मुंबई 22 नवंबर ।एनसीपी और कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि उनके छोटे सहयोगियों ने राज्य में भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने के विचार का समर्थन किया है ।
कांग्रेस और एनसीपी प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को यहां अपने चुनाव पूर्व सहयोगियों के साथ बैठक की, जिसमें समाजवादी पार्टी, आरपीआई (कावड़े गुट), आरपीआई (खरात गुट), राजू शेट्टी के नेतृत्व वाले स्व. पीडब्ल्यूपी, माकपा, जनता दल व अन्य शामिल हुए ।
महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख जयंत पाटील ने यहां बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, हमारे चुनाव पूर्व सहयोगियों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने के विचार का समर्थन किया है।
उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण भी थे।
पाटिल ने कहा कि बैठक के दौरान छोटे सहयोगियों के नेताओं को राज्य में सरकार बनाने की दिशा में अब तक कांग्रेस-एनसीपी ने जो प्रगति की है, उससे अवगत कराया गया, जहां करीब एक महीने पहले चुनाव परिणाम घोषित किए गए थे।
उन्होंने कहा, ‘माकपा समेत ये पार्टियां राज्य के विकास के लिए और कृषि मुद्दों के समाधान के लिए भाजपा को राज्य से हटाने के लिए सरकार बनाना चाहती हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री पाटिल ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी अब शिवसेना के साथ विचार-विमर्श करेंगे, जिसके बाद यह पार्टियां सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी ।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पार्टियां सरकार बनाने का दावा कब पेश करेगी।
उन्होंने कहा कि हम एक-दो दिन में शिवसेना से बात करेंगे।
चव्हाण ने कहा कि गठबंधन के सहयोगियों ने साझा न्यूनतम कार्यक्रम (सीएमपी) का मसौदा तैयार किया है, जिसे तीनों दलों के शीर्ष नेताओं द्वारा मंजूरी दी जानी है ।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ अंतिम सीएमपी प्रस्तावित सरकार के कार्यों का मार्गदर्शन करेगा ।
पत्रकारों से बातचीत में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने सरकार के गठन को देश में सांप्रदायिकता खत्म करने की पिच बताया और कहा कि, “शिवसेना अगर हमारा समर्थन चाहती है तो उसे अपनी कुछ नीतियों में बदलाव करना होगा… सांप्रदायिकता मिटाने के लिए हमें सरकार बनानी होगी।
आजमी ने कहा कि भावी सरकार दलितों, अल्पसंख्यकों, किसानों और कमजोरों के लिए उचित होनी चाहिए।
विधायक ने कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनने के विरोध में नहीं थी और उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री पद की होड़ नहीं है ।
शिवसेना को मुख्यमंत्री पद बांटने से मना करने के बाद भाजपा के साथ तीन दशक लंबे संबंध तोड़ने के बाद राज्य में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया था ।
गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा और सेना ने 288 सदस्यीय विधानसभा में क्रमश 105 और 56 सीटें जीतकर आराम से बहुमत हासिल किया था।
चुनाव पूर्व सहयोगी दलों एनसीपी और कांग्रेस ने क्रमश 54 और 44 सीटें जीतीं।
राज्य में इस समय राष्ट्रपति शासन चल रहा है।
एक दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जायेगी: चव्हाण
महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार के गठन हो लेकर चल रही बातचीत में अहम भूमिका निभा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि शिव सेना के नेताओं के साथ एक बैठक होगी और सभी बातें एक-दो दिनों में स्पष्ट हो जायेंगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली से कांग्रेस के कुछ बड़े नेता आज मुंबई आ रहे हैं जिसके बाद कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताआें की शिव सेना नेताओं के साथ बैठक होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के गठन के बारे में सारी बातें एक दो दिन में साफ हो जायेगी।
राक्रांपा और कांग्रेस के नेताआें के बीच कई दौर की बातचीत में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर सहमति बन गयी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के दिल्ली स्थिति आवास में गुरुवार को हुयी बैठक में राज्य में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने को हरी झंडी दी गयी। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बातचीत के लिए नियुक्त पार्टी नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खडगे तथा के सी वेणुगोपाल ने श्री पवार से बातचीत की। बैठक में कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट, पृथ्वीराज चव्हाण, राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, अजीत पवार, सुप्रिया सुले, नवाब मलिक तथा अन्य नेता मौजूद थे।
बैठक के बाद श्री चव्हाण तथा श्री मलिक ने कहा “आज कांग्रेस तथा राकांपा नेताओं की यहां बैठक हुई और सरकार के गठन को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया गया। कांग्रेस तथा राकांपा का सरकार बनाने से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा का दौर खत्म हो गया है और दोनों पक्ष सरकार बनाने को लेकर एकमत हैं।”
उन्होंने कहा कि गठबंधन के अन्य नेताओं के साथ भी विचार किया जाना है और इस बारे में दोनों दलों के वरिष्ठ नेता शुक्रवार को मुंबई में गठबंधन के अन्य दलों के नेताओं से बातचीत करेंगे।
जल्द ही मुख्यमंत्री पद पर निर्णय लिया जायेगा:राऊत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि बहुत जल्द मुख्यमंत्री तय किया जाएगा।
मीडिया के एक हिस्से में चल रही अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं।