नयी दिल्ली, 20 सितम्बर । भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के खिलाफ आगामी चुनावों में विपक्ष को एकजुट करने के कांग्रेस के प्रयासों को आज उस समय करारा झटका लगा जब बहुजन समाज पार्टी(बसपा) प्रमुख मायावती ने छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया और पार्टी ने मध्य प्रदेश के लिए अपने 22 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी।
कांग्रेस तथा कुछ अन्य विपक्षी दल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए व्यापक गठबंधन के प्रयास में जुटे हैं। इससे पहले होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस, भाजपा के खिलाफ दूसरे दलों के साथ मिलकर चुनावी तालमेल करने की कोशिश में लगी है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में वह विशेष रूप से बसपा के साथ गठबंधन करना चाहती थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि बसपा के साथ तालमेल के लिए बातचीत चल रही है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसी सप्ताह कहा था कि पार्टी की बसपा के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा था कि दोनों दलों का लक्ष्य भाजपा को हराना है और उन्हें उम्मीद है कि बसपा के साथ उनका समझौता हो जाएगा।
बसपा प्रमुख ने आज छत्तीसगढ विधानसभा चुनाव में श्री जोगी की पार्टी, जनता कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा कर और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 22 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर कांग्रेस के विपक्षी एकता के प्रयासों को करारा झटका दिया है।
बसपा छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में से 35 सीटों पर और श्री जोगी की पार्टी 55 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सुश्री मायावती ने यह घोषणा भी की कि गठबंधन के जीतने पर श्री जोगी मुख्यमंत्री बनेंगे।
बसपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 22 उम्मीदवारों की घोषणा कर फिलहाल यह संकेत दे दिया है कि वह अकेले चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है। सुश्री मायावती ने कुछ दिन पूर्व कहा था कि किसी भी दल के साथ उनकी पार्टी तभी समझौता करेगी जब उसे सम्मानजनक सीटें मिलेंगी।attacknews.in