नयी दिल्ली, 19 मार्च । सीबीआई सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि पीएनबी बैंक घोटाले में फरार आरोपी नीरव मोदी को ब्रिटेन से प्रत्यर्पित करके भारत लाने के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं।इसमें थोडा समय लग सकता है ।
सूत्रों ने कहा कि विदेश मंत्रालय के जरिये ब्रिटेन से प्रत्यर्पण आग्रह किया गया है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि कुछ टेलीविजन चैनलों द्वारा मंगलवार को लंदन में उन्हें देखने के बाद एजेंसी को कोई नई जानकारी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि किसी आरोपी के प्रत्यर्पण की कानूनी प्रक्रिया अपना समय लेती है और सीबीआई उसके प्रत्यर्पण आग्रह के लिए ब्रिटेन की एजेंसियों को हरसंभव मदद देगी।
सूत्रों ने स्पष्ट किया कि किसी दल को लंदन भेजने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन ने एजेंसी द्वारा नीरव मोदी के खिलाफ पिछले साल जारी रेड कार्नर नोटिस पर प्रतिक्रिया दी है। इंटरपोल से एजेंसी द्वारा किये गये आग्रह पर जून 2018 में रेड कार्नर नोटिस जारी हुआ था।
गौरतलब है कि नीरव ने अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के 13 हजार करोड़ रुपये का कथित रूप से गबन किया था।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, ताकि उसके खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया शुरू की जा सके।
सूत्रों ने, हालांकि यह भी स्वीकार किया कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में कुछ वक्त लग सकता है। सीबीआई का अपना अधिकार क्षेत्र है और उसी दायरे में उसे काम करना होता है। जांच एजेंसी ने अपने दायित्व का पूर्ण निर्वहन किया है, बाकी का काम भारत और ब्रिटेन की सरकारों का है।
गौरतलब है कि नीरव मोदी की गिरफ्तारी किसी भी वक्त हो सकती है। लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर अदालत ने नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने कल यहां बताया था कि नीरव मोदी के खिलाफ लंदन की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। भगोड़ा नीरव मोदी पिछले दिनों लंदन की सड़कों पर दिखाई दिया था, जिसके बाद विदेश मंत्रलाय ने बयान जारी कर कहा था कि सरकार नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर कार्रवाई कर रही है।
सीबीआई ने इंटरपोल और ब्रिटिश अधिकारियों से सम्पर्क साधकर नीरव मोदी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करते हुए उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी।
नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी ने पंजाब नेशनल बैंक को 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले को अंजाम दिया था।
भारतीय अधिकारियों के आवेदन पर नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए पिछले साल जुलाई में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था और अब ब्रिटेन की अदालत ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है।
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