खड़गपुर 20 मार्च । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि लोगों को विकास के लिए अपने मताधिकार का उपयोग करना चाहिये ।
श्री मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधान सभा का यह चुनाव केवल सत्ता में परिवर्तन के लिए ही नहीं बल्कि ‘सोनार बांग्ला’ के निर्माण के लिए भी है । उन्होंने कहा कि संविधान ने हमें वोट की आजादी दी है लेकिन दीदी इस ताकत को छीनती रही है। वर्ष 2018 में पंचायत चुनाव के दौरान लोगों के वोट के अधिकारों को कुचला गया जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है ।
उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को समझना चाहिए कि संविधान की मर्यादा से बड़ा कुछ भी नहीं है। उन्होंने राज्य की जनता से पढाई, दवाई, कमाई और सिंचाई की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए निर्भय होकर वोट करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर राज्य में कानून का शासन स्थापित होगा और गैर कानूनी कार्य करने वालों के खिलाफ सख्त कर्रवाई होगी ।
असम की चाय को बदनाम करने वालों का समर्थन कर रही है कांग्रेस: मोदी
उधर असम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर असम की चाय को बदनाम करने वालों का समर्थन करने का आरोप लगया।
श्री मोदी ने छाबुआ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें यह जानकर दुख हुआ कि एक पुरानी पार्टी, जिसने देश पर 50 से 55 साल तक शासन किया, वह भारत की प्रसिद्ध चाय को बदनाम करने वालों का समर्थन कर रही है।
उन्होंने कहा कि यदि एक चायवाला आपकी समस्या को नहीं समझेगा, तो कौन समझेगा।
प्रधानमंत्री ने स्वीडन की पर्यावरणविद ग्रेटा थुनबर्ग के विवादास्पद टूलकिट का उल्लेख करते हुए कहा कि किसानों के विरोध में भाग लेने के कई तरीके थे। उन्होंने कहा कि इसका मकसद भारत के योग तथा चाय की छवि को बदनाम करना था।
श्री मोदी ने कहा, “ कांग्रेस सरकार तथा उसकी नीतियों ने असम को सामाजिक, सांस्कृतिक तथा भौगोलिक रूप से क्षति पहुंचायी है।”
उन्होंने राज्य के लोगों से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा की नीति, नेतृत्व तथा इरादे नेक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस के पास न नेता है और न नीति और न ही विचारधारा।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इतनी कमजोर हो गई है कि वह किसी भी हद तक जा सकती है और किसी से भी हाथ मिला सकती है।
उल्लेखनीय है कि राज्य की 126 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च तथा छह अप्रैल को दो चरणों में मतदान होगा तथा नतीजे दो मई को आएंगे।