नयी दिल्ली, 19 नवंबर । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपे जाने के मामले में कांग्रेस में किसी भी स्तर पर कोई ‘झिझक’ होने की बात से साफ इंकार करते हुए पार्टी नेता अजय माकन ने कहा है कि इस काम को 31 दिसंबर की निर्धारित समय सीमा के भीतर कर लिया जाएगा।
राहुल गांधी द्वारा दीपावली के बाद पार्टी की कमान संभाल लेने की कांग्रेस के कुछ नेताओं ने संभावना जतायी थी। लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो पाने और पार्टी में इसे लेकर किसी तरह की झिझक होने के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष माकन ने बताया, ‘ अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पार्टी के पास 31 दिसंबर का समय है। हम उससे पहले ही इसे पूरा कर लेंगे।’
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि पार्टी में किसी स्तर पर राहुल को अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर ‘‘झिझक’’ है। उन्होंने कहा,‘‘यह तो पार्टी को तय करना है। इसमें झिझक की क्या बात है? झिझक की बात तो तब होती जब कोई विवाद हो, जब कोई मतभेद हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के किसी भी अधिकृत प्रवक्ता के रूप में आपने किसी के मुंह से यह नहीं सुना होगा कि राहुल गांधी इस माह में अध्यक्ष बन जायेंगे। राहुलजी की भी यह इच्छा है कि वह निर्वाचित होकर अध्यक्ष बनें। 31 दिसंबर हमारी समयसीमा है। वह कब अध्यक्ष बनेंगे यह कांग्रेस की कार्य समिति और अन्य नेता तय करेंगे। यह कभी भी हो सकता है।’’
उल्लेखनीय है कि गत माह के प्रारंभ में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने साक्षात्कार में कहा था कि सभी कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल पार्टी नेतृत्व की कमान संभालें। वैसे राहुल भी गत सितंबर माह में अपनी अमेरिका यात्रा में यह कह चुके हैं कि वह पार्टी का उत्तरदायित्व संभालने को तैयार हैं। पायलट ने कहा था कि राहुल दिवाली के बाद पार्टी की कमान संभाल सकते है ।
गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल के विभिन्न मंदिरों में जाने के कारण पार्टी पर ‘साफ्ट हिन्दुत्व’ की राह पर चलने के सुझावों के बारे में पूछे जाने पर, माकन ने कहा, ‘‘यह कहना बिल्कुल गलत है। यह तो नहीं हो सकता कि किसी पार्टी को, किसी धर्म या किसी जात की ठेकेदारी मिल गयी हो। भगवान राम की पूजा क्या केवल भाजपा वाले कर सकते हैं? राम की पूजा क्या कांग्रेस वाले नहीं कर सकते?’’ माकन ने एक प्रश्न के जवाब में स्वीकार किया कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव टलने का एक कारण गुजरात चुनाव हो सकता है क्योंकि अधिकतर पार्टी नेता राज्य के चुनाव अभियान में व्यस्त हैं। ऐसे में यदि अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया शुरू हो तो अभियान प्रभावित होगा।
कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया के उपयोग के मामले में भाजपा से पीछे रहने या उसकी नकल करने के प्रश्न पर उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना बिल्कुल गलत है कि सोशल मीडिया के उपयोग के मामले में हम भाजपा की नकल कर रहे हैं। दुनिया भर में जो विपक्ष में होता है उसे सोशल मीडिया में स्वत: ही ज्यादा जगह मिलती है। तो हम जब विपक्ष में हैं तो हमें ज्यादा जगह मिल रही है। भाजपा विपक्ष में थी तो उसे ज्यादा जगह मिलती थी।’’attacknews
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस हमेशा अपने में बदलाव करती रही है। चाहे वह सोशल मीडिया के प्रयोग की बात हो या नये चेहरों को मौका देने की बात हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार में जितने नये चेहरों को मौका दिया गया उतना वर्तमान भाजपा नीत सरकार में नहीं दिया जा रहा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री माकन ने कहा, ‘कांग्रेस चल ही इसलिए रही है क्योंकि वह नये चेहरों को सबसे ज्यादा मौके देती है।’