बारां 11 दिसम्बर।राजस्थान के बारां में पेट्रोल पंप की एनओसी देने की एवज में एक लाख चालीस हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए बारां कलेक्टर के निजी सहायक महावीर नागर तथा जिला कलेक्टर इन्द्रसिंह राव को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आमने-सामने बिठाकर घंटो तक पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान पीए यही कहता रहा कि मैंने कलेक्टर के कहने पर एक लाख चाली हजार रूपये की घूस ली है। इसमें एक लाख कलेक्टर के और 40 हजार रुपए मेेरे हैं।
उधर, कलेक्टर कहते रहे कि उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है कि उनका पीए रिश्वत ले रहा है। पूछताछ के बाद पीए को तो एसीबी ने न्यायालय में पेश किया जहां से उसको न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
कलेक्टर के पीए के पास मिले सात भूखंड, मकान, आठ बैंक खाते
10 दिसम्बर को राजस्थान में बारां के जिला कलेक्टर इंद्र सिंह राव के निजी सहायक महावीर नागर की रिश्वत के मामले में गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने उसके घर में सर्च अभियान चलाया।
सूत्रों के अनुसार महावीर नागर की जितनी प्रापर्टी का खुलासा हुआ है वह देखकर एसीबी के अफसर चौंक गए। 50-60 हजार रुपए महीने की सैलरी वाले पीए ने रिश्वत की बदौलत काफी संपत्ति इकट्ठा कर ली थी।
गौरतलब है कि श्री नागर को बुधवार देर शाम को एक लाख 40 हजार की रिश्वत लेते हुए एसीबी कोटा टीम ने गिरफ्तार किया था।
कलक्टर के निजी सहायक के रिश्वत लेने की उच्चस्तरीय हो जांच हो-मीणा
राजस्थान के बारां में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष जगदीश मीणा ने जिला कलेक्टर के निजी सहायक द्वारा रिश्वत लेने के मामले उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है।
श्री मीणा ने आज यहां आयोजित पार्टी की बैठक में कहा कि कांग्रेस के प्रमुख नेताओं के इशारों पर काम कर रहे जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के बारे में अक्सर इस प्रकार की कारगुजारियों की शिकायतें प्राप्त होती रही है। अभी कुछ और अधिकारी भी शेष बचे हुए हैं जिनकी कार्यप्रणाली बेहद ही भ्रष्टाचारयुक्त बनी हुई है।