मुंबई 30 दिसंबर । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साेमवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर 36 नये मंत्रियों को शामिल किया जिनमें से राकांपा नेता अजीत पवार को उप मुख्यमंत्री और उनके पुत्र एवं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे को मंत्री बनाया गया है।
महाराष्ट्र में श्री ठाकरे के नेतृत्व में कांग्रेस-शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन की सरकार बनने के 32 दिन बाद आज मंत्रिमंडल का पहला विस्तार हुआ जिसमें कुल 36 नये मंत्रियों ने शपथ ली है। नये मंत्रियों में 26 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है।
श्री पवार ने 37 दिन में दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कैबिनेट मंत्री बने।
श्री ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे, पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित देशमुख और दिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडे को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सभी मंत्रियों को विधान भवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। वह कांग्रेस विधायक के सी पाडवी के शपथ से इतर शब्द बोलने पर नाराज हो गये और उन्हें दोबारा शपथ दिलायी।
शपथ लेने वाले मंत्रियों के नाम इस प्रकार हैं: अजीत पवार (राकांपा), अशोक चव्हाण (कांग्रेस), दिलीप वल्से पाटिल (राकांपा), धनंजय मुंडे (राकांपा) विजय वडेट्टीवार (कांग्रेस), अनिल देशमुख (राकांपा),हसन मुश्रिफ (राकांपा),वर्षा गायकवाड (कांग्रेस), डाक्टर राजेन्द्र शिगणे (राकांपा), नवाब मलिक (राकांपा), राजश टोपे (राकांपा), सुनील केदार (कांग्रेस), संजय राठोड़ (शिव सेना), गुलाबराव पाटिल (शिव सेना), अमित देशमुख (कांग्रेस), दादा भुसे (शिव सेना), संदीपन भुमरे (शिव सेना), बालासाहब पाटिल (राकांपा), यशोमति ठाकुर (कांग्रेस), अनिल परब (शिव सेना), जितेन्द्र अव्हाड (राकांपा), केसी पाडवी (कांग्रेस), शंकर राव गड़ाख (निर्दलीय), असलम शेख (कांग्रेस), आदित्य ठाकरे (शिव सेना) और उदय सामंत (शिवसेना)।
राज्य मंत्री पद की शपथ लेने वालों में शिवसेना के अब्दुल सत्तार और शंभुराजे देसाई, कांग्रेस के सतेज ऊर्फ बंटी पाटिल और विश्वजीत कदम, राकांपा के दत्तात्रेय भरणे, अदिती तटकरे, संजय बनसोड़े और प्राजक्ता तनपुरे तथा अन्य के बच्चू कडू और राजेंद्र पाटिल यड्रावकर शामिल हैं।
गठबंधन के तीनों दलों के बीच समझौते के तहत यह तय हुआ था कि उप मुख्यमंत्री का पद राकांपा के कोटे में जाएगा। इसी समझौते के तहत श्री पवार उप मुख्यमंत्री बनाये गये हैं।
श्री पवार नवंबर में भी एक बार उप मुख्यमंत्री बनाये गये थे जब उन्होंने राज्य में सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ हाथ मिलाया था। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने तब एक नाटकीय घटनाक्रम में अल सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन तीन दिन बाद ही श्री पवार के पद से इस्तीफा दे देने के कारण भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार गिर गयी थी।