लखनऊ, 13 जून । उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने प्रतापगढ़ पुलिस के साथ संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए आज लालगंज इलाके से अवैध रुप से असलहे बनाने और उनकी बिक्री करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी संख्या में हथियार और उनके बनाने के उपकरण आदि बरामद किए।
एटीएस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को सूचना पर प्राप्त हो रही थी कि प्रतापगढ़ जिले में अवैध असलाहों एवं कारतूसों का एक बहुत बड़ा अंतर्राज्यीय गिरोह काम कर रहा है, जो बिहार के मुंगेर से कारीगरों को बुलाकर यहीं पर असलाहे बनाते हैं और प्रदेश में बेचतें है ।
इस सूचना को विकसित करने के उपरांत पुलिस महानिरीक्षक एटीएस के निर्देशन व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में एटीएस व प्रतापगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ऑपरेशन में अवैध रुप से असलहे बनाने एवं कारतूसों की बिक्री का धंधा करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के छह सदस्यों मुगेर बिहार निवासी शायल आलम उर्फ़ छोटू , मो. सरफ़राज़ आलम , मो. आज़ाद के अलावा गोरखपुर निवासी तिरुपति नाथ वर्मा उर्फ़ गुड्डू गांधी के अलावा प्रतागढ़ निवासी स्वालीन अंसारी उर्फ़ बबलू आदि शामिल हैं ।
रानीगंज थाना क्षेत्र केे संडौरा में असलहा बनाते समय पुलिस ने दबोचा था:
इसी तरह पिछले साल प्रतापगढ़ पुलिस ने अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए अंतरप्रांतीय असलहा तस्कर समेत चार लोगों को दबोच लिया था । जबकि दो लोग भाग निकले थे । पकड़े गए लोगों के पास से असलहा बनाने के उपकरण और कार बरामद हुई थी ।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया था कि अंतरप्रांतीय असलहा तस्करों द्वारा जिले में निर्मित अवैध असलहों को दूसरे जिलों में बेचने की जानकारी के बाद रानीगंज पुलिस व स्वॉट टीम को अलर्ट किया गया था। असलहा तस्करों का पीछा कर पुलिस ने संडौरा में दबिश दी। जहां से पुलिस ने चार असलहा तस्करों को दबोच लिया। जबकि दो भागने में कामयाब रहे।
मौके से छह तमंचा, एक अर्द्धनिर्मित तमंचा, तमंचा बनाने के उपकरण, हथौड़ी समेत अन्य उपकरण मिले। मौके से एक कार भी बरामद की गई। जिसमें असलहा रखकर तस्करी होती थी। पकड़े गए असलहा तस्कर प्रदीप कुमार पांडेय निवासी संडौरा ने बताया था कि उसका असलहा तस्करी करने का गिरोह है। वह उसका सरगना है। कई साल से अवैध असलहा बनाकर बेचने का काम कर रहा है। उन्नाव का रहने वाला बब्लू तिवारी उर्फ पहलवान कई जिलों में अर्द्ध निर्मित असलहों की तस्करी करता है। उसी से वह भी अर्धनिर्मित असलहे खरीदकर लाता है। घर के करीब एक कमरे में असलहा बनाने का काम होता है। अर्द्धनिर्मित असलहों को बनाकर उसे फतेहपुर, उन्नाव, प्रयागराज में बेचने जाता है। वह छोटे असलहे लेकर बेचने मुंबई भी जाता था। अब तक वह सौ से अधिक असलहे बेच चुका है।
पुलिस ने पकड़े गए प्रदीप कुमार पांडेय उर्फ पिंटू पांडेय पुत्र कृष्णानंद पांडेय निवासी संडौरा, अर्जुन कुमार पांडेय पुत्र लालमणि पांडेय निवासी पूरे चरन मेढ़ौली, सुबेदार सिंह पुत्र ओम प्रकाश सिंह निवासी कटराइंद्रकुंवर नगर कोतवाली, फूलचंद्र पुत्र सुदामा प्रसाद पटेल निवासी बरहुआ भोजपुर नगर कोतवाली को जेल भेज दिया था ।
पांच व दस हजार रुपये में बिकते हैं असलहे
असलहा तस्कर प्रदीप कुमार ने बताया था कि वह दूसरे जनपदों में असलहे बेचता था। छोटे असलहों को पांच हजार रुपये में और बड़े असलहों को दस हजार रुपये में बेचता था। सबसे अधिक आमदनी मुंबई में असलहा बेचने से होती थी। जिले में भी असलहा रखने के बहुत से लोग शौकीन हैं।