भोपाल, 14 अप्रैल । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में लगभग एक दशक के दौरान नियुक्तियों में गड़बड़ियां और वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में तत्कालीन कुलपति बृजकिशोर कुठियाला के अलावा एक दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ आज यहां आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने प्राथमिकी दर्ज कर ली।
ईओडब्ल्यू सूत्रों ने बताया कि धोखाधड़ी और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। विश्वविद्यालय की ओर से हाल ही में ईओडब्ल्यू को एक पत्र लिखा गया था, जिसमें गड़बड़ियों का जिक्र करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। ईओडब्ल्यू ने प्रारंभिक जांच के बाद प्रकरण दर्ज किया है
विश्वविद्यालय के कुलसचिव की ओर से ईओडब्ल्यू को लिखे गए पत्र में गड़बड़ियों संबंधी विभिन्न मामलों के जिक्र के साथ ही सरकारी पैसे से मद्यपान करने, परिजनों की विदेश यात्रा के लिए टिकट और अन्य वित्तीय अनियमितताएं करने का उल्लेख है। इस अवधि में विभिन्न नियुक्तियों और कार्यक्रमों के आयोजनों में भी वित्तीय अनियमितताएं होने की बात कही गयी है।
ईओडब्ल्यू ने आज बताया कि कुठियाला के कार्यकाल में विश्वविद्यालय में नियम विरूद्ध कई नियुक्तियां की गयीं और इस दौरान विश्वविद्यालय अनुदान आयाेग (यूजीसी) के नियमों का पालन नहीं किया गया। तत्कालीन कुलपति ने अपने विशेष व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से अनावश्यक शिक्षण केंद्र खोले। उन्होंने विश्वविद्यालय से राशि हासिल कर उसका उपयोग स्वयं पर और परिजनों पर किया।
विश्वविद्यालय के कुल 20 लोगों पर जो मामला दर्ज हुआ है उनमें यह शामिल हैं-
डॉ ब्रज किशोर कठीयया
डॉ अनुराग सिठा
डॉ पी शशि कल
डॉ पवित्रा श्रीवास्तव
डॉ अरुण कुमार भगत
डॉ रजनी नागपाल
डॉ संजय द्विवेदी
डॉ अनुराग बाजपेयी
डॉ कंचन भाटिया
डॉ मनोज कछारिया
डॉ आरती सारंग
डॉ रंजन सिंह
डॉ सुरेन्द्र पोल
डॉ सौरभ मालवीय
डॉ सूर्य प्रकाश
डॉ प्रदीप डहेरिया
डॉ सतेंद्र डहेरिया
डॉ गजेंद्र सिंह
डॉ कपिल राज
डॉ मोनिका वर्मा
EOW की प्रेस विज्ञप्ति:
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