नई दिल्ली/अररिया 20 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस बिना सबूत के दुनिया में 5,000 साल तक जिस महान संस्कृति और परंपरा ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया, ऐसी संस्कृति को आतंकवादी कह दिया। माेदी ने कहा कि उन सबको जवाब देने के लिए यह (भोपाल से उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ) एक प्रतीक है और यह कांग्रेस को महंगा पड़ेगा।
यह बात प्रधानमंत्री मोदी ने टाइम्स नाउ को साक्षात्कार में कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब 1984 में श्रीमती गांधी की हत्या हुई। उसके बाद उनके सुपुत्र ने कहा था कि जब एक बड़ा पेड़ गिरता है तो जमीन हिलती है और उसके बाद देश में हजारों सरदारों का कत्लेआम करने का कोहराम मच गया। क्या यह टेरर नहीं था? क्या यह निश्चित लोगों का टेरर नहीं था? इसके बाद भी उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया गया और उस संबंध में मीडिया ने उनसे एक भी सवाल नहीं पूछा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जो लोग उस समय के आंखों देखे गवाह हैं कि इन्होंने (आरोपी) इतने सरदारों को जला दिया। उनको ही बाद में सांसद पद से नवाजा गया , केंद्र में मंत्री बनाया गया। उसमें से एक को अभी मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री (कमलनाथ) तक बना दिया गया।
कांग्रेस पर आगे हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को कोर्ट ने सजा दी है, उन्हें लोग गले लगा रहे हैं, जेल में जाकर मिल रहे हैं। अस्पताल में आए तो उनसे मिलने जा रहे हैं। ऐसे लोगों को उसूलों की बातें करने का कोई हक नहीं है।
आपको बताते जाए कि 2008 में मालेगांव बम विस्फोट मामले में प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ गैर-कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला अदालत में विचाराधीन है।
उधर अररिया ( उत्तरप्रदेश) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को वोटभक्त और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को देशभक्त बताया और कहा कि उनकी सरकार में सैनिकों ने उरी और पुलवामा हमले के बाद आतंकियों को उसके घर में घुसकर मारा जबकि दिल्ली के बाटला हाउस में जब आतंकवादी मारे गये तो कांग्रेस नेता खुश नहीं हुये बल्कि उनकी आंखों में आंसू आ गये थे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने यहां फॉरबिसगंज के हवाईअड्डा मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रत्याशी प्रदीप सिंह के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुये कहा कि 26/11 को मुंबई में जब आतंकियों ने हमला किया था, तो कांग्रेस और उसके साथियों की सरकार ने क्या किया था, यह किसी से छुपा ढंका नहीं है।
उन्होंने कहा कि उस वक्त देश के वीर जवानों ने पाकिस्तान में घुस कर बदला लेने की अनुमति मांगी थी, लेकिन कांग्रेस की अगुवाई वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने मना कर दिया क्योंकि उसे वोटबैंक की राजनीति करनी थी।
श्री मोदी ने कहा कि 26/11 के हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में सभी को पता था कि वे पाकिस्तानी हैं लेकिन, कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने कार्रवाई करने की बजाय हिंदुओं के साथ आतंकी शब्द चिपकाने के लिए साजिशों पर ध्यान लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना बनाकर इस हमले की जांच की पूरी दिशा ही भटका दी गयी। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि कांग्रेस और उसके महामिलावटी साथियों को केवल वोटबैंक की ही राजनीति करनी थी।
attacknews.in