जयपुर 08 अगस्त । राजस्थान में कांग्रेस विधायकों के जैसलमेर में बाड़ाबंदी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी सतर्कता बरतते हुए दक्षिणी राजस्थान के अपने सभी विधायकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।इस राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी के दर्जन भर विधायक गुजरात चले गए हैं। इनमें से छह विधायक शनिवार को चार्टर विमान से पोरबंदर के लिए रवाना हुए।
14 अगस्त से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के पहले 11 अगस्त को छह बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बारे में उच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद राजनीतिक गतिविधियां ओर तेज हो जाएगी। लेकिन इससे पहले कांग्रेस की तरह भाजपा भी अपने विधायकों पर निगरानी कर रही है। भाजपा ने बारह विधायकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है उनमें पूराराम चौधरी, सम्पतलाल, बाबूलाल खराडी, प्रताप गमेती, समाराम गरासिया आदि शामिल हैं। यह भी बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक अभी गुजरात में हैं।
विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने बताया कि पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को पहले ही यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि वह क्षेत्र के विधायकों के बारे में पूरी जानकारी रखें। इस आधार पर इन विधायकों को जरूरत पड़ने पर तत्काल बुलाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि भाजपा के 72 एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोसपा) के तीन विधायकों सहित कुल 75 विधायक एकजुट है। 11 अगस्त को बसपा विधायकों के बारे में फैसला आने के बाद विधानसभा में अपनाई जाने वाली रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दिल्ली से जयपुर लौटने के बारे में पुछे गए सवाल पर श्री कटारिया ने कहा कि पार्टी के सभी नेता एकजुट है तथा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां भी राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखते हुए कांग्रेस को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।
इधर कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के सी वेणुगोपाल तथा वरिष्ठ नेता अजय माकन एवं प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे जैसलमेर में एक पंचसितारा होटल में विधायकों के साथ घेरा डाले हुए हैं।
बसपा से कांग्रेस आए छह विधायकों को उच्च न्यायालय का कारण बताओं नोटिस मिल चुका है, जिस पर कानुनी विशेषज्ञों की राय ली जा रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सरकारी कामकाज निपटाने के साथ ही विधानसभा में अपनाई जाने वाली रणनीति बना रहे हैं।
भाजपा के कुछ विधायक ‘तीर्थाटन’ पर गुजरात गए
राजस्थान में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी के दर्जन भर विधायक गुजरात चले गए हैं। इनमें से छह विधायक शनिवार को चार्टर विमान से पोरबंदर के लिए रवाना हुए। हालांकि पार्टी के नेताओं ने अपने विधायकों को किसी एक जगह जगह रखकर ‘बाड़ेबंदी’ करने जैसी किसी स्थिति से इनकार किया है।
इससे पहले भाजपा के 12 से अधिक विधायक शुक्रवार को गुजरात गए थे।
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि छह यात्रियों को लेकर एक चार्टर विमान शनिवार को गुजरात में पोरबंदर के लिए रवाना हुआ। विमान में भाजपा विधायकों निर्मल कुमावत, गोपीचंद मीणा, जब्बार सिंह सांखला, धर्मेंद्र मोची और गुरदीप शाहपीनी के होने की सूचना है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि सभी विधायक एक रिसॉर्ट में रुकेंगे और सोमनाथ मंदिर में दर्शन करेंगे।
इन विधायकों को हवाईअड्डे तक छोड़ने आए विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि वे लोग अपनी मर्जी से तीर्थाटन पर जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस और प्रशासन भाजपा के कुछ विधायकों को परेशान कर रहा है… विधायक स्वेच्छा से तीर्थाटन पर गए हैं।’’
पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा के दर्जन भर विधायक शुक्रवार को अहमदाबाद के पास एक रिसॉर्ट पहुंचे हैं।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि सभी विधायकों को जानकारी है कि जल्द ही विधायक दल की बैठक होने वाली है, और सभी उसमें शामिल होंगे।
पूनियां के अनुसार बाड़ाबंदी का शब्द कांग्रेस के लिए ही उचित है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के 12 लोग या कुछ लोग कहीं घूमने चले गए तो वह इतना बड़ा मुद्दा हो गया?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी की मौजूदा सरकार के लोग सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर भाजपा विधायकों के बारे में अफवाह और भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन ‘‘हमारा विधायक दल पूरी तरह से एक है। हमारा किसी पर अविश्वास नहीं है सबलोग एकजुट हैं।’’
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ‘‘भाजपा के अगर पांच-दस विधायक साथ मिलकर कहीं घूमले चले गए हैं तो उसे बाड़ाबंदी की संज्ञा नहीं दी जा सकती।’’ भाजपा बाड़ाबंदी की संस्कृति से दूर रहने वाली पार्टी है उस पर ऐसे आरोप निराधार हैं। हालांकि, राठौड़ ने विधायकों के बाहर जाने की जानकारी होने से इनकार किया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से होना है। कांग्रेस के अशोक गहलोत खेमे के विधायक और सरकार का साथ देने वाले अन्य विधायक जैसलमेर के एक होटल में रुके हैं वहीं पार्टी से बागी हुए सचिन पायलट खेमे के 18 विधायकों के हरियाणा में होने की सूचना है।
राजस्थान के छह विधायक गुजरात के पोरबंदर पहुंचे
