मऊ 09 जून ।उत्तर प्रदेश के मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर मऊ प्रशासन की बड़ी कार्रवाई करते हुये उसकी 24 करोड़ के संपत्ति को कुर्क किया ।
दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के जहांगीराबाद में माफिया मुख्तार अंसारी द्वारा अर्जित की गई लगभग 24 करोड़ रुपये की भूमि को जिला प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया। इस दौरान जिला प्रशासन ने डुग्गी पिटवाकर सर्वसाधारण को इसकी सूचना दी।
जिला प्रशासन का मानना है कि मुख्तार अंसारी ने अपराधिक दुनिया की कमाई से यह संपत्ति अपनी मां के नाम से रजिस्ट्री करवाई थी। उसके बाद मुख्तार अंसारी की मां ने उसके दोनों बेटे अब्बास और उमर के नाम से वसीयत करवाई थी।
माफियाओं के विरुद्ध जारी योगी सरकार के अभियान में मुख्तार अंसारी का तिलिस्म निशाने पर है। बुधवार को दक्षिणटोला थाना क्षेत्र के दशई पोखरा स्थित मुख्तार अंसारी की लगभग 24 करोड़ की जमीन को पुलिस प्रशासन ने सील कर दिया।
मुख्तार अंसारी के खिलाफ जनपद में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। मौके पर सीओ सिटी धनंजय मिश्रा के नेतृत्व में कोतवाली, सरायलखंसी, दक्षिणटोला पुलिस सहित पीएसी तैनात रही।
यह जमीन राम-जानकी मंदिर की जमीन बताई जाती है। इस लिहाज से अब तक पूर्वांचल में मुख्तार के आर्थिक साम्राज्य पर यह सबसे बड़ी चोट भी मानी जा रही है।
नगर के दशई पोखरा स्थित राम-जानकी मंदिर के 14 मंडा जमीन सहित कई काश्तकारों की जमीन पर मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने कब्जा कर रखा था। यहां लगभग डेढ़ हेक्टेयर की जमीन पर मुख्तार अंसारी ने अपने मां राबिया बेगम के नाम से फर्जी बायनामा करा यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखनी शुरू कर दी थी।
2016 में छोटेलाल गांधी ने प्रशासन को पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी । तत्कालीन जिलाधिकारी ने काम रुकवा दिया था,तबसे मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने यहां की जमीन बेचनी शुरू कर दी।
योगी सरकार में माफियाओं के विरुद्ध शुरू किए गए अभियान में पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी शासन-प्रशासन के निशाने पर आ गए। इसके चलते बुधवार को कई थानों की फोर्स दशई पोखरा पहुंची और लगभग 24 करोड़ के लागत वाली जमीन पर सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी।