प्रयागराज,18 मई । पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से निष्कासित किए जाने के बाद स्वामी आनंद गिरी और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी के बीच संपत्ति विवाद को लेकर तकरार बढ़ गई है।
निष्कासन के बाद एक वीडियो जारी कर स्वामी आनंद गिरी ने अखाड़े की संपत्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि सम्पत्ति विवाद में ही निरंजनी अखाड़े से ही जुड़े दो युवा संतो ने आत्महत्या कर ली थी और संदिग्ध परिस्थितयों में उनके शव मिले थे।
उन्होंने अपने वीडियो में बताया कि निरंजनी अखाड़े से जुड़े महंत आशीष गिरी महराज और महंत दिगंबर गंगा पुरी महराज की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच कराए जाने की भी मांग की है।
स्वामी आनंद गिरी ने अपनी हत्या होने की भी आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग की है।
महंत नरेन्द्र गिरी ने स्वामी आनंद गिरी के द्वारा हत्या की बात को बेबनुियाद बताते हुए इस मनगढ़त कहानी बताया है।