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राजस्थान का हाइवोल्टेज राजनीतिक ड्रामा ; सचिन पायलट का बगावती तेवर बरकरार, अशोक गहलोत की कुर्सी का संकट अभी खत्म नहीं हुआ attacknews.in

नयी दिल्ली, 13 जुलाई ।कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की तरफ से राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने की निरंतर कोशिशों के बावजूद वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ अपना बगावती तेवर बरकरार रखे हुए हैं।

श्री पायलट के करीबी सूत्रों का मानना है कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है। उनके पास 95 विधायकों का ही समर्थन है जबकि बहुमत के लिए 101 विधायकों का समर्थन चाहिए।

उन्होंने कहा कि श्री पायलट का भारतीय जनता पार्टी में जाने की कोई योजना नहीं है लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से निर्णय लिए जाने के बाद ही वह आगे कोई कदम उठा सकते हैं।

सचिन पायलट के बगावती तेवर की पुष्टि उनकी पत्नी सारा पायलट के ट्वीट से भी खुलकर सामने आयी हैं। सारा पायलट ने कल और आज कई ट्वीट किए हैं, जो सभी राजस्थान के मौजूदा राजनीतिक संकट को लेकर हैं।

उन्होंने सचिन पायलट की एक प्रदर्शन की कुछ तस्वीरों के साथ ट्वीट किया ‘सहन करने की हिम्मत रखता हूं, तो तबाह करने का हौसला भी रखता हूं।’

सारा पायलट ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “ छह साल गांव ढाणी सड़कों पर चलने वालो के पैरों मे छाले पड़ गये।संघर्ष भरे जीवन पर पानी फेरकर जयचंद सत्ता हथियाने में लग गये।’ इसके अलावा उन्होंने कहा की बड़े बड़े जादूगरों के पसीने छूट जाते हैं जब हम दिल्ली का रुख करते हैं।

राजस्थान में सरकार बनने में समय से ही श्री गहलोत और श्री पायलट बीच खींचतान चल रही थी लेकिन रविवार को यह विवाद खुलकर सामने आ गया।

पायलट समर्थकों की ओर से दावा किया गया कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है।

इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभालते हुए श्री पायलट और श्री गहलोत से बात की है। यह बताया जा रहा है कि पायलट ने चार शर्तें रखी हैं जिनमें प्रदेशाध्यक्ष का पद बरकरार रखने के अलावा गृह और वित्त विभाग की मांग की है। इसके अलावा पार्टी कुछ और वरिष्ठ नेताओं ने भी श्री पायलट से संपर्क पर संकट दूर करने का प्रयास किया है।

कांग्रेस के एक अन्य सूत्र ने बताया कि पार्टी श्री पायलट को हर हाल में मनाने की कोशिश करेगी। उनका मानना है कि हालांकि राज्य में फिलहाल संकट टलता हुआ दिखाई दे रहा है लेकिन श्री गहलोत आगे की राह आसान नहीं रहने वाली है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री निवास पर आज विधायक दल की बैठक से पहले श्री गहलोत ने विजय का चिन्ह दिखाते हुए 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया। बैठक में 106 विधायक आये थे। करीब दो घंटे चली बैठक के बाद विधायकों को बसों के जरिए एक होटल ले जाया गया। वहीं श्री पायलट अपनी तल्ख तेवरों के साथ अपने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली में जमे हुए हैं।

विधायक दल की बैठक में गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार को एकमत से समर्थन व्यक्त किया गया

इससे पहले राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की आज आयोजित बैठक मे प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के नेतृत्व में पूर्ण आस्था प्रकट करते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का एकमत से संपूर्ण समर्थन व्यक्त किया गया।

बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि प्रदेश की आठ करोड जनता ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को सम्पूर्ण बहुमत देकर प्रदेश की सेवा एंवं विकास करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। कांग्रेस विधायक दल का हर साथी इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए वचनबद्व हैं

कांग्रेस विधायको का बैठक में पहुंचना इस तरह शुरू हुआ:

राजस्थान में राजनीतिक उठा-पटक के बीच कांग्रेस विधायक दल की आज यहां आयोजित बैठक में विधायकों का आना देरी से शुरू हुआ ।

विधायकों को कडी सुरक्षा से लाया जा रहा था । पहले पहल तक 82 विधायक मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे । कांग्रेस नेताओं ने कल देर रात एक प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया था कि उनके पास 109 विधायकों का बहुमत है।

इधर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से कांग्रेस बातचीत नहीं कर रही थी बल्कि पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि हमें अब पायलट की जरूरत नहीं है। हमारे पास सरकार बचाने के लिए प्रर्याप्त बहुमत है। श्री पायलट ने कल ही अपने साथ तीस विधायक होने का दावा किया था।

श्री पायलट के खास समर्थक माने जाने वाले प्रतापसिंह खाचरियावास ने भी पार्टी के पास बहुमत का दावा करते हुए कहा है कि जिन विधायकों को रोका जा रहा है उन्हें अपना विडियो शेयर करना ना चाहिए ताकि उन्हें विधायक दल की बैठक में लाया जा सके।

इस बीच आयकर विभाग ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दो नजदीक कांग्रेस नेताओं के घर पर छापेमारी की है। इसके अलावा जिस होटल में कांग्रेस के विधायक ठहरे है उस पर भी छापे की कार्रवाई बताई जा रही है।
यह माना जा रहा है कि निर्दलीय विधायको की खरीद-फरोख्त के लिए भारी मात्रा में धन एकत्रित करने की आशंका को देखते हुए आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की है।