राजस्थान में 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले भाजपा के छह विधायक शनिवार को गुजरात के पोरबंदर पहुंचे।
चार्टर्ड उड़ान से यहां आए एक विधायक ने कहा कि राजस्थान से भाजपा के और विधायक गुजरात पहुंचेंगे।
भाजपा विधायक निर्मल कुमावत ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार विपक्षी विधायकों को डरा धमका रही है।
उन्होंने कहा कि विधायक मानसिक शांति के लिए सोमनाथ में दर्शन करने आए हैं।
कुमावत ने कहा, “कांग्रेस में गुटबाजी होने के चलते पिछले एक महीने में राजस्थान में राजनीतिक उठापटक चल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बहुमत हासिल नहीं है। वह विशेष अभियान समूह (एसओजी) और विभागीय छापेमारी करवा कर भाजपा विधायकों पर दबाव बना रहे हैं और डरा धमका रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “यह देखते हुए हमने मानसिक शांति के लिए सोमनाथ के दर्शन करने का निर्णय लिया। हम यहां खुद को कांग्रेस की सरकार से बचाने आए हैं।”
उन्होंने कहा कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर कुछ और विधायक गुजरात आएंगे।
एक अन्य विधायक ने कहा कि गुजरात में उनका दो दिन तक रुकने का इरादा है।
कमियां उजागर करने से रोकने के लिये राजद्राेह का झूठा आरोप लगाया-दिलावर
राजस्थान में कोटा जिले की रामगंजमंडी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि राज्य सरकार ने अपनी कमियों को उजागर करने से रोकने के लिए राजद्राेह का झूठा मामला दर्ज कराया।
श्री दिलावर ने कल यहां जारी बयान में कहा कि राज्य सरकार विपक्ष और असहमति रखने वाले नेताओं पर राजद्रोह के झूठे मुकदमे दर्ज करके और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) को उनके पीछे लगाकर जनप्रतिनिधियों की आवाज को दबाने का कृत्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का तेजी से बढ़ रहे कोराना के प्रकोप की ओर ध्यान नहीं है। अब तक इस बीमारी के कारण बड़ी संख्या में लोग असमय कॉल के ग्रास बन चुके हैं और हजारों लोग संक्रमित हो गये हैं।
श्री दिलावर ने कहा कि यह सरकार अपनी ही पार्टी के असहमति रखने वाले नेताओं और प्रतिपक्ष के नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करके उन्हें नाजायज़ परेशान करने का यत्न कर रही है। सरकार अपनी कमियों पर प्रतिपक्ष के आरोपों को सुनना ही नहीं चाहती और उसे दबाने का हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि वह 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा के शुरू हो रहे सत्र में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से सरकार द्वारा राजद्रोह की धारा लगाकर और एसओजी द्वारा जांच करवा कर परेशान करने की कार्यवाही को विधानसभा में प्रमुखता के साथ उठाएंगे इसके लिए उन्होंने राजस्थान विधानसभा के सचिव को नियम 131 के तहत अपना ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भिजवा दिया है।
विधायकों की टेपिंग की अफवाह फैलाने वालों की जांच के निर्देश
पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने जैसलमेर के सूर्यगढ पैलेस में ठहरे आधा दर्जन विधायकों के फोन टेपिंग को आधारहीन एवं मिथ्या बताते हुए अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दियेे हैं।
श्री सिंह ने आज पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को इस संबंध में तत्काल जांच करके दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
उन्होंने स्पष्ट किया कि राजस्थान पुलिस की किसी भी इकाई द्वारा किसी भी विधायक या सांसद की टेपिंग न तो पहले की गई और न ही वर्तमान में की जा रही है। इन्टरकॉम से हुई बातचीत को रिकार्ड करने का आरोप भी मिथ्या एवं काल्पनिक है। राजस्थान पुुलिस हमेशा आपराधिक कृत्य को रोकने का कार्य करती है और टेपिंग एक आपराधिक कृत्य है।
सरकार गिराने के षडयंत्र में शामिल होने से मना करने पर भाजपा विधायकों को बाडेबंदी में गुजरात भेजा-खाचरियावास
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस सरकार को गिराने के षडयंत्र में शमिल होने से मना करने पर भारतीय जनता पार्टी भाजपा विधायकों को बाडेबंदी में गुजरात भेजा गया है।
श्री खाचरियावास ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा को अपने विधायकों पर भरोसा ही नहीं है, इसलिये वो राजस्थान की बजाय गुजरात में बाडेबंदी कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता पिछले दो माह से भाजपा के षडयंत्र को देख रही है, ईडी और इनकम टैक्स का गैर कानूनी तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन इससे किसी को फायदा होने वाला नहीं है।
चुनी सरकार को धनबल के जरिए गिराने का प्रयास कर रही है भाजपा-डोटासरा
राजस्थान में कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष और शिक्षा राज्यमंत्री गोबिंद सिंह डोटोसरा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों की हो रही बाड़ेबंदी पर भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह राजस्थान में लोकतान्त्रिक तरीके से चुनी हुई कांग्रेस सरकार को धनबल एवं षड़यंत्र रचकर गिराने की कोशिश कर रही है जबकि अपने विधायकों के विरोध को दबाने के लिए उनकी बाड़ाबंदी कर रही है।
आज जैसलमेर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने का काम कर रही हैं। उनके पास विधायकों की संख्या बल कम हैं, उसके बावजूद भी वे बाड़ाबंदी कर रहे हैं, इससे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि हम जो बात कह रहे थे वह सही है। क्योंकि आज भाजपा के स्वाभिमानी विधायकों ने यह कहना शुरु किया कि प्रजातंत्र तरीके से चुनी हुई पूर्ण बहुमत वाली सरकार को धन बल के जरिये गिराकर राजस्थान में राजनीतिक अस्थिरता पैदा क्यों की जा रही है।