नयी दिल्ली 22 दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस, उसके साथी दलों और शहरी नक्सलियों पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर देश में अफवाह फैलाने एवं हिंसा भड़काने का आरोप लगाया और कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वालों ने देश की जनता द्वारा नकारे जाने के बाद ‘बांटो एवं राज करो’ का पुराना हथियार निकाल लिया है।
श्री मोदी ने राजधानी के रामलीला मैदान में पार्टी की दिल्ली इकाई द्वारा आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर धारदार प्रहार किये और जनता से अपील की, “आप विपक्षी पार्टियों के टेप रिकॉर्ड ना सुनें बल्कि मेरे ट्रैक रिकॉर्ड देखें।”
उन्होंने अफवाहों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि संसद के एक सत्र में दो विधेयक पारित हुए हैं। एक में गरीबों को दिल्ली में अनधिकृत बस्तियों में उनकी संपत्ति पर मालिकाना दिया गया है तो वह दूसरे में गरीबों के हक को कैसे छीन सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएए किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिए है।
उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि तमाम साजिशों के बावजूद वह देश को झुकने या बंटने नहीं देंगे तथा देश की सुरक्षा एवं लोगों के हितों के लिए जो भी जरूरी होगा, वह करने से उन्हें कोई रोक नहीं पाएगा।
प्रधानमंत्री ने उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना में सभी धर्मों, जातियों संप्रदायों के करोड़ों गरीब लोगों को बिना किसी भेदभाव के एकसमान लाभ मिलने का हवाला देते हुए कहा, “मैं कांग्रेस, उसके सहयोगियों और उसकी तरह देश को बांटने की राजनीति करने वाले दलों से जानना चाहता हूँ कि जब हमने किसी भी योजना में देश की किसी भी जनता से कोई भेदभाव नहीं किया तो फिर ऐसे झूठे आरोप क्यों, इस तरह के आरोपों के बहाने, भारत को दुनिया भर में बदनाम करने की साजिश क्यों? ”
उन्होंने कहा कि इन लोगों ने दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के कई शहरों को अराजकता और डर के माहौल में धकेलने की कोशिश की है, साजिश की है। ये हिंसा और नफरत को उकसाने के लिए तो बयान देते हैं लेकिन शांति स्थापित करने के लिए कुछ भी नहीं बोलते और कोई पहल नहीं करते तो इसका मतलब यह है कि ये हिंसा का मौन समर्थन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन लोगों ने दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के कई शहरों को अराजकता और डर के माहौल में धकेलने की कोशिश की है, साजिश की है। जिस तरह बच्चों की स्कूल बसों पर हमले हुए हैं, यात्री बसों पर, ट्रेनों पर हमले किए गए हैं, लोगों की गाड़ियों को जलाया गया है, ईमानदार करदाता का पैसा जिस सरकारी संपत्ति में लगा है, उसको नुकसान पहुंचाया गया है, वह इनकी राजनीति की सच्चाई को बताता है।
उन्होंने कहा, “मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर पत्थर मारना ही है तो मोदी को मारो, जलाना ही है तो मोदी का पुतला जला लो, लेकिन कम से कम किसी गरीब का नुकसान तो मत करो। गरीब ऑटो वालों, गरीब बस वालों को मारकर, पीटकर आपको क्या मिलेगा? जिन पुलिसवालों पर आप पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा?”
उन्होंने कहा कि देश में 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, लोगों की सुरक्षा के लिए शहादत दी है। जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो पुलिस ये नहीं पूछती कि सामने वाले का धर्म क्या है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि झूठ बेचने वाले और अफवाह फैलाने वालों को पहचानने की ज़रूरत है। ये दो तरह के लोग हैं। जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है तथा जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है। ये लोग सोचते थे कि वे खुद ही सरकार है, देश उनके इशारे पर चलता है और वे जो इतिहास बताएंगे, वही सच मान लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों और राज करो।
देश ने पाकिस्तान की करतूत सामने लाने का मौका खाे दिया : मोदी
प्रधानमंत्री ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि राजनीतिक लाभ के लिए विरोध को हवा देने वालों के कारण देश ने पाकिस्तान की करतूतों को दुनिया के समक्ष लाने का मौका खो दिया है।
श्री मोदी ने कहा कि यह किसी की नागरिकता छीनने वाला नहीं बल्कि नागरिकता देने वाला कानून है। इस कानून से पाकिस्तान, बंगलादेश तथा अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर पीड़ितों और सताए हुए लोगों को भारत की नागरिकता देना और उन्हें सम्मान के साथ जीवन यापन करने का अधिकार मिलता है लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं ने इसका राजनीतिक फायदा उठाने का काम कर लोगों को हिंसा के लिए भड़काया है।
