राईनपाड़ा (महाराष्ट्र), पांच जुलाई । महाराष्ट्र के सुदूरवर्ती राईनपाड़ा गांव में पांच दिन पहले पांच व्यक्तियों की भीड़ के हाथों पीट – पीट कर हत्या किये जाने की बर्बर घटना के बाद गांव में हर ओर मायूसी और अजीब सी खामोशी पसरी है।
गांव में 750 लोगों की आबादी है , लेकिन घटना के बाद बदले हालात में अब वहां महज कुछ गिने – चुने बुजुर्ग और कुछ महिलाओं को ही देखा जा सकता है। दरअसल भीड़ के हाथों पीट – पीट कर हत्या किये जाने की घटना के बाद पुलिस जांच में तेजी देख यहां के नौजवान गांव छोड़ कर भाग गये हैं।
बीते रविवार को बच्चा चोरी के संदेह में यहां भीड़ ने पांच आदिवासियों की पीट – पीट कर हत्या कर दी थी। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया , क्योंकि यह सोशल मीडिया द्वारा फैलाये गये अफवाहों से पनपा एक और बर्बर मामला था।
जो वीडियो वायरल हुआ था , उसमें पांचों पीड़ितों में एक व्यक्ति छह साल की एक बच्ची से बात करने की कोशिश करते दिख रहा था। इसके बाद लोगों ने इन सभी को दबोच लिया , उन पर पत्थर बरसाये और छड़ी से पिटाई की।
पुलिस ने इस संबंध में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है और इस सुदूरवर्ती गांव में घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश कर रही है। यह गांव गुजरात की सीमा से सटा है और धुले जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर है।
गांव की रहने वाली 72 वर्षीय दगुबाई गायकवाड़ बड़े मायूसी भरे शब्दों में कहती हैं , ‘‘ रविवार के बाद घर के मर्द हमें छोड़कर चले गये और तब से उनसे हमारा कोई संपर्क नहीं है। सिर्फ कुछ औरतें और कुछ बुजुर्ग ही अब यहां रह गये हैं। ’’
उन्होंने कहा , चूंकि घर में कोई नौजवान नहीं है ऐसे में कोई नहीं जो खाने और पीने के पानी का इंतजाम करे।
अधिकतर घरों में ताला लटका है और गांव की गलियां वीरान हैं। सिर्फ मवेशियों और जानवरों को इधर – उधर भटकते देखा जा सकता है।
गांव की पंचायत समिति के सदस्य विश्वास गंगुर्डे ने बताया कि गांव में 750 लोगों की आबादी है लेकिन अब सिर्फ कुछ ही पुरूष और महिलाएं ही बचे हैं।
धुले के पुलिस अधीक्षक एम रामकुमार ने कहा कि पुलिसकर्मी बुजुर्गों और महिलाओं को खाद्य सामग्री वितरित करने की कोशिश कर रहे हैं
मुख्य आरोपी नंदुरबार जिले से गिरफ्तार:
धुले जिले में बच्चा चोरी के संदेह में भीड़ द्वारा पांच व्यक्तियों की पीट – पीट कर हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
धुले के पुलिस अधीक्षक एम रामकुमर ने आज बताया कि महारु पवार (22) को कल पड़ोसी नंदुरबार जिले से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि रविवार की घटना के बाद से पवार फरार चल रहा था और वह नंदुरबार में छिपा था।
उन्होंने कहा , ‘‘ हमारी टीम उसकी तलाश कर रही थी और टीम ने उसे पकड़ लिया। ’’
रामकुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर घटना का जो वीडियो वायरल हुआ था उसमें पवार कथित रूप से भीड़ का नेतृत्व करते और पांचों व्यक्तियों की लाठी-डंडों से पिटाई करते दिख रहा है।
एसपी ने बताया कि पवार मामले में गिरफ्तार 24 वां शख्स है। उन्होंने कहा कि कुछ और आरोपियों को पकड़ने के लिये तलाश जारी है।
केंद्र ने राज्य सरकारों को जारी की एडवाइजरी:
नयी दिल्ली में केन्द्र ने आज राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी की अफवाहों के बाद भीड़ द्वारा पीट – पीटकर मार डालने की घटनाओं को रोकने के लिये कहा।
बीते दो महीनों में बच्चा चोरी के संदेह में देशभर में 20 से अधिक लोगों को पीट – पीटकर मार डाला गया है और ताजा मामला महाराष्ट्र के धुले जिले का है जहां भीड़ ने पांच लोगों की पीट – पीटकर जान ले ली।
गृह मंत्रालय ने एक परामर्श में राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से ‘‘ बच्चा चोरी की अफवाहों का जल्दी पता लगाने के लिये पैनी नजर रखने और उन्हें रोकने के लिये असरदार उपाय शुरू करने ’’ को कहा।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा , ‘‘ केन्द्र ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से सोशल मीडिया पर बच्चा चोरी की अफवाहें फैलाकर भीड़ द्वारा पीट – पीटकर मार डालने की घटनाओं को रोकने के लिये उपाय करने को कहा। ’’
उनके अनुसार, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से जिला प्रशासनों को असुरक्षित क्षेत्रों की पहचान करके जागरूकता फैलाने तथा विश्वास बहाल करने का निर्देश देने को कहा गया।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से प्रभावित लोगों में विश्वास पैदा करने के लिये बच्चों के अपहरण की शिकायतों की जांच उचित ढंग से करने को कहा गया।
गौरतलब है कि मंगलवार को सरकार ने व्हाट्सएप को, ‘‘ गैरजिम्मेदार एवं बवाल मचाने वाले संदेशों ’’ को फैलने से रोकने के लिये तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया था।attacknews.in