मुरैना 12 जनवरी । मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को जहरीली शराब पीने के चलते 7 लोगों की मौत हुई थी जो आंकड़ा बढ़कर 10 हो गया है। मुरैना जिले के दो अलग-अलग गांव में जहरीली शराब पीने से मौत होने का यह मामला सामने आया है।
मुरैना के सुमावली थाना इलाके के पहावली गांव में 3 और बागचीनी इलाके के मानपुर गांव में 7 लोगो की मौत जहरीली शराब पीने से हो चुकी है। जबकि मुरैना जिला चिकित्सालय में जहरीली शराब से बीमार हुए 7 लोगों का इलाज जारी है। वही गंभीर हालत में 1 व्यक्ति को ग्वालियर भेजा गया है। जबकि अब तक हुई मौतों में ग्वालियर में 2 शव, मुरैना में हें 7 शव, वही मानपुर पृथ्वी में कल दोपहर एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वही जहरीली शराब पीने से जिन लोगों की मौत हुई है उन सभी का होगा पोस्टमार्टम किया जाएगा।
दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। वही पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया का कहना है कि मौके पर पुलिस बल भेजकर मामले की जांच की जा रही है।
इससे पहले पिछले साल उज्जैन में अक्टूबर माह में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन पुलिस कार्यवाही के बाद मामला ठंडे बस्ते में चल गया था। वही अब मुरैना में जहरीली शराब पीने से हुई 10 लोगों की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए है। इस घटना के बाद आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया है।हालांकि घटना की सूचना मिलने ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बीमार लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बागचीनी थाना स्थित छेरा मानपुर गांव और सुमावली थाना के पहवाली गांव का मामला है। इन दोनों गांव में जहरीली शराब का सेवन करने से अबतक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल गंभीर रूप से बीमार पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत
गौरतलब है कि, करीब चार दिन पहले यानी 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 16 से 17 लोग बीमार हुए थे। इस मामले में पुलिस की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई भी की गई थी। थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। गांव वालों ने आरोप लगाया था, शराब माफिया और आबकारी विभाग की साठगांठ से जहरीली शराब बेची जा रही थी।