निर्दलीय विधायक गहलोत के नेतृत्व में विश्वास प्रकट करने के लिये उनके निवास पर मुलाकात कर हैं।
पायलट के समर्थक माने जाने वाले कुछ विधायकों के शनिवार को दिल्ली में होने के वजह से गुटबाजी की चर्चा को हवा मिली थी।
हालांकि तीन ऐसे विधायकों ने जयपुर आकर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दिल्ली वे अपने व्यक्तिगत कारणों से गये थे।
दानिश अबरार, चेतन डूडी और रोहित बोहरा ने कहा कि उनके बारे में मीडिया ने आंशका जताई थी, लेकिन वो पार्टी आलाकमान के निर्देशों का पालन पार्टी के एक सच्चे सिपाही के जैसे करेंगे।
रविवार देर शाम इन विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गयी प्रेस वार्ता के बाद पायलट की ओर से बयान जारी किया गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसके बारे में पायलट ने कहा कि वो इस बैठक में शामिल नहीं होंगे।
सचिन पायलट बैठक में नहीं जायेंगे:
सूत्रों ने आज बताया कि श्री पायलट कांग्रेस की कल होने वाली बैठक में भी शामिल नहीं होंगे। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस विधायकों को अपने पक्ष में करने के प्रयास शुरु कर दिये हैं। उधर तीन निर्दलीय विधायकों ने भी गहलोत के समर्थन की बात कही है।
कांग्रेस के पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडे भी जयपुर पहुंच चुके हैं। श्री पांडे ने गहलोत सरकार के अल्पमत में आने के श्री पायलट के दावे के बारे में जानकारी होने से इन्कार किया। इस बीच कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचने लगे हैं। उधर कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरकार बचाने में जुट गये हैं।
कांग्र्रेस के सूत्रों ने दावा किया है कि सभी विधायक गहलोत के समर्थन में हैं तथा सरकार पूरी तरह सुरक्षित है। अजय माकन भी जयपुर पहुंच गये हैं। कांग्रेस नेताओं ने भी दावा किया है कि जिन 30 विधायकों काे पायलट अपने पाले में समझ रहे हैं वह उनके नाम बतायें।
सचिन पायलट को दरकिनार किया जाना दुखद: सिंधिया
नयी दिल्ली, से खबर है कि, करीब 17 वर्षों तक कांग्रेस का हिस्सा बने रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में शामिल हुए मध्य प्रदेश के प्रभावशाली नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत दुख है कि उनके पूर्व सहयागी सचिन पायलट को पार्टी में दरकिनार किया जा रहा है।
श्री सिंधिया ने अपने ट्वीट में कहा, “ मुझे यह देखकर बहुत दुख है कि मेरे पूर्व सहयोगी सचिन पायलट को राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा पार्टी में दरकिनार किये जाने के साथ ही उन्हें तंग भी किया जा रहा है। इससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस में प्रतिभा और क्षमता की बहुत कम विश्वसनीयता है।”