मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में अस्पताल प्रबंधन के कार्य से चिकित्सकों को हटाने के निर्देश दिए,अस्पतालों के प्रबंधन के लिए प्रबंधन के व्यक्तियों को नियुक्त किया जाए attacknews.in

कोरोना की तीसरी लहर के लिए सभी तैयारियां सर्वश्रेष्ठ रखने के निर्देश

बिस्तरों, दवाओं, ऑक्सीजन, सीटी स्केन, आईसीयू, पीआईसीयू,चिकित्सकों, स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ‘अस्पताल प्रबंधन तथा संसाधन की उपलब्धता’ संबंधी मंत्री समूह की बैठक ली

उज्जैन 03 जुलाई। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए सभी तैयारियां सर्वश्रेष्ठ हों। सभी जिलों में बिस्तरों, दवाओं, ऑक्सीजन, सीटी स्केन, आईसीयू, पीआईसीयू, चिकित्सकों, स्टाफ आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में यदि तीसरी लहर आती है तो हमें संक्रमण की रोकथाम के साथ ही हर मरीज को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करानी है, जिससे कि पहले तो मरीज को अस्पताल जाने की आवश्यकता ही न पड़े और यदि अस्पताल जाना पड़ता है तो वह जल्दी से जल्दी स्वस्थ होकर घर वापस आ जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान गत दिवस मंत्रालय में ‘अस्पताल प्रबंधन तथा संसाधन की उपलब्धता’ संबंधी मंत्री समूह की बैठक ले रहे थे। बैठक में चिकित्सा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है

प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना के उपचार के लिए दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। नि:शुल्क होम किट्स के लिए सभी दवाइयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, रेमडेसिविर इंजेक्शन लगभग एक लाख हैं। एम्फोटेरेसिन-बी, टोसीजोमान इंजेक्शन के लिए रेट कान्टेक्ट किया जा रहा है। सभी दवाओं की मेडिकल कॉलेज तथा जिलावार उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। 2डी ऑक्सीडी दवा की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश के सभी 11 हजार उप स्वास्थ्य केन्द्रों में कोविड मेडिकल किट के डिपो स्थापित किए गए हैं।

वर्तमान में 68 हजार बेड्स

प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि वर्तमान में मध्यप्रदेश में कोरोना के इलाज के लिए कुल 68 हजार 22 बिस्तर चिन्हांकित हैं, जिनमें 54 हजार 130 शासकीय तथा 13 हजार 892 निजी अस्पतालों में हैं। इनके अंतर्गत 4 हजार बिस्तर प्रायवेट मेडिकल कॉलेजेस में चिन्हांकित किए गए हैं। आयुष्मान योजना अंतर्गत शासकीय एवं निजी चिकित्सालयों में कुल 31 हजार 11 बिस्तर चिन्हांकित हैं। प्रत्येक जिले के शासकीय एवं निजी अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाए जाने के संबंध में कार्ययोजना बनाई गई है। अधिक से अधिक संख्या में सामान्य बेड्स को ऑक्सीजन बेड्स एवं आईसीयू बेड्स में परिवर्तित करने का कार्य भी किया जा रहा है।

चिकित्सकों एवं स्टाफ को प्रशिक्षण

प्रदेश में 7523 चिकित्सक, 15 हजार 999 स्टाफ नर्स, 26 हजार 301 आयुष चिकित्सक सहित अन्य विभागीय 34439 मैदानी कार्यकर्ताओं, 6003 वॉलेन्टीयर्स, 51 हजार 684 आशा कार्यकर्ता तथा 14 हजार 217 ए.एन.एम. को प्रशिक्षण दिया गया है।

शिशुओं के उपचार की गाइड लाइन जारी

प्रदेश में विशेषज्ञों की समिति द्वारा गहन अध्ययन के पश्चात शिशुओं के उपचार की विस्तृत प्रोटोकॉल गाइड लाइन जारी की गई है। साथ ही अभिभावक बच्चों के साथ वार्ड में रह सकें, इसके लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं। होम आयसोलेशन में रहने वाले बच्चों के अभिभावकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

कुल 1002 एम्बुलेंस

कोरोना रोगियों को निर्बाध रूप से अस्पतालों तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण किया गया है। कुल 1002 एम्बुलेंस इस कार्य के लिए चिन्हांकित की गई हैं, जिनमें 167 ए.एल.एस. (एडवांस लाइफ सपोर्ट) तथा 835 बी.ए.एस. (बेसिक लाइफ सपोर्ट) एम्बुलेंस हैं।

170 पी.एस.ए प्लांट स्थापित होंगे

मध्यप्रदेश में भारत सरकार, राज्य सरकार एवं अन्य स्त्रोतों से कुल 170 पी.एस.ए प्लांट स्थापित होंगे, जिनकी कुल क्षमता 200 मेट्रिक टन है। इनमें से 21 पी.एस.ए प्लांट लग गए हैं तथा शेष सितम्बर माह तक स्थापित हो जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन्हें जल्दी से जल्दी पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए।

जिला अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 78 ऑक्सीजन प्लांट

प्रदेश के 78 जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कुल 78 पी.एस.ए प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। चिकित्सा महाविद्यालयों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की क्षमता में 121 मीट्रिक टन की वृद्धि की जा रही है। जिला अस्पतालों में 11 हजार 184 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स बनाए गए हैं, 3063 नवीन ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स बनाए जा रहे हैं। साथ ही चिकित्सा महाविद्यालयों में 751 ऑक्सीजन बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं।

