जयपुर 25 मार्च । राजस्थान के सिरोही जिले में पिंडवाड़ा तहसीलदार द्वारा पकड़े जाने के डर से लाखों रुपए के नोट गैस चूल्हें पर जला देने का मामला सामने आया हैं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अनुसार बुधवार को पिंडवाडा के राजस्व निरीक्षक पर्बत सिंह को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था और निरीक्षक ने यह रिश्वत पिंडवाड़ा तहसीलदार कल्पेश जैन के लिए लेना बताने के बाद ब्यूरो टीम रात में श्री जैन के घर पहुंची लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला।
जब टीम ने खिड़की का कांच तोड़कर देखा तो तहसीलदार नोटो की गड्डियां गैस चूल्हे पर जला रहा था।
बाद में टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद घर के अंदर प्रवेश किया और तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया।मौके पर नोटों की राख एवं अधजले नोट बरामद किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि सबूत मिटाने के मकसद से लाखों रुपए जला दिये।
उल्लेखनीय है कि सांडिया निवासी परिवादी ने ब्यूरो में शिकायत की थी कि पिंडवाड़ा क्षेत्र में आंवले की छाल की खुली बोली से नीलामी के जरिए ठेके के लिए पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है और इसके लिए राजस्व निरीक्षक पहले एक लाख रुपए और काम होने पर चार लाख रुपए देने की बात कह रहे हैं।
इस पर ब्यूरो ने सत्यापन कराकर बुधवार को परिवादी से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ लिया था।
निरीक्षक ने ब्यूरो को पूछताछ में बताया कि यह रिश्वत उसने तहसीलदार के लिए ली है।
आरोपियों के निवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी भी जारी है।
पूछताछ में उसने रिश्वत की यह राशि तहसीलदार कल्पेश जैन के लिये लेना बताया,इस पर ब्यूरो की टीम उसे साथ लेकर शाम को पिंडवाड़ा तहसीलदार कार्यालय पहुंची,लेकिन इस बीच तहसीलदार को किसी के माध्यम से एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई।
इस पर तहसीलदार कल्पेश जैन अपने निवास में घुस गया।एसीबी भी उसके पीछे-पीछे उसके निवास पर पहुंच गई,लेकिन तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला और उसने घर में रखी लाखों रुपये नगदी को गैस पर जलाना शुरू कर दिया।बाद में एसीबी ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से करीब 1 घंटे तक दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।अंतत: एसीबी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी और तहसीलदार कल्पेश जैन को पकड़ा,लेकिन तब तक वह लाखों रुपये की नगदी जला चुका था।
एसीबी ने वहां से अधजले नोट बरामद किये हैं।एसीबी के मुताबिक तहसीलदार ने करीब पांच लाख रुपये जला दिये. एसीबी आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.
यह है पूरा मामला
दरअसल सरकारी भूमि से तेंदूपत्ता व आंवल छाल का टेंडर पास करने के लिए पिंडवाड़ा तहसीलदार ने ठेकेदार से 5 लाख रुपये में सौदा तय किया था।बाद में रेवन्यु इंस्पेक्टर के माध्यम से एडवांस पेटे एक लाख की रिश्वत लिया तय हुआ. एसीबी को जब इसकी शिकायत मिली तो उसने इसका लेनदेन करते हुये आरआई को दबोच लिया था।