मुंबई, 10 मार्च । वाहनों के कल पुर्जों के व्यापारी मनसुख हिरन की रहस्यमय मौत को लेकर मंगलवार को विधानसभा में तीखी बहस के बीच कांग्रेस ने सवाल किया कि विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को मामले की ‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड’ (सीडीआर) कैसे मिली?
विधायक और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने इस बात की जांच की मांग की कि भाजपा नेता को सीडीआर कैसे मिले।
इससे पहले, फडणवीस ने मामले में सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) सचिन वाजे की गिरफ्तारी की मांग की थी और इसके लिए हिरन की पत्नी के इस बयान का हवाला दिया था कि वाजे ने उनके पति की हत्या की हो सकती है।
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) हिरन की मौत की जांच कर रहा है और अगर फडणवीस के पास अधिक जानकारी है तो भाजपा नेता को यह उन्हें या एटीएस को देनी चाहिए।
सीडीआर पर पटोले के सवाल पर फडणवीस ने राज्य सरकार को उनकी जांच करने की चुनौती दी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार वाजे को बचाने के लिए धमकी दे रही है, क्योंकि वह एक पार्टी से संबंधित हैं।
वाजे 2008 में शिवसेना में शामिल हुए थे।
फडणवीस ने कहा, “ जी हां, मेरे पास सीडीआर है और विधानसभा के सदस्य के तौर पर यह मेरा अधिकार है।”
शिवसेना के भास्कर जाधव ने कहा कि भाजपा वाजे को इसलिए निशाना बना रही है, क्योंकि उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक की कथित खुदकुशी मामले में पत्रकार अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया था।
गृह मंत्री देशमुख ने कहा कि इस मामले को ‘दबाने’ में मुख्यमंत्री रहने के दौरान फडणवीस की भूमिका की जांच की जाएगी।
फडणवीस ने कहा कि सरकार वाजे को बचाने के लिए धमकी दे रही है और सरकार को चुनौती दी कि वह जांच का आदेश दे।
दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास 25 फरवरी को एक स्कॉर्पियो गाड़ी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की छड़ें रखी हुई थीं।
पुलिस ने बताया कि गाड़ी को 18 फरवरी को हिरन के कब्जे से चुराया गया था। यह रहस्य तब और गहरा गया जब ठाणे से पिछले शुक्रवार को हिरन का शव बरामद हुआ।