आई.सी.यू. बेड्स में वृद्धि

प्रदेश में 813 आई.सी.यू. बेड्स स्थापित किए गए हैं। आगामी कार्य-योजना में 650 नए आई.सी.यू. बेड्स स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त चिकित्सा महाविद्यालयों में 345 आई.सी.यू. बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं।

डेढ़ हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर एन.आर.सी. में

जिलों को दिए गए 6190 कंसन्ट्रेटर्स में से बच्चों के पोषण पुनर्वास केन्द्रों में 1500 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके अलावा जिलों को 5100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अतिरिक्त रूप से प्रदाय किए जा रहे हैं।

प्रत्येक जिला चिकित्सालय में शिशु आईसीयू

प्रत्येक जिले में शिशु आईसीयू की व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में 320 शिशु आईसीयू के बिस्तर नियोजित किए गए हैं, जिनमें 200 बिस्तरों की संख्या अतिरिक्त रूप से स्थापित की जा रही है। इसके अतिरिक्त चिकित्सा महाविद्यालयों में 380 शिशु आईसीयू बिस्तरों की वृद्धि की जा रही है।

904 विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती शीघ्र

प्रदेश में 904 विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती के लिए मंत्रि-परिषद ने अनुमोदन कर दिया है, भर्ती शीघ्र पूर्ण की जाएगी। लोक सेवा आयोग द्वारा चिकित्सा अधिकारियों के 866 पदों पर भर्ती की कार्रवाई जारी है। मेडिकल कॉलेजेस में 863 चिकित्सकों की नियुक्ति की कार्रवाई जारी है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी हों अच्छी व्यवस्थाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी कोरोना उपचार की अच्छी से अच्छी व्यवस्थाएँ की जानी चाहिये। बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सा विशेषज्ञों की पदस्थापना की जा रही है। साथ ही 500 ऑक्सीजन बिस्तर तथा 78 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट सितम्बर तक स्थापित हो जाएंगे।

हर मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल आदर्श हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश का हर मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल आदर्श हो, जिससे आस-पास के क्षेत्रों के व्यक्तियों को वहीं अच्छे से अच्छा इलाज मिल जाए। इलाज के लिए बड़े शहरों में न जाना पड़े।

अस्पतालों का प्रबंधन चिकित्सकों के पास न रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि अस्पतालों के प्रबंधन के लिए प्रबंधन के व्यक्तियों को नियुक्त किया जाए। अस्पताल प्रबंधन के कार्य में चिकित्सकों को न लगाया जाए।

शीघ्र प्रारंभ हो जिला अस्पतालों में सीटी स्केन व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में सीटी स्केन व्यवस्था शीघ्र प्रारंभ की जाए। बताया गया कि वर्तमान में 14 जिला चिकित्सालयों में यह सुविधा प्रारंभ हो गई है, शेष सभी जिला चिकित्सालयों एवं चिकित्सा महाविद्यालयों में आगामी अक्टूबर माह तक प्रारंभ हो जाएगी।

कनाडा और अमेरिका में भीषण गर्मी से सैकड़ों लोगों की मौत की आशंका, गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़े attacknews.in

सालेम (अमेरिका), 3 जुलाई (एपी) कनाडा और अमेरिका के ओरेगन तथा वाशिंगटन में भीषण गर्मी पड़ रही है और वहां गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

ओरेगन के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि गर्मी के कारण 95 से अधिक लोगों की मौत हो गयी है और राज्य की सबसे बड़ी काउंटी मुल्टनोमा में शुक्रवार से लू चलने के बाद से 45 लोगों की मौत हो चुकी है।

वहीं, कनाडा के पश्चिमी प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के मुख्य कोरोनर लीसा लैपोइंते ने बताया कि उनके कार्यालय को शुक्रवार से बुधवार को दोपहर एक बजे के बीच कम से कम 486 लोगों की ‘‘अचानक और प्रत्याशित तरीके से मौत’’ होने की खबरें मिली हैं।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इनमें से कितनी मौत गर्मी की वजह से हुई लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि अत्यधिक गर्मी के कारण मौत की संख्या बढ़ रही है।’’

वैंकूवर के पुलिस सर्जेंट स्टीव एडिसन ने एक बयान में कहा, ‘‘वैंकूवर में कभी इस तरह की गर्मी नहीं पड़ी और दुखद यह है कि इसके कारण दर्जनों लोग मर रहे हैं।’’

वाशिंगटन राज्य प्राधिकारियों ने गर्मी के कारण 20 से अधिक लोगों के मरने की खबर दी है लेकिन यह संख्या बढ़ सकती है।

मौसम विज्ञानियों ने उत्तरपश्चिम पर अत्यधिक दबाव बढ़ने और मानव निर्मित जलवायु परिवर्तन को इस गर्मी की वजह बताया है।

सिएटल, पोर्टलैंड और कई अन्य शहरों में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं और कुछ स्थानों पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस से पार चला गया है। हालांकि पश्चिमी वाशिंगटन, ओरेगन और ब्रिटिश कोलंबिया में तापमान थोड़ा कम हुआ है लेकिन अंदरुनी क्षेत्रों में अब भी भीषण गर्मी पड़ रही है। कनाडा के दक्षिण अल्बर्टा और सस्काचवान और वाशिंगटन, ओरेगन, इडाहो और मोंटाना में गर्मी की चेतावनी जारी की गयी है।

ओरेगन की मुल्टनोमा काउंटी के मेडिकल परीक्षक ने 45 लोगों की मौत हाइपरथर्मिया यानी शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ने के कारण बतायी। इनकी आयु 44 से 97 वर्ष के बीच की थी। इस काउंटी के तहत पोर्टलैंड भी आता है। काउंटी ने बताया कि ओरेगन में 2017 और 2019 के बीच हाइपरथर्मिया से केवल 12 लोगों की मौत हुई थी।

किंग काउंटी के मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने बताया कि गर्मी के कारण कम से कम 13 लोगों की मौत हो गयी। इनकी आयु 61 से 97 वर्ष के बीच थी। पूर्वी वाशिंगटन में स्पोकेन दमकल विभाग को बुधवार को एक अपार्टमेंट में दो लोग मृत मिले जिनकी मौत गर्मी की वजह से होने की आशंका है।

अमेरिका, कनाडा में गर्मी के कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका

अमेरिका में प्रशांत उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है और चिकित्सा कर्मियों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है।

ओरिगोन, वाशिंगटन राज्य और कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में सैकड़ों लोगों की मौत हुई और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या सभी की मौत गर्म हवा की वजह से हुई। इस क्षेत्र में 25 जून को भयंकर गर्मी पड़नी शुरू हुई और मंगलवार को ही कुछ इलाकों को थोड़ी राहत मिली।

ओरिगन के चिकित्सक परीक्षक ने शुक्रवार को बताया कि अकेले इस राज्य में मृतकों कि संख्या कम से कम 95 पर पहुंच गयी है। सबसे अधिक मौतें मुल्टनोमा काउंटी में हुई। मृतकों में ग्वाटेमाला का एक प्रवासी मजदूर भी शामिल है।

कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया की मुख्य कोरोनर, लीजा लैपोइंते ने बताया कि उनके कार्यालय को 25 जून और बुधवार के बीच कम से कम 486 लोगों की ‘‘अचानक और अप्रत्याशित मौत’’ होने की सूचनाएं मिली हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इनमें से कितनी मौत गर्म हवा की वजह से हुई लेकिन गर्मी की वजह से ही ये मौत होने की आशंका है।

वाशिंगटन राज्य प्राधिकारियों ने गर्म हवा के कारण करीब 30 लोगों के मरने की खबर दी है लेकिन यह संख्या बढ़ सकती है। सिएटल में हार्बरव्यू मेडिकल सेंटर के आपात औषधि विभाग के निदेशक डॉ. स्टीव मिचेल ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वक्त के साथ यह संख्या बढ़ेगी। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि मृतकों की संख्या इससे अधिक हो सकती है।’’

मौसम विज्ञानियों ने इस भीषण गर्मी के लिए तापमान के सामान्य से 30 डिग्री अधिक जाने को जिम्मेदार बताया है जिससे उच्च दबाव का क्षेत्र बन गया है। पश्चिमी वाशिंगटन और ओरिगन में पारा थोड़ा गिरा लेकिन अंदरुनी उत्तरपश्चिमी इलाकों और कनाडा में गर्मी की चेतावनी अब भी जारी है।

केंद्र सरकार ने खुदरा और थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के रूप में शामिल करने की घोषणा की attacknews.in

नईदिल्ली 3 जुलाई ।सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम(एमएसएमई), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के रूप में शामिल करते हुए एमएसएमई के लिए संशोधित दिशानिर्देशों की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व मेंहम एमएसएमई को मजबूत बनाने और उन्हें आर्थिक प्रगतिका इंजन बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

श्री गडकरी ने कहा कि संशोधित दिशानिर्देशों से ढाई करोड़ खुदरा और थोक व्यापारियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि खुदरा और थोक व्यापार को अभी तक एमएसएमई के दायरे से बाहर रखा गया था, लेकिन अब संशोधित दिशानिर्देशों के तहतखुदरा और थोक व्यापार को भी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशानिर्देशों के अनुसार प्राथमिकता वाले क्षेत्र के तहत ऋण प्राप्त करने का लाभ मिलेगा।

संशोधित दिशा-निर्देशों के साथ अब खुदरा और थोक व्यापारियों को उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अनुमति होगी।

हम कारोबारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं : प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुदरा एवं थोक व्यापार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) के तहत लाने के फैसले को शनिवार को ‘‘ऐतिहासिक’’ करार दिया और कहा कि उनकी सरकार इस समुदाय को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

खुदरा एवं थोक व्यापार को एमएसएमई के तहत लाने के फैसले के कारण खुदरा और थोक व्यापारियों को भी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों से प्राथमिकता प्राप्त श्रेणी में ऋण उपलब्ध हो सकेगा।

केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने खुदरा और थोक व्यापार को एमएसएमई के तहत लाने की शुक्रवार को घोषणा की थी। इससे ये क्षेत्र भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बैंकों की प्राथमिकता प्राप्त श्रेणी के तहत ऋण का लाभ उठा सकेंगे।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘हमारी सरकार ने खुदरा एवं थोक व्यापार को एमएसएमई में शामिल करने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। इससे हमारे करोड़ों व्यापारियों को आसानी से ऋण मिलने में मदद मिलेगी। उन्हें कई अन्य लाभ मिलेंगे और उनके कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा। हम हमारे व्यापारियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार के इस फैसले ने 250 करोड़ रुपए तक का कारोबार करने वाले छोटे खुदरा एवं थोक विक्रेताओं पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा और उन्हें आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत घोषित विभिन्न योजनाओं के तहत तत्काल ऋण मिल सकेगा।

खुदरा एवं व्यापार संघों ने भी इस कदम का स्वागत किया है और कहा है कि इससे कोविड-19 के कारण बुरी तरह प्रभावित कारोबारियों को पूंजी मिल सकेगी, जिसकी उन्हें बहुत आवश्यकता है।

भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की क्षमता का अंतिम परीक्षण पूरा हुआ, कोविड-19 के लक्षण वाले मामलों के खिलाफ 77.8%,नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2% प्रभावी attacknews.in

हैदराबाद, तीन जुलाई । भारत बायोटेक की कोवैक्सीन कोविड-19 के लक्षण वाले मामलों के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी है।

कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों में कोवैक्सीन की क्षमता का अंतिम आकलन पूरा कर लिया है।

प्रभावकारिता का आकलन दर्शाता है कि कोवैक्सीन गंभीर लक्षण संबंधी कोविड-19 मामलों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत प्रभावी है जबकि सुरक्षा विश्लेषण दिखाते हैं कि सामने आईं प्रतिकूल घटनाएं बिलकुल वैसी ही थीं जैसी प्रयोगों में दी जाने वाली अहानिकारक दवाओं (प्लेसीबो) को देने पर देखने को मिलती हैं जहां 12 प्रतिशत प्रतिभागियों में आम दुष्प्रभाव देखने को मिले और 0.5 प्रतिशत से भी कम लोगों में गंभीर दुष्प्रभाव दिखे।

शहर स्थित टीका निर्माता की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि प्रभाव संबंधी आंकड़ों में सामने आया कि बिना लक्षण वाले कोविड-19 के खिलाफ यह 63.6 प्रतिशत सुरक्षा देता है।

टीके के तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण भारत के 25 स्थानों पर किए गए जिनमें दूसरी खुराक लेने के कम से कम दो सप्ताह बाद सामने आए 130 लाक्षणिक कोविड-19 मामलों का स्थिति आधारित विश्लेषण किया गया।

यह टीका भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है।

भारत बायोटेक के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला ने कहा, “ भारत में अब तक के सबसे बड़े कोविड टीकों के परीक्षण के परिणामस्वरूप कोवैक्सीन की सफल सुरक्षा और प्रभावोत्पादकता संबंधी सूचनाएं भारत एवं विकासशील देशों की नवोन्मेष और नये उत्पाद विकास के प्रति ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को स्थापित करती हैं।’’

उन्होंने कहा,‘‘ हमें यह कहते हुए गर्व है कि भारत का नवोन्मेष अब वैश्विक आबादी को सुरक्षित करने के लिए उपलब्ध होगा।’’

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि प्रभावी सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) के तहत आईसीएमआर और बीबीआईएल द्वारा विकसित कोवैक्सीन ने भारत के अब तक के सबसे बड़े तीसरे चरण के कोविड क्लिनिकल परीक्षणों में 77.8 प्रतिशत कुल प्रभावित दर्शाई है।”

उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन न सिर्फ भारतीय नागरिकों को लाभ देगी बल्कि घातक सार्स-सीओवी-2 वायरस के खिलाफ वैश्विक समुदाय को भी सुरक्षित करेगी।

भार्गव ने कहा, “मुझे यह देखकर भी प्रसन्नता है कि कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 के सभी स्वरूपों के खिलाफ अच्छे से काम करता है।”

मेघालय पुलिस ने ‘लापता’ एक महिला को ग्रामीण बैंक में डकैती की कोशिश के मामले में बैंक के अंदर से ही 2 दिन बाद गिरफ्तार किया attacknews.in

शिलांग, 29 जून ।मेघालय पुलिस ने 26 जून से कथित तौर पर ‘लापता’ एक महिला को मेघालय ग्रामीण बैंक कार्यालय की बिष्णुपुर शाखा में डकैती की कोशिश के मामले में बैंक के अंदर से गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि महिला को सोमवार को बैंक के अंदर से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक ने सप्ताहांत के दो दिन के अवकाश के बाद जब बैंक का दरवाजा खोला, 40 वर्षीय महिला को ‘डिहाइट्रेड और कमजोर’ स्थिति में पाया।

ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक सिल्वेस्टर नोंगटनगर ने कहा कि हमने उसे आज गिरफ्तार कर लिया और तीन दिनों तक बैंक के अंदर छिपने की उसकी योजना के बारे में पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।

पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि महिला ने बैंक डकैती की योजना बनायी थी लेकिन ऐसा करने में विफल रही। सूत्रों ने कहा कि हमने महिला के पास से मुरमुरे और ओआरएस घोल के अलावा कुछ अन्य सामग्री बरामद की।

