अयोध्या, 17 नवम्बर ।उच्चतम न्यायालय के राम मंदिर के पक्ष में दिये गये ऐतिहासिक फैसले के खिलाफ निर्मोही अखाड़ा का पुर्नविचार याचिका दाखिल करने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है।
अखिल भारतीय पंच रामानन्दीय निर्मोही अखाड़ा की एक बैठक रविवार को निर्मोही बाजार स्थित आश्रम पर सम्पन्न हुई जिसमें अखाड़े के लगभग सभी पंच उपस्थित थे। अखाड़े के संतों ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने मंदिर के पक्ष में एक ऐतिहासिक फैसला लिया है जिसको हम लोग सम्मान के साथ मानते हैं। अभी ऐसा कोई निर्मोही अखाड़ा ने कोई निर्णय नहीं लिया ।
निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेश दास ने कहा कि राम मंदिर के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। फैसले से सभी लोग खुश हैं। पूरा देश एकजुट है। यह भगवान राम का देश है। उनके पक्ष में निर्णय आया है। राम के लिये निर्मोही अखाड़ा शुरू से आगे रहा है।
उन्होंने कहा कि यह अखाड़ा पंचायती मठ है जिसमें तेरह लोग हैं। आगे की रणनीति के लिये हम सब आपस में बात करेंगे। आज इस बैठक में अभी पुन: विचार याचिका के लिये हम नहीं जायेंगे। अखाड़ा की तरफ से ट्रस्ट में कौन शामिल होगा इसके लिए भी हम आपस में बातचीत करेंगे। निर्मोही अखाड़ा चाहता है कि इस अखाड़े को ट्रस्ट में अध्यक्ष या जनरल सेक्रेटरी जैसा पद दिया जाय। ट्रस्ट की स्कीम क्या होगी यह तो प्रधानमंत्री कार्यालय बनायेगा।