वाराणसी, 13 मार्च । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को यहां श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सपरिवार पूजा-अर्चना की तथा दशाश्वमेध घाट पर प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुये।
पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन राष्ट्रपति ने पत्नी सविता कोविंद के साथ विधि-विधान के साथ दुग्धाभिषेक कर बाबा भोले की पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्य देखा।
बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद उन्होंने मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर स्थित दशाश्वमेध घाट पहुंचे, जहां उन्होंने शाम की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए तथा मां गंगा की पूजा की।
राष्ट्रपति के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी एवं रविंद्र जायसवाल समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
श्री कोविंद के राष्ट्रपति के तौर पर गंगा आरती में प्रथम आगमन पर दशाश्वमेध घाट को विशेष तौर पर फूलों एवं रोशनी से आकर्षक तरीके से सजाया गया। हर-हर महादेव के जयकारे, शंख, डमरू एवं घंटों की ध्वनि के बीच श्री कोविंद एवं अन्य अतिथि गंगा तट पर अद्भुत भक्तिमय नज़ारे को निहारते रहे। कोरोना के कारण आरती में चुनिंदा लोगों आरती में शामिल होने का मौका मिला।
इससे पहले, राष्ट्रपति के अपने तय कार्यक्रम पर बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर श्रीमती पटेल एवं श्री योगी ने उन्हें शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर उनकी आगवानी की। इस अवसर पर प्रदेश के मंत्री डॉ तिवारी एवं श्री जायसवाल, सांसद बी पी सरोज, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं आईजी विजय सिंह मीणा मौजूद थे।