उसने बैंक के अधिकांश सीसीटीवी कैमरे हटा दिए थे और उसने अपने थैले में कुछ पैसे भी भर लिए थे। सूत्रों ने कहा कि पुलिस यह पता लगा रही है कि क्या कोई अन्य व्यक्ति या कर्मचारी भी इस बैंक डकैती का हिस्सा था।

कौन बनेगा करोड़पति में जीती गई 25 लाख रूपये की इनाम राशि के एवज में लाखों रूपये की ठगी करके ठग ने अपने बैंक खाते में राशि डलवा ली attacknews.in

ललितपुर 29 जून । उत्तरप्रदेश के ललितपुर में कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीतने की बात कहकर एक व्यक्ति से ठगी कर पैसे हथियाने का मामला मंगलवार को प्रकाश में आया।

कोतवाली तालबेहट निवासी विनोद कुमार अहिरवार पुत्र कौशल अहिरवार ने आज पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले के बारे में जानकारी दी।

दिये गये शिकायती पत्र में बताया गया कि विनोद के साथ कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीतने की बात कहकर साढे तीन लाख की ठगी की गयी है।

उसके नंबर पर आकाश वर्मा नाम के व्यक्ति का फोन आया और उसने बताया कि वह एसबीआई ब्रांच से बात कर रहा है।उसने बताया कि विनोद ने कौन बनेगा करोड़पति में 25 लाख का ईनाम जीता।यह पैसा उनके बैंक अकाउंट में ही ट्रांसफर किया जाएगा जिसके लिए उन्हें उनका बैंक अकाउंट नंबर पति-पत्नी के फोटो चाहिए और यह पैसा देने के एवज में टैक्स का पैसा बैंक की फॉर्मेलिटीज का पैसा एवं अन्य खर्च मिला कर करीब 5 लाख रुपये चाहिए जो आप हमारे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करेंगे । उसके तुरंत बाद ही आपको आपकी जीत का 25 लाख रुपए आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जायेगा ।

ईनाम जीतने की खुशी में कॉल करने वाले की बात पर भरोसा करके उसने अलग-अलग किस्तों में आकाश वर्मा के द्वारा बताए गए बैंक अकाउंट नंबर में 3 लाख 50 हजार रुपये जमा कर दिया।

यह पैसा उसने अपनी पत्नी और अन्य परिजनों के जेवर बेचकर इकट्ठा किया था,इसके बाद उसने अपने जानने वाले व्यक्ति से जब डेढ़ लाख रुपया उधार मांगा तो सब कुछ जानने के बाद उस व्यक्ति ने उसे बताया कि ऐसे कॉल फ्रॉड होते हैं जिन पर भरोसा नहीं करना चाहिए। इसके बाद भी विनोद ने पैसे उक्त बैंक खाते में डाल दिये।

जब उसने उस नंबर पर वापस फोन किया तब फोन नहीं लगा और जब उसने एसबीआई के कस्टमर केयर पर फोन किया तब वहां से बताया गया कि कोई फ्रॉड कॉल था व उसके साथ ठगी हुई है। यह सुनकर उसके होश उड़ गये। इसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की जानकारी देते हुए उचित कार्रवाई की मांग की।

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सत्र-2020-21 में 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा attacknews.in

भोपाल, 29 जून । माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सत्र-2020-21 में 12वीं की परीक्षा का परिणाम तैयार करने की विस्तृत कार्य योजना नियत कर ली है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार 12वीं की परीक्षा का परिणाम कक्षा 10वीं के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों के विषयवार अंको के आधार पर तैयार किया जाएगा।

इसके लिए 10वीं के विषयों का 12वीं के संकायवार विषयों से मैपिंग की गई है। नियमित और स्वाध्याय परीक्षा के किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा। अतिरिक्त विषय या अतिरिक्त संकाय के छात्रों को उस विषय में दसवीं के साथ मुख्य संकाय के अनुसार मैप किए गए विषय अनुसार अंक प्रदान किए जाएंगे। श्रेणी सुधार छात्रों के अंक हाईस्कूल से मैप किए गए समूह के अंक के अनुसार ही दिए जाएंगे।

माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी आदेश अनुसार बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति में हाईस्कूल के सबसे अधिक अंकों वाले विषयों के अतिरिक्त छठवां विषय 12वीं कक्षा के जिस विषय से मैप किया जाएगा, उस विषय में हाईस्कूल के तृतीय भाषा विषय के अंक प्रदान किए जाएंगे। उदाहरण के लिए किसी छात्र को हाईस्कूल में सामाजिक विज्ञान विषय के अंक बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति के अंतर्गत बाहर होने के कारण उसके परिणाम में नहीं जोड़े गए हैं, तो ऐसे छात्र को 12वीं के परीक्षा परिणाम में सामाजिक विज्ञान विषय के अंकों के स्थान पर 1०वीं की तृतीय भाषा के अंक प्रदान किए जाएंगे।

