कैथल, 13 जून । जुआ में मोटी रकम हार जाने पर दस लाख रुपये की लूट का ड्रामा रचने के आरोप में पुलिस ने एक व्यावसायी व उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गौरव जिंदल ने शिकायत की थी कि उसने एटीएम (जिसकी फ्रेंचाइजी उसने ली हुई थी) में पैसे डालने के लिए शुक्रवार की दोपहर अपने एक दोस्त पंकज सिंगला के साथ आईसीआईसीआई बैंक की चीका शाखा से नौ लाख अस्सी हजार रुपये निकलवाए थे।
वह लोग अभी गाड़ी में बैठ ही रहे थे कि बगैर नंबर की एक मोटरसाईकिल पर हेलमेट लगाए दो अज्ञात लुटेरों ने उससे नकदी भरा बैग छीन लिया और फरार हो गये।
श्री सिंह ने बताया कि घटना की शिकायत मिलते ही सीआईए-1 प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार की अगुवाई में टीम ने जांच शुरू की।
गौरव की फर्जी लूट की कहानी में पहला नुक्स यह पाया गया कि ‘लुटेरे‘ दो नहीं थे, बल्कि एक ही था।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर सुरेंद्र उर्फ सीड़ा को गिरफ्तार किया।
उसने पूछताछ में बता दिया कि यह लूट एक ड्रामा थी।
जिसके बाद पुलिस ने गौरव व पंकज को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गौरव नेे अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि वह ऑनलाइन जुआ की लत का शिकार होकर करीब 13/14 लाख रुपए हार चुका था।
इसीलिए उसने अपने उक्त दो दोस्तों के साथ मिलकर योजना बनाई कि वह खुद तथा पंकज विक्रांगी कंपनी के एटीएम में डालने के लिए आईसीआईसीआई बैंक से पैस निकला कर लाएंगे।
जिन्हें बैंक के सामने से सुरेंद्र जबरन छीन कर भाग जाएगा।
योजना अनुसार जहां उक्त नकदी उनके पास ही रहेगी, वहीं विक्रांगी कंपनी से बीमा के रूप में लूट की रकम भी मिल जाएगी, जिसे वे तीनों आपस में बांट लेंगे।
पुलिस के अनुसार गौरव नेे बाइक पर दो लुटेरे होने की बात पुलिस को ‘गुमराह‘ करने के लिए बताई थी।