लखनऊ 03 दिसम्बर । प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के शिवपाल के लिये जसवंतनगर सीट छोड़ने तथा जीतने पर मंत्री बनाने की बात को गंभीरता से लिया है और आज कहा कि यह एक क्रूर मजाक है ।
श्री यादव ने आज यहां संवाददताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनाव में प्रसपा का समाजवादी पार्टी में विलय नहीं होगा बल्कि छोटी-छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन कर पार्टी चुनाव लड़ेगी ।
चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी से होगा प्रसपा का गठबंधन: ऐसा शिवपाल ने ही कहा था
इससे पहले इटावा में 20 नंबवर को समाजवादी पार्टी में विलय को नकार चुके प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मे भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके चुनाव लडेगी ।
इटावा में जिला कोआपरेटिव बैंक बोर्ड की बैठक के बाद शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारो के समक्ष यह बयान दिया था । उनके इस बयान सेे एक नई राजनीति का संकेत मिलता हुआ दिख रहा था ।
चाचा भतीजे के बीच उनके और कौन के संबोधन के क्या थे मायने
वही 15 नंबवर की रिपोर्ट है कि, चाचा भतीजे के बीच बेशक सामंजस्य की बातें हो रही हो लेकिन इसके बावजूद एक बड़ी बात सामने यह आई थी ना तो चाचा भतीजे का नाम ले रहे हैं और न भतीजा ही चाचा के नाम का संबोधन कर रहा था । दोनों के बीच अभी उनके और कौन का रिश्ता दिख रहा थाऔर इस संबोधन के कई मायने लगाये जा रहे थे ।
जी हाँ ! चाचा यानि शिवपाल और भतीजा मतबल अखिलेश । दोनों के बीच एक लंबे अरसे से चल रहा सत्ता संघर्ष का मुद्दा हर किसी के जेहन में बना हुआ है ।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने प्रो.रामगोपाल यादव के बेटे और अपने भतीजे और पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार अक्षय के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर कर किस्मत आजमाई । शिवपाल सिंह तो हारे ही भतीजा अक्षय भी हार गया और बाजी भारतीय जनता पार्टी के हाथ में जा लगी ।
ऐसा ही हाल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के पूरे उत्तर प्रदेश में उतारे गए सभी उम्मीदवारों का हुआ । किसी भी उम्मीदवार की जमानत नहीं बच सकी । जिसके बाद शिवपाल सिंह यादव की तरफ से लगातार समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके अगला विधानसभा का चुनाव लड़ने की बात कही जाने लगी थी।
शिवपाल सिंह यादव ज्यादातर अपनी बयानगी मे यही बात बोला करते हैं कि 2022 विधानसभा का चुनाव वह समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके हर हाल में लड़ेंगे । उनकी इच्छा समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने की है ।