नयी दिल्ली, सात मार्च । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और दावा किया कि यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का मामला है और इसके लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच एवं कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने यह सवाल भी किया कि अगर प्रधानमंत्री मोदी पाक साफ हैं तो जांच से क्यों भाग रहे हैं? गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक नई लाइन सामने आई है-गायब हो गया। दो करोड़ रोजगार गायब हो गया। किसानों के बीमा का पैसा गायब हो गया। 15 लाख रुपया गायब हो गया। अब राफेल की फाइलें गायब हो गईं।’ उन्होंने दावा किया, ‘ कोशिश यह कि जा रही है कि किसी भी तरह से नरेंद्र मोदी का बचाव करना है। सरकार का एक ही काम है कि चौकीदार का बचाव करना है।’ गांधी ने कहा, ‘न्याय सबके लिए होना चहिए। एक तरफ आप कह रहे हैं कि कागज गायब हो गए हैं । इसका मतलब है कि ये सच्चे हैं। इन कागजों में साफ है कि प्रधानमंत्री ने समानांतर बातचीत की है। इनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि राफेल की आपूर्ति समय पर नहीं हुई क्योंकि मोदी जी अनिल अंबानी को पैसा देना चाहते थे।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आपकी सरकार है जिस पर चाहिए कार्रवाई करिये। लेकिन प्रधानमंत्री पर कार्रवाई करिये। प्रधानमंत्री ने राफेल सौदे में देरी की, अनिल अंबानी की जेब में 30 हजार करोड़ रुपये डाले।’’ उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का स्पष्ट मामला है और इसमें आपराधिक जांच होनी चाहिए।
उन्होंने सवाल किया कि अगर प्रधानमंत्री दोषी नहीं हैं तो फिर जांच क्यों नहीं कराते ? जेपीसी की जांच से क्यों भाग गए?
दरअसल, सरकार ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि राफेल विमान सौदे से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हुए हैं और याचिकाकर्ता इन दस्तावेजों के आधार पर विमानों की खरीद के खिलाफ याचिकायें रद्द करने के फैसले पर पुनर्विचार चाहते हैं।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति केएम जोसेफ की पीठ ने अपने दिसंबर, 2018 के फैसले पर पुनर्विचार के लिये पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा और अरूण शौरी तथा अधिवक्ता प्रशांत भूषण की याचिकाओं पर सुनवाई शुरू की।
पुनर्विचार याचिकाओं में आरोप लगाया गया है कि शीर्ष अदालत में जब राफेल सौदे के खिलाफ जनहित याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया तो केन्द्र ने महत्वपूर्ण तथ्यों को उससे छुपाया था
नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के पोस्टर ब्वाय :
बालाकोट में वायुसेना की कार्रवाई में आतंकवादियों को हुए नुकसान के साक्ष्य की मांग करने वाले नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पकिस्तान का ‘पोस्टर ब्वॉय’ कहे जाने पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘पठानकोट आतंकी हमले की जांच के लिए आईएसआई को बुलाने वाले मोदी पाकिस्तान के पोस्टर ब्वॉय हैं।’
गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस के कुछ लोगों ने चर्चा की है, उसमें मैं नहीं जाना चाहता, लेकिन पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के जो जवान शहीद हुए हैं उनके परिवार वालों ने एक मांग उठाई है। उनकी भावना है कि हमें दुख पहुंचा है तो हमें दिखाइए कि क्या हुआ।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ प्रधानमंत्री ने पठानकोट हमले के बाद जांच के लिए आईएसआई को बुलाया। वह नवाज शरीफ के यहां शादी में गए। वह नवाज शरीफ के गले मिलते हैं। नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण में बुलाते हैं। ड्रामा करते हैं। तो क्या हम पोस्टर ब्वॉय हैं? प्रधानमंत्री पाकिस्तान के पोस्टर ब्वॉय हैं।’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस के कुछ नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ विपक्षी नेता पड़ोसी देश के “पोस्टर ब्वॉय” बन गए हैं और भारत के पराक्रमी सैनिकों के सामर्थ्य पर सियासी स्वार्थ के चक्कर में सवाल उठा रहे हैं
पी चिदंबरम ने कहा: दस्तावेजों की चोरी का मामला संविधान के खिलाफ:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने राफेल विमान सौदे से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी होने के मामले में बृहस्पतिवार को कहा कि ‘चोरी के कागजात’ प्रकाशित नहीं करने से जुड़ा सरकार का तर्क संविधान के अनुच्छेद 19 के खिलाफ है।
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ‘हम राफेल सौदे से संबंधित दस्तावेजों के प्रकाशन का पूरा समर्थन करते हैं। यह तर्क कि ये ‘चोरी के कागजात’ हैं, संविधान के अनुच्छेद 19 के खिलाफ है।