पायलट सहित सभी असंतुष्ट विधायकों के लिये दरवाजे खुले हैं-सुरजेवाला

इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायकों से अपील करते हुए कहा है कि उनके लिये कांग्रेस आलाकमान और पार्टी के दरवाजे खुले थे और खुले रहेंगे।

श्री सुरजेवाला ने आज कहा कि श्री पायलट से कई बार बातचीत हुई है, उनके लिये पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन चुनी सरकार को कमजोर करना और भाजपा को खरीद फरोख्त का मौका देना गलत है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना की लड़ाई लड़ी है, विकास किया है और हर क्षेत्र में प्रगति की है। उन्होंने कहा कि सरकार कोे कोई खतरा नहीं है। सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है। श्री सुरजेवाला ने कांग्रेस की आंतरिक कलह पर कहा कि जहां बर्तन होत हैं वे खड़कते ही है।

सुबह आयकर विभाग की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री सुरजेवाला ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो भाजपा के अतिरिक्त संगठन हैं, अब इनमें आयकर विभाग भी शामिल हो गया है।
उधर सुबह साढ़े दस बजे शुरु होने वाली कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक साढ़े बारह बजे तक शुरु नहीं हो पाई।

पायलट से सुलह के प्रयास शुरु होने की बात कही जाने लगी थी :

खबर यह भी हैं कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत सरकार के स्पष्ट बहुमत होने के दावे के बीच कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सचिन पायलट से सुलह की कोशिशें शुरु हो गयी हैं।

मुख्यमंत्री निवास पर आज विधायक दल की बैठक से पहले श्री गहलोत ने विजय का चिन्ह दिखाते हुए 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया। बैठक में 106 विधायक आये थे। करीब दो घंटे चली बैठक के बाद विधायकों को बसों के जरिए होटल ले जाया गया। श्री गहलोत भी बस में उनके साथ थे।

इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभालते हुए श्री पायलट और श्री गहलोत से बात की है। यह बताया जा रहा है कि पायलट ने चार शर्तें रखी हैं जिनमें कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष का पद बरकरार रखने के अलावा गृह और वित्त विभाग की मांग की है। श्री पायलट अभी दिल्ली में ही हैं। उन्होंने 25 विधायकों के साथ होने का दावा किया है।

कांग्रेस में नेहरू-गाँधी खानदान के चापलूस नेताओं के चलते नया नेतृत्व हाशिये पर रहा – पूनियां

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने राज्य में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस का विचार एवं व्यवहार से उसका आधार खत्म होता जा रहा है, जिसका कारण है नेहरू-गाँधी खानदान के वंशवाद की परम्परा के चलते नये नेतृत्व को उभरने नहीं दिया गया।

डा़ पूनिया ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि भ्रष्टाचार, जातिवाद और अराजकता की बुनियाद पर राज करती रही कांग्रेस को 2014 के चुनाव में देश की जनता ने कांग्रेस को मुक्त कर दिया, 2019 में भी यही हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस 2008 में अल्पमत में थी, जिसने बसपा के विधायकों को तोड़कर अपनी सत्ता बचाई, 2018 में भी यही खेल हुआ और अब राज्य सरकार की बुनियाद अन्तर्कलह एवं अन्तर्विरोध पर है।

कांग्रेस से नहीं जाएंगे सचिन पायलट: शिवकुमार

बेंगलुरु,से खबर है कि, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री डी के शिवकुमार ने राजस्थान में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सोमवार को यह विश्वास जताया कि सचिन पायलट एक निष्ठावान कांग्रेसी है और वह पार्टी छोड़कर नहीं जाएंगे।

श्री शिवकुमार ने कहा, “नहीं, वह (पायलट) नहीं जाएंगे, मुझे पूरा विश्वास है कि वह नहीं जाएंगे। वह अपने पिता (राजेश पायलट) की तरह एक बहुत निष्ठावान कांग्रेसी हैं। उन्होंने पिछले सात वर्षों से पार्टी के निर्माण में योगदान दिया है। वह राजस्थान प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं। उन्होंने पार्टी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है।”

राजस्थान में जो चल रहा है, उसके लिए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व जिम्मेदार: उमा

सीहोर, ( मध्यप्रदेश) से खबर है कि ,राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि राजस्थान में, जो चल रहा है, इसके लिए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही जिम्मेदार है।

सुश्री भारती सीहोर के प्राचीन चिंतामन गणेश मंदिर पहुंचीं, जहां उन्होंने विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश में जो घटा और राजस्थान में जो घटेगा, उसके लिए कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही जिम्मेदार है, क्योंकि कांग्रेस में युवा नेताओं को पनपने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने इस सब के लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जिम्मेदार बताया।

उन्होंने श्री गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, वे अपने नेताओं को संभाल नहीं पा रहे हैं और दोषी वो हमें ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट या कोई भी कांग्रेस का नेता भाजपा में आएगा, तो पार्टी उनका सम्मान करेगी। क्योकि भाजपा में सब के लिए स्थान है। यहां किसी से ईर्ष्या नहीं होती है।

राजस्थान कांग्रेस विधायक होटल पहुंचे

जयपुर,से खबर है कि ,राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायकों को सोमवार दोपहर बाद दिल्ली रोड पर एक होटल में भेज दिया गया है ।

मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक में शामिल होने आए विधायकों को बैठक के बाद चार बसों से दिल्ली रोड स्थित होटल में ले जाया गया।

बैठक में उपस्थित होने वालों में कांग्रेस के साथ साथ उसके समर्थक निर्दलीय विधायक, बीटीपी के दो एवं आरएलडी के एक विधायक भी शामिल हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल, राजस्थान के प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे, और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला मौजूद रहे।

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