जैसलमेर, 01 अगस्त । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराबच्चो राजे की तारीफ करते हुए कहा कि भाजपा में जो नये नये नेता आ रहे हैं वे राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री से टक्कर लेना चाहते हैं।
श्री गहलाेत ने शुक्रवार को जयपुर जाने से पहले जैसलमेर के हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि उनमें आपस में प्रतिस्पर्धा हैं, लेकिन उनमें कोई दम नही हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा केंद्रीय गृह मंत्रालय हमारी चुनी हुई सरकार को गिराने में लगा है, उन्होंने विधायकों की खरीद की दरें बढ़ा दी हैं। उन्होंने सचिन पाइलट के संबंध में कहा कि यदि पार्टी नेतृत्व उन्हें माफ करता हैं तो मैं सबको गले लगाऊंगा, मेरा कोई अहं टकराव नहीं है
मुख्यमंत्री बनने के लिये लालायित हैं शेखावत-गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मुख्यमंत्री पद का महत्वाकांक्षी बताते हुए कहा है कि विधायकों की खरीद फरोख्त की बातचीत का उनका ऑडियो सामने आने के बाद उनका विमान उड़ने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
श्री गहलोत ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी में वसुंधरा राजे और दूसरे गुट का समूह बना हुआ है। उनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह भी मुख्यमंत्री के पद के लिये लालयित हैं, लेकिन विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में आडियो सामने आने के बाद उनकी महत्वाकांक्षी धरी रह गयी है।
उन्होंने कहा कि संजीवनी क्रेडिट सोयायटी के मामले में भी उनकी तलाश है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
श्री गहलोत ने श्री शेखावत को 13 जिलों की 40 हजार करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी पेयजल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने पर ध्यान लगाने का सुझाव देते हुए कहा है कि जनता उनके इस प्रयास पर प्रसन्न होगी।
बसपा विधायकों के कांगेस में शामिल होने पर बसपा प्रमुख मायावती की नाराजगी के प्रश्न पर श्री गहलोत ने कहा कि उन पर सीबीआई और भाजपा का पूरा दबाव है। बसपा विधायकों ने अलग पार्टी बनाने के बजाये कांग्रेस में शामिल होने का फैसला इसलिये किया क्योंकि सरकार स्थिर होने पर उनके क्षेत्र में कामकाज हो सके। पहले भी बसपा विधायक कांग्रेस में शामिल हुए थे।
उन्होंने कहा कि टीडीपी के चार सांसदों के भाजपा में शामिल होने पर किसी को एतराज नहीं है, लेकिन यहां बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर ऐतराज जताया जा रहा है।