उन्होंने कहा, ‘पेंटागन पेपर्स के मामले में 1971 में अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय का विख्यात फैसला अटॉर्नी जनरल के दिये गये तर्कों का पूरा जवाब है कि मीडिया तथाकथित गोपनीय दस्तावेजों को प्रकाशित नहीं कर सकता।’
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘ जब अनिल अंबानी को राफ़ेल डील का भारत के विदेश सचिव और पूरी सरकार से पहले पता था तो मामले में सीक्रेट क्या है, मोदी जी? पहला मामला तो अंबानी और खुद आप पर बनता है, साहेब ?” दरअसल, सरकार ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हुये हैं और उसने ‘द हिन्दू’ समाचार पत्र को इन दस्तावेजों के आधार पर लेख प्रकाशित करने के कारण सरकारी गोपनीयता कानून के तहत कार्रवाई की धमकी दी।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय खंडपीठ से अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि राफेल सौदे से संबंधित दस्तावेज सार्वजनिक करने वाले सरकारी गोपनीयता कानून के तहत और न्यायालय की अवमानना के दोषी हैं।
लड़ाकू विमानों के सौदे के बारे में एक नया लेख समाचार पत्र में प्रकाशित होने के दिन अटार्नी जनरल ने कहा कि इस चोरी की जांच की जा रही है।
भाजपा का पलटवार: क्या राहुल गांधी ने पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहते हैं:
राफेल मामले में राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को वायु सेना और कैग पर भरोसा नहीं है, तो क्या वह पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहते हैं ?
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस मामले :राफेल: में राहुल गांधी के झूठ की निंदा करते हैं । उन्हें :राहुल: भारतीय वायु सेना पर भरोसा नहीं है, कैग :नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक:, उच्चतम न्यायालय पर भरोसा नहीं है ।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ क्या वह पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहते हैं । ’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और दावा किया कि यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का मामला है और इसके लिए प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच एवं कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस बारे में अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ ये पीसी था? ..देखते देखते पीसी ग़ायब हो गया.. …2019 में कांग्रेस ग़ायब हो जाएगी । ’’
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत के इतिहास में सबसे छोटा प्रेस कांफ्रेंस करने का गिनीज या लिम्का बुक आफ रिकार्ड बनाने निकले हैं ।
पात्रा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की उपलब्धियों के विस्तार के सामने राहुल गांधी की संक्षिप्तता परस्पर विरोधी है ।
जेटली ने कहा: राहुल गलत जानकारी दे रहे हैं:
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल सौदे से जुड़े दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी होने के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान की कड़ी आलोचना करते हुये गुरूवार को कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपनी पार्टी के नेताओं के वक्तव्यों से पार्टी की छवि खराब होने से ध्यान हटाने के लिए इस सौदे पर गलत जानकारी दे रहे हैं।
श्री जेटली ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी देने के दौरान श्री गांधी के बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि राफेल पर उच्चतम न्यायालय निर्णय दे चुका है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट आ चुकी है। याचिकर्ताओं ने दोबारा याचिका दाखिल की है। उच्चतम न्यायालय सुनवाई कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राफेल को लेकर झूठ बोल रहे हैं और यह सिद्ध हो चुका है। आज के बयान के पीछे उनका स्पष्ट उद्देश्य है। बयान के शब्द बनावटी और तथ्य गलत हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर हाल के दिनों में कांग्रेस नेताओं द्वारा दिये गये बयान से पार्टी की स्थिति पर से ध्यान हटाना इसका मकसद है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पाकिस्तानी टेलीविजन चैनलों पर टीआरपी मिल रहा है लेकिन देश में पार्टी की जो स्थिति है उससे ध्यान हटाने के लिए श्री गांधी ने गलत बयान दिया है।
रक्षा मंत्रालय से फाइल चोरी होने के सवाल पर श्री जेटली ने साफ तौर पर कुछ नहीं कहा। हालांकि उन्होंने कहा कि मीडिया काे आजादी मिली हुयी है लेकिन संविधान में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर उनकी भी जिम्मेदारी का उल्लेख है। पिछले 72 वर्षाें से राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मीडिया में इस तरह की बात नहीं हुयी है।
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