फारबिसगंज/सहरसा 03 नवम्बर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि राज्य की जनता ने झूठे सपने दिखाने वाले डबल युवराज ( तेजस्वी प्रसाद यादव और राहुल गांधी) को नकार दिया है ताकि गौरवशाली अतीत से प्रेरित मजबूत नींव पर एक भव्य और आधुनिक आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण के काम को केन्द्र और राज्य की डबल इंजन की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार से ताकत मिल सके।
श्री मोदी ने तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव वाले क्षेत्रों के राजग उम्मीदवारों के पक्ष में अररिया जिले के फारबिसगंज और सहरसा जिले में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पहले और दूसरे चरण के मतदान से मिल रहे रुझानों से यह साफ हो गया है कि बिहार के लोगों ने जंगलराज और डबल युवराज को नकार दिया है और राज्य में राजग की सरकार के लिए मतदान किया है।
उन्होंने कहा, “बिहार के लोग आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर बिहार के लिए कटिबद्ध हैं। बीत वर्षों में एक नये उदीयमान, आत्मनिर्भर और गौरवशाली अतीत से प्रेरित बिहार की नींव रखी जा चुकी है। अब इस मजबूत नींव पर एक भव्य और आधुनिक बिहार के निर्माण का समय है। बिहार के लोग जानते हैं कि यह संकल्प तभी पूरा होगा जब केंद्र और राज्य दोनों ही जगहों पर राजग की सरकार होगी और उसे डबल इंजन की ताकत मिलेगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि बिहार में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है लेकिन जंगलराज वालों ने इस सामर्थ्य के साथ जो अन्याय और विश्वासघात किया वह बिहार का एक-एक नागरिक चाहे वह पुरानी पीढ़ी का हो और वर्तमान पीढ़ी का सभी बहुत अच्छी तरह जानते हैं। जंगलराज के उस दौर में गरीब की बातें तो होती थी लेकिन उन्हें अपनी मर्जी की सरकार चुनने का भी अधिकार नहीं था। उनके वोट लूट लिये जाते थे। ऐसे लोग बिहार को फिर पुराने दौर में ले जाना चाहते हैं लेकिन वह भूल रहे हैं बिहार का गरीब अब उनके झांसे में आने वाला नहीं है।
उन्होंने युवाओं को पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि आज से चार दशक पहले जब उनके दादा और माता-पिता युवा थे तब जेपी आंदोलन के समय उन लोगों ने भ्रष्ट और लोकतंत्र विरोधी सरकार को उखाड़ फेंक कर देश की राजनीति को बदल दिया था । उसके बाद वर्ष 2005 में जब उनके माता-पिता के हाथ में जिम्मेवारी आई तब उन लोगों ने भी 15 साल के कुशासन को सुशासन में बदलने के लिए अपनी ताकत लगा दी थी।
श्री मोदी ने युवाओं से कहा, “आपके दादा-परदादा और फिर माता-पिता ने बहुत बड़ी मुश्किल लड़ाई लड़कर के बिहार को बाहर निकाला है। अब इस दशक में आत्मनिर्भर और आधुनिक बिहार बनाने के लिए जो काम आपके दादा-परदादा और माता-पिता ने किया उस काम को आज बिहार के लोगों-नौजवानों को आगे बढ़ाना है। नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार यानी अगली पीढ़ी के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) हब के रूप में विकास, नई दुग्ध प्रसंस्करण इकाई का विकास, सैकड़ों नये किसान उत्पादक संघों (एफपीओ) का गठन, स्थानीय उद्यमियों, स्थानीय व्यापारियों का विकास, कुटीर उद्योगों का विकास, मातृभाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी तकनीकी शिक्षा की पढ़ाई, आईटी पार्क, साफ्टवेयर पार्क, हार्डवेयर मैनुफैक्चरिंग पार्क का निर्माण, हर गांव में इंटरनेट, छठी कक्षा से ऊपर के सभी बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा है। राजग की सरकार में बिहार इन संकल्पों को पूरा कर तेज गति से आगे बढ़ सकता है।