इसी तरह प्रायोगिक परीक्षा के लिए निर्धारित मापदंड अनुसार कुल 1०० अंकों में से गणना उपरांत 12वीं की परीक्षा के प्रायोगिक भाग वाले विषयों में प्रायोगिक भाग में अंक, छात्र द्वारा 1०० में से अर्जित प्राप्त अंको के प्रतिशत अधिभार के आधार पर प्रदान किए जायेगे। उदाहरण के लिए यदि किसी छात्र को 7० प्रतिशत अंक प्राप्त होते हैं तो भौतिक शास्त्र के प्रायोगिक भाग में 3० अंकों का 7० प्रतिशत अंक अथार्त 21 अंक प्रदान किए जाएंगे और शेष 49 अंक सैद्धांतिक भाग में प्रदर्शित किए जायेगे।

यदि कोई छात्र अपने प्राप्तांक से असंतुष्ट रहता है तो कोविड-19 संकटकाल की समाप्ति उपरांत राज्य शासन की अनुमति से आयोजित होने वाली परीक्षा में भाग ले सकेगा। ऐसे छात्रों को परीक्षा परिणाम घोषित होने के 7 दिन के अंदर परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करना अनिवार्य होगा। इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी छात्रों को पूर्व वर्ष अनुसार अंक सूचियों में केवल श्रेणी अंकित की जाएगी। इस वर्ष 12वीं परीक्षा परिणाम की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की जाएगी।

अन्य राज्य और अन्य बोर्ड से 1०वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले प्रत्येक छात्र को संबंधित अग्रेशन संस्था के माध्यम से 5 जुलाई 2०21 तक 1०वीं की अंकसूची अनुसार अंक भरना और अंकसूची अपलोड करना अनिवार्य होगा। यह प्रक्रिया 29 जुलाई 21 से एमपी ऑनलाइन के माध्यम से की जायेगी।

झाबुआ एसडीएम विशा माधवानी निलंबित;तालाब निर्माण के मुआवज़े में अनियमितता का आरोप में पुलिस प्रकरण दर्ज होने के बाद से हैं फरार attacknews.in

इंदौर, 29 जून । मध्यप्रदेश के इंदौर के संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा ने सहायक (डिप्टी) कलेक्टर विशा माधवानी को निलंबित कर दिया है।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार सुश्री माधवानी वर्तमान में झाबुआ में पदस्थ एसडीएम है।

सुश्री माधवानी के खिलाफ बुरहानपुर जिले के नेपानगर में पदस्थापना के दौरान तालाब निर्माण के मुआवज़े में अनियमितता का आरोप सामने आये है। इस प्रकरण में पुलिस में प्रथम दृष्टया रिपोर्ट (एफ़आइआर) भी दर्ज की गई है।

देवास जिले में 5 लोगों की हत्या के मिले नरकंकालों में हत्यारों ने प्रेमिका को ठिकाने लगाने के लिए सबूत मिटाने परिवार को ही खत्म कर 8 फीट गड्ढे में गाड़ दिया था attacknews.in

देवास, 30 जून । मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में लगभग डेढ़ माह से लापता एक ही परिवार के पांच लोगाें के शव मिलने के बाद इस हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

कथित प्रेम प्रसंग को लेकर हुए इस हत्याकांड के बाद आरोपियों ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से पांचों के शव एक खेत में गहरे गड्ढे कर दफन कर दिए थे।

पुलिस ने हिरासत में लिए आरोपियों से पूछताछ के बाद कल नेमावर के पास खेत से यह शव निकलवाए।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि नेमावर निवासी मुख्य आरोपी सुरेंद्र और उसके परिजन भुरू को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा दो तीन और लोगों को हिरासत में लिया गया है।

नेमावर निवासी 20 वर्षीय एक युवती रूपाली, उसकी दो छोटी बहनें, मां और एक छोटा भाई मई माह के तीसरे सप्ताह से लापता थे। पुलिस तब से ही उन्हें खोजने का प्रयास कर रही थी।

इसी बीच एक सूचना के आधार पर सुरेंद्र और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी और उन्होंने घटना का ब्यौरा पुलिस के सामने खोल दिया।

बताया गया है कि रूपाली का कथित तौर पर सुरेंद्र से प्रेम प्रसंग था। सुरेंद्र का किसी अन्य स्थान पर विवाह होने की सूचना के बाद से दोनों में अनबन होने लगी थी। इसके बाद आरोपियों ने युवती को सुनसान इलाके में बुलाया था। जहां पर युवती और उसके चार अन्य परिजन भी पहुंचे। विवाद होने पर आरोपियों ने पांचों की हत्या कर उनके शव जमीन में दफन कर दिए थे।

कल ही देवास जिले के अंतिम छोर पर स्थित नेमावर में एक खेत से आदिवासी परिवार के पांच लोगों के नरकंकाल मिले थे। शवों को खेत में 8-10 फीट गड्ढा कर दफनाया गया था।

पुलिस के मुताबिक परिवार के पांचों सदस्य पिछले 48 दिनों से लापता थे। पुलिस ने मामले में 4-5 लोगों को हिरासत में लिया है।जिन लोगों के नरकंकाल मिले हैं, उनमें चार महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। ये सभी 13 मई की रात को अपने घर से बिना बताए गायब हो गए थे। मंगलवार को इनके शव सुरेंद्र ठाकुर के खेत से बरामद किए गए।

नेमावर थाना के प्रभारी अविनाश सिंह सेंगर से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही आदिवासी समुदाय के एक परिवार के गायब होने की सूचना दर्ज की गई थी। लापता आदिवासी परिवार के पांचों लोगों के कंकाल 8 फीट गहरे गड्ढे में से निकाले गए थे ।

