नई दिल्ली 3 जनवरी। महाराष्ट्र के कोरेगांव-भीमा में जातीय हिंसा की इस घटना में गुजरात के नव निर्वाचित विधायक जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद का नाम सामने आया है।
सोशल मीडिया पर जारी एक टेप में मेवाणी दलितों को भड़काते नजर आ रहे हैं। इसमें वह दलितों को सड़कों पर आने के लिए ‘उकसा’ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमें चुनावी राजनीति पर ही नहीं निर्भर रहना होगा, सड़कों की लड़ाई लड़नी होगी। बिना इसके जातीय उन्मूलन खत्म नहीं हो सकता है।
मेवानी का यह