मुरैना, 16 जनवरी । मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से 24 ग्रामीणों की मौत के बाद सुर्खियों में आया ग्राम छेरा में अवैध शराब के निर्माण के साथ-साथ यहां अन्तर्राज्जीय स्तर का जुआ का अड्डा भी संचालित होता था।
सूत्रों के अनुसार इस गांव में बकायदा अलग-अलग टेंट लगाकर जुआ के अड्डों का संचालन भी किया जाता था। जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद कुछ चुनिंदा पत्रकारों का एक दल जब गांव में जायजा लेने पहुंचा तो, ग्रामीणों ने इसका खुलासा किया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां अवैध शराब बनाने की भट्टियां और जुआ के अड्डो का संचालन एक लंबे समय से चल रहा था, लेकिन ग्रामीणों की शिकायतों के बाद भी पुलिस और आबकारी विभाग ने इस पर अंकुश लगाने के लिये कोई कार्यवाई नहीं की इसी का परिणाम है कि छेरा गांव की निर्मित कथित जहरीली शराब के सेवन से 24 लोगों की मौत हो गई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रभावित परिवारों से मुलाक़ात की
राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुरैना जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से हुई पच्चीस लोगों की मौत के बाद आज ग्राम छेरा ,पहावली और मानपुर में मृतकों के परिवारों से मुलाक़ात की।
श्री सिंधिया ने प्रभावित परिजनों को ढाढस बंधाया और उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। सिंधिया ने अपनी ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की। श्री सिंधिया ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कितना भी बड़ा या किसी पार्टी का क्यों न हो। उन्होंने कहा कि अपराधी की कोई जाति या पार्टी नहीं होती है।