जानकारी के मुताबिक मृतकों में शामिल एक युवती का गांव के एक दबंग के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी। आशंका है कि राज छिपाने के लिए उसी ने पांचों की हत्या कर दी।

मॉडर्ना के कोविड टीके को भारत में जल्द मिल सकती है नियामक मंजूरी;दवा कंपनी सिपला ने अमेरिकी फार्मा कंपनी की ओर से आयात और विपणन की अनुमति मांगी attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 जून । भारत का औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) मॉडर्ना के कोविड-19 रोधी टीके के आपात उपयोग को जल्द ही मंजूरी दे सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

मॉडर्ना ने एक अलग पत्र में सूचना दी है कि अमेरिका ने यहां उपयोग के लिए कोविड-19 के अपने टीके की एक विशेष संख्या में खुराक ‘कोवैक्स’ के जरिए भारत सरकार को दान में देने की सहमति दी है। साथ ही, उसने इसके लिए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मांगी है। वहीं, भारतीय बहुराष्ट्रीय औषधि कंपनी सिपला ने अमेरिकी फार्मा कंपनी की ओर से इन टीकों के आयात और विपणन की अनुमति मांगी है।

उल्लेखनीय है कि कोवैक्स कोविड-19 के टीके के न्यायसंगत वितरण के लिए एक वैश्विक पहल है।

सूत्रों के मुताबिक किसी भी वक्त यह मंजूरी मिलने की संभावना है क्योंकि सीडीएससीओ भारत में महामारी की स्थिति को देखते हुए जनहित में इस देश में आपात उपयोग के लिए सिपला को कोविड-19 के मॉडर्ना के टीके के आयात की अनुमति देने के पक्ष में है।

सिपला ने सोमवार को एक आवेदन देकर इस टीके के आयात की अनुमति मांगी है। उसने 15 अप्रैल और एक जून के डीसीजीआई नोटिस का हवाला दिया है।

नोटिस में कहा गया था कि यदि टीके को आपात उपयोग अधिकार (ईयूए) के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (यूएसएफडीए) द्वारा अनुमति दी जाती है, तो टीके को बिना ‘ब्रिजिंग ट्रायल’ के विपणन का अधिकार दिया जा सकता है।

इसके अलावा, हर खेप को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल), कसैली से जांच कराने की जरूरत की छूट मिल सकती है।

भारत में स्पुतनिक वी वैक्सीन पेश करने को बी मेडिकल सिस्टम्स का डॉ. रेड्डीज से करार,देशभर में कई सौ वैक्सीन फ्रीजर लगाए जाएंगे attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 जून । लक्जमबर्ग की मेडिकल रेफ्रिजरेशन उपकरण कंपनी बी मेडिकल सिस्टम्स ने अखिल भारतीय स्तर पर स्पुतनिक वी वैक्सीन पेश करने के लिए एक विश्वसनीय शीत भंडारण समाधान उपलब्ध कराने को डॉ रेड्डीज लैब से हाथ मिलाया है।

इस गठजोड़ के तहत कंपनी राष्ट्रीय स्तर पर स्पुतनिक वी वैक्सीन को पेश करने के लिए देशभर में कई सौ वैक्सीन फ्रीजर लगाएगी।

बयान में कहा गया है कि स्पुतनिक वी एक एडेनोवायरस वायरल वेक्टर वैक्सीन है। इसे शून्य से 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान में रखने की जरूरत होती है। ऐसे में इस टीके के लिए शीत भंडारण श्रृंखला काफी मजबूत होनी चाहिए।

बी मेडिकल सिस्टम्स ने कहा, ‘‘इस गठजोड़ के तहत वह अपने वैक्सीन फ्रीजर उपलब्ध कराएगी। इनमें वैक्सीन को -25 डिग्री सेल्सियस जैसे निचले तापमान पर स्टोर किया जा सकेगा। तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने के लिए लक्जमबर्ग से इन इकाइयों को एयर कार्गो के जरिये भेजा जाएगां

करार के तहत बी मेडिकल सिस्टम्स के फ्रीजर इस सप्ताह देश के सभी प्रमुख अस्पताल श्रृंखलाओं में रखे जाएंगे।

बी मेडिकल सिस्टम्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जेसल दोषी ने कहा कि स्पुतनिक वी वैक्सीन को पेश करेने में डॉ रेड्डीज के साथ भागीदारी करने को लेकर हम काफी गौरान्वित महसूस कर रहे हैं। हमने इसके लिए बेहद विश्वसनीय शीत भंडारण ढांचा लगाने के लिए हम डॉ. रेड्डीज के साथ काम कर रहे हैं।

भारतीय स्टेट बैंक अब मूल बचत बैंक जमा खाताधारकों से एक महीने में चार मुफ्त लेनदेन से अधिक नकद निकासी पर शुल्क लेगा attacknews.in

नयी दिल्ली, 29 जून । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अब मूल बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाताधारकों से एक महीने में चार मुफ्त लेनदेन से अधिक नकद निकासी पर शुल्क लेगा।

इन ग्राहकों से एक साल में 10 पन्ने के बाद चेक बुक के लिए भी शुल्क लिया जाएगा।

बीएसबीडी खातों के लिए सेवा शुल्क में संशोधन के अनुसार एसबीआई एक जुलाई 2021 से ‘‘अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं’’ के लिए 15 रुपये से 75 रुपये तक शुल्क लेगा।

बीएसबीडी खाताधारकों के लिए गैर-वित्तीय लेनदेन और हस्तांतरण लेनदेन शाखाओं, एटीएम, सीडीएम (नकद वितरण मशीन) पर मुफ्त होंगे।

एसबीआई ने कहा कि वह बैंक शाखाओं, एसबीआई एटीएम या अन्य बैंक के एटीएम से चार मुफ्त नकद निकासी से अधिक लेनदेन के लिए प्रति नकद निकासी पर 15 रुपये शुल्क लेगा और इस पर जीएसटी अतिरिक्त होगा।

एसबीआई ने कहा, ‘‘चार मुफ्त नकद निकासी (एटीएम और शाखा सहित) से अधिक लेनदेन पर शुल्क वसूल किया जाएगा।’’

इसी तरह चेक बुक सेवाओं के लिए एक वित्त वर्ष में पहले 10 चेक निःशुल्क होंगे और उसके बाद चेकबुक के 10 पन्नों पर 40 रुपये और 25 पन्नों पर 75 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए जीएसटी अलग से जोड़ा जाएगा।

एसबीआई ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों को चेक बुक सेवाओं पर छूट दी गई है।

उत्तरप्रदेश में दो पुलिस थानों को उड़ाने की धमकी के नोटिस चस्पां करने वाला गिरफ्तार;खराब सड़क से परेशान होकर कर दिया कारनामा attacknews.in

जौनपुर (उप्र) 29 जून । जौनपुर जिले में दो थानों को उड़ाने की धमकी देने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने बताया कि सुरेरी और रामपुर थाने को उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

उन्होंने कहा कि आरोपी ने सोमवार को थाने की बोर्ड पर एक नोटिस चस्पा करते हुए लिखा था कि अगर रामपुर से कठवतिया तक खराब सड़क को अक्टूबर तक ठीक नही कराया गया तो दो थानों को उड़ा दिया जायेगा।

पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि लक्ष्मीकांत दुबे नामक एक व्यक्ति ने धमकी दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही हैं ।

उत्तरप्रदेश में पति के दूसरी महिला से उसके अवैध सम्बन्ध का विरोध करने पर पत्नी की हत्या कर शव जंगल में जलाया,पुलिस ने किया गिरफ्तार attacknews.in

फतेहपुर (उत्तर प्रदेश), 29 जून ।फतेहपुर जिले के जाफरगंज में एक व्यक्ति को अपनी पत्नी की हत्या कर उसका शव जंगल में जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि भारतपुर गांव के रहने वाले जगरूप ने 16 जून से ससुराल से लापता अपनी बेटी ज्योति (22) की गुमशुदगी की रिपोर्ट गत 18 जून को थाने में दर्ज करवाई थी। उसने बाद में अपने दामाद राजेश (25) पर उसकी हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया था।

उन्होंने बताया कि आरोप के आधार पर राजेश को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने (राजेश ने) अपनी पत्नी ज्योति की हत्याकर उसका शव चित्रकूट के अनुसुइया आश्रम के जंगल में जलाने का अपराध स्वीकार कर लिया।

सूत्रों ने बताया कि राजेश की निशानदेही पर सोमवार को जंगल से शव के अवशेष बरामद कर उनका पोस्टमॉर्टम करवाया गया है।

सिंह ने बताया कि इस दौरान राजेश ने पुलिस को बताया कि एक महिला से उसके अवैध सम्बन्ध हैं, जिसका उसकी पत्नी विरोध करती थी, इसी वजह से उसने उसकी हत्या कर शव जला दिया था।

भारत में उतरी ब्रिटिश कंपनी टाइड, 1,000 करोड़ रुपये के निवेश का इरादा;छोटी औद्योगिक इकाइयों या कारोबार को वित्तीय और प्रशासनिक समाधान उपलब्ध कराएगी attacknews.in

मुंबई, 29 जून । छोटी इकाइयों या कारोबार के लिए वित्तीय और प्रशासनिक समाधान उपलब्ध कराने वाली ब्रिटेन की कंपनी टाइड ने मंगलवार को भारतीय बाजार में उतारने की घोषणा की। टाइड ने अगले पांच साल के दौरान भारत में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।

कंपनी की योजना लघु एवं मझोले उपक्रमों को लक्ष्य करने की है। कारोबार जुटाने के लिए कंपनी सॉफ्टवेयर विकास, उत्पाद विकास और फील्ड टीमों के लिए 1,000 लोगों की नियुक्ति करेगी।

वित्तपोषण के स्रोत के बारे में पूछे जाने पर टाइड इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गुरजोधपाल सिंह ने कहा कि कंपनी ने 10 करोड़ पाउंड का वित्तपोषण जुटाया है। कंपनी का ब्रिटिश परिचालन अच्छी आमदनी अर्जित कर रहा है।

सिंह ने कहा कि कंपनी की योजना लघु एवं मझोले उपक्रमों (एसएमई) को गठन से लेकर सामान्य कारोबार शुरू होने तक मदद करने की है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले पांच साल में 25 लाख एसएमई हमारे ग्राहक होंगे।