नयी दिल्ली, सात दिसंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आज ‘नीच’ संबंधी टिप्पणी करने वाले कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर पहले भी भाजपा के शीर्ष नेताओं पर निजी हमले बोलते रहे हैं जिससे उनकी पार्टी को कई बार राजनीतिक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है।
राजनयिक से नेता बने अय्यर ने गुजरात विधानसभा चुनावों के पहले चरण के लिए प्रचार के अंतिम दिन विवादित टिप्पणी की। पहले चरण में मतदान शनिवार को जबकि दूसरे चरण में अगले गुरुवार को होना है।
मोदी ने गुजरात में रैलियों को संबोधित करते हुए अय्यर की टिप्पणी के सहारे कांग्रेस की निंदा की और खुद को उनकी ‘‘जनविरोधी मानसिकता’’ का ‘‘पीड़ित’’ बताया।
कई लोगों का मानना है कि 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान मोदी पर अय्यर की ‘चाय वाला’ संबंधी टिप्पणी से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के तत्कालीन उम्मीदवार मोदी को मदद मिली और उन्होंने अपनी सामान्य पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए अपने प्रचार में इसका कई बार जिक्र किया और कांग्रेस पर निशाना साधा।
दरअसल अय्यर ने दावा किया था कि मोदी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते और वह उस समय जारी कांग्रेस सम्मेलन में चाय ही बेच सकते हैं।
अच्छे अंग्रेजी वक्ता और लेखक अय्यर ने 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी को ‘नालायक’ कहा था।
उनकी टिप्पणी पर बवाल मचने पर कांग्रेस नेता को माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा था।
उस समय भी अय्यर ने आज जैसा ही बचाव किया था और कहा था कि वह हिन्दी के शब्दों का आशय नहीं समझते हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री की टिप्पणियों ने मोदी को कांग्रेस पर फिर से निशाना साधने का मौका दे दिया। मोदी ने हाल में ही अय्यर के उस संदर्भ का प्रयोग किया था जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने को सही ठहराने के लिए मुगल शासकों द्वारा उनके बेटों को गद्दी देने की बात कही थी।
अय्यर एक बार प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को ‘‘हाफिज साहब’’ कह चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तानी टीवी चैनल पर साक्षात्कार के दौरान सुझाव दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति केवल तब संभव है जब मोदी सरकार गिर जाए। उन्होंने पाकिस्तान से भाजपा सरकार को गिराने में मदद को कहा।
अय्यर 2011 में अपनी पार्टी के ही नेता अजय माकन को भी निशाना बना चुकेattacknews.in