उन्होंने कहा कि इस कानून से दुनिया को पता चलता कि पाकिस्तान में कैसे मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है, वहां मानवाधिकारों की स्थिति क्या है और अल्पसंख्यकों पर किस तरह के अतयाचार होते हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अत्याचारों को लेकर उसकी करतूतों को दुनिया के समक्ष लाने का देश को इस कानून से मौका मिल रहा था लेकिन कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों की वोट बैंक की राजनीति के कारण देश ने पाकिस्तान की करतूत दुनिया के समक्ष सामने लाने का मौका खाे दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कानून से कई लोगों की आशा पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि पीड़ित इस कानून से कितने खुश है इस संबंध में उन्होंने दिल्ली के मजनू का टीला क्षेत्र का एक उदाहरण दिया और कहा कि दो सप्ताह पहले वहां एक बेटी पैदा हुई और उसके माता पिता ने उसका नाम ‘नागरिकता’ रख दिया। विरोध करने वालों को समझ लेना चाहिए कि अगर उस बेटी के मां-बाप का जीवन आसान होता है और उनकी समस्या का समाधान हो रहा है तो इसमें किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए।
उन्हाेंने कहा कि पाकिस्तान जैसे देशों से धार्मिक आधार पर सताए गये लोगों को भारत आने के लिए मजबूर होना पडता है। उन्हें मजबूरी में अपना घर छोड़कर आना पड़ता है, अपनी बहू बेटियों की इज्ज्त के लिए भारत का रुख करना पड़ता हैं तो उनको लेकर दिक्कत किसी को नहीं होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बुद्धिजीवियों को समझ आना चाहिए कि कोई भी शरणार्थी अपनी पीड़ा के कारण भारत की सीमा में पहुंचता है तो कहता है कि वह अपनी जिंदगी बचाने के लिए आया है। वह कुछ छिपाता नहीं है और कहता है कि मजबूर होकर भारत आया है। घुसपैठिया इस तरह से स्पष्टता के साथ कभी नहीं आता है। वह छिपता है और अपनी पहचान छिपाने का लगातार प्रयास करता है लेकिन शरणार्थी अपनी पहचान कभी नहीं छिपाता है।
श्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ उन्होंने खुद दोस्ती का हाथ बढ़ाया और जब अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान गये थे लेकिन बदले में पाकिस्तान देश काे घाव दिया है। उन्होंने कहा,“ हम पर आतंकवादी हमले कराए हैं। ”
कांग्रेस और शहरी नक्सली नागरिकता को लेकर अफवाह फैला रहे हैं : मोदी
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और उसकी सहयोगी दलों तथा शहरी नकस्लियों पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर देश को तबाह करने के लिए झूठ तथा अफवाह फैलाने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि जो हिन्दुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं ,उन्हें सीएए और एनआरसी से कोई लेनादेना नहीं है।
श्री मोदी ने कहा,“ हिन्दुस्तान की मिट्टी के मुसलमान जिनके पूवर्ज मां भारती की संतान हैं ,उनका नागरिकता कानून या एनआरसी से कोई लेनादेना नहीं है। ”
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को डिटेंशन केन्द्रों में भेजने की अफवाह फैलायी जा रही है जो सफेद झूठ है । नगारिकता कानून को गरीबों के खिलाफ बताया जा रहा है जबकि वास्तविकता यह है कि पाकिस्तान, बंगलादेश और अफगानिस्तान से आये शरणार्थी जो वर्षो से देश में रह रहे हैं उन्हें इस कानून का फायदा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दलित नेता भी इस विवाद में घुस गये हैं। वह उनसे पूछना चाहते हैं कि दलित राजनीति करने वाले लोग इतने दिनों से चुप क्यों थे। अब जब दलितों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है तो उनके पेट में चूहा क्यों कूद रहा है? उन्होंने कहा कि शरणार्थी और घुसपैठिया में अंतर है।घुसपैठिया अपनी पहचान छुपाता है जबकि शरणार्थी अपनी पहचान बताता है। नागरिकता संशोधन कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहींं है।
मुस्लिम देशों से मिल रहे समर्थन के कारण कांग्रेस और उसके सहयोगी परेशान : मोदी
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुस्लिम बहुल देशों में उन्हें मिल रहे जबर्दस्त समर्थन से कांग्रेस और उसके सहयोगी परेशान है और इसीलिए वे भ्रम और अफवाह फैला रहे हैं ।
मोदी ने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए साफ शब्दों में कहा कि जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं।
मोदी ने कहा, ‘‘ कांग्रेस और उसके सहयोगी आज इस बात से भी तिलमिलाए हुए हैं कि आखिर क्यों मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और खासकर मुसलिम बहुल देशों में इतना समर्थन मिलता है। क्यों वो देश मोदी को इतना पसंद करते हैं? ।’’ उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान हो या फलस्तीन, सऊदी अरब हो या यूएई, मालदीव हो या बहरीन – इन सब देशों ने भारत को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम जगत ने भारत की संस्कृति के साथ अपने रिश्ते को और प्रगाढ़ करने की कोशिश की है। पिछले 5 साल में मुस्लिम देशों ने जितनी संख्या में भारतीय कैदियों को छोड़ा है वो अप्रत्याशित है।
उन्होंने कहा कि सउदी अरब, कुवैत, कतर, बहरीन इन देशों ने भारत के जितने कैदियों को छोड़ा है, उतने पहले कभी नहीं छोड़े गए । उन्होंने इस संदर्भ में हज कोटे में वृद्धि किये जाने का भी उल्लेख किया ।
मोदी ने कहा, ‘‘ मैं सभी देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं, इन लोगों : विपक्ष : की साजिशों के बावजूद आपका ये सेवक देश के लिए, देश की एकता के लिए, शांति और सद्भाव के लिए जो भी बन सकेगा , करेगा , उससे मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा । ’’ कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कही गईं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है।
मोदी ने कहा, ‘मैं इन भ्रम फैलाने वाले, झूठ बोलने वालों से पूछना चाहता हूं कि जब मैंने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध किया तो क्या किसी से पूछा था कि आपका धर्म क्या है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी को वोट देते हैं, आप किस पार्टी के समर्थन हैं? क्या हमने आपसे कोई सबूत मांगे थे? 70 का सबूत लाओ, 75 का सबूत लाओ, 80 का सबूत लाओ, क्या हमने मांगा था?’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और शहरी नक्सलियों द्वारा डिटेंशन सेंटर की अफवाह उड़ाई गई है और यह सरासर झूठ है। जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और एनआरसी दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है।
मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, यह अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत जलाओ ।
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि एक बार जब हाथ में तिरंगा आ जाता है तो वह फिर कभी हिंसा का, अलगाव का, बांटने की राजनीति का समर्थन नहीं कर सकता ।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पूरा विश्वास है कि हाथ में थमा यह तिरंगा इन लोगों को हिंसा फैलाने वालों के ख़िलाफ़, हथियार उठाने वालों के ख़िलाफ़, आतंकवादी हमले करने वालों के खिलाफ भी आवाज उठाने के लिये प्रेरित करेगा ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों के हाथ में जब ईंट-पत्थर देखता हूं, जब उनके हाथ में हिंसा के साधन देखता हूं तो मुझे काफी तकलीफ होती है। लेकिन मेरी सोच अलग है। परन्तु जब उन्हीं में से कुछ के हाथ में तिरंगा देखता हूं, तो सुकून भी होता है क्योंकि हाथों में तिरंगा एक जिम्मेदारी भी है ।
विविधता में एकता भारत की विशेषता है: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विविधता में एकता भारत की विशेषता है।
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री उदय योजना के माध्यम से लोगों को अपने घर और अपनी जमीन पर सम्पूर्ण अधिकार मिल पाया है और उन्हें संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का यह अवसर उन्हें और भाजपा को मिला है ।
दिल्ली की कच्ची कालोनियों के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लायी भाजपा : मोदी
पूर्ववर्ती कांग्रेस और दिल्ली की वर्तमान आप सरकार पर दिल्ली की मूलभूत समस्याओं को नजरंदाज करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां कहा कि ‘पीएम उदय योजना’ दिल्ली की कच्ची कालोनियों के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लेकर आयी है।
मोदी ने कहा, ‘‘ चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढाई जाती थीं, बुलडोजर का पहियां कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी।’’ विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई ।
उन्होंने कहा, ‘‘ आप सोचिये जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे?’’ मोदी ने कहा कि इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में 2 हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे ।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला है।’’ दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने किा कि आज दिल्ली में जो राज्य सरकार है, वो यहां की सबसे बड़ी समस्या से आंख मूंद कर बैठी है।
उन्होंने कहा कि यहां समस्या पीने के पानी की है। इन लोगों : आप सरकार : के अनुसार पूरी दिल्ली में हर जगह बिसलरी जैसा साफ पानी मिलता है लेकिन क्या स्थिति है, यह सभी को मालूम है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि आपको अपने घर, अपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला, इसके लिए आपको बधाई ।
उन्होंने कहा, ‘‘ जीवन से जब अनिश्चितता निकल जाती है, एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी के चेहरों पर देख रहा हूं। आपके उत्साह में देख रहा हूं ।’’ मोदी ने कहा, ‘‘ इतने कम समय में प्रौद्योगिकी की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है। इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं । ’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘समस्याओं को लटकाकर रखना हमारी प्रवृत्ति नहीं है और न ही हमारा संस्कार है। पीएम उदय योजना दिल्ली की कच्ची कालोनियों के 40 लाख लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने वाली है।’’
मोदी ने विपक्ष की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढ़ाई जाती थीं, बुलडोजर का पहिया कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी। लोगों को इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई ।
विपक्षी कांग्रेस एवं आप पर परोक्ष निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वे खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में दो हजार से ज्यादा बंगले अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे ।