मुंबई, पांच नवंबर ।महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा।
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है और न्याय की खातिर लड़ाई में उनकी पार्टी की ही जीत होगी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र के बारे में फैसला महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा।’’
शिवसेना के राकांपा की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाने की खबरों के बीच राउत ने कहा कि शरद पवार राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे।
मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान के चलते अब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम 24 अक्टूबर को ही घोषित हो गए थे जिसमें भगवा गठबंधन (भाजपा-शिवसेना) को 161 सीटें मिलीं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।
जिस पार्टी के पास बहुमत होगा वह सरकार बना सकती है:राउत
इससे पहले कल शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा था कि बहुमत होने पर राज्य में कोई भी राजनीतिक पार्टी सरकार बना सकती है।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के बाद श्री राउत ने संवाददाताओं से कहा था कि ,“ हमें सरकार बनाने में कोई बाधा नहीं है।” श्री राउत के साथ राज्य मंत्री रामदास कदम भी राज्यपाल से मिलने के लिए गये थे।
पवार सोनिया से मिले ,सरकार बनाने के पत्ते नहीं खोले
उधर नईदिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कल यहां कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थीऔर महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर विचार विमर्श किया लेकिन वहां सरकार बनाने को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले ।
श्री पवार ने यहां श्रीमती गांधी से मुलाकात के बाद संवाददाताओँ से कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को राज्य की राजनीतिक स्थिति की जानकारी दी ।
हालांकि उन्होंने इसका ब्यौरा नहीं दिया और कहा कि यह तय किया गया है कि इस प्रकार की मुलाकात फिर से हो । बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी भी मौजूद थे ।
फड़नवीस ने की शाह से मुलाकात
कल ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और राज्य मे बेमौसम बरसात के कारण प्रभावित किसानों के लिए केन्द्र से अधिक सहायता दिलाने का अनुरोध किया।
श्री फड़नवीस ने यहां नार्थ ब्लॉक में हुई इस मुलाकात के दौरान श्री शाह को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा। समझा जाता है कि श्री फड़नवीस ने महाराष्ट्र में नयी सरकार के गठन को लेकर शिवसेना के साथ बने गतिरोध और आगे की रणनीति के बारे में भी श्री शाह से विचार विमर्श किया।
इस बारे में हालांकि श्री फड़नवीस ने चुप्पी साधे रखी। मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि वह इस समय नयी सरकार के गठन के बारे में किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। वह सिर्फ इतना ही कह सकते हैं कि उन्हें विश्वास है कि नयी सरकार जल्द ही बनेगी।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने और विभागों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में गतिरोध है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा की 288 सीटों में भाजपा ने 105 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि शिव सेना ने 56 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की थी। उधर, सियासी गतिरोध के बीच शिव सेना नेता संजय राउत ने राकांपा नेता अजीत पवार को संदेश भेजा था। मोबाइल पर भेजे गये संदेश में श्री राउत ने लिखा, “नमस्कार मैं संजय राउत, जय महाराष्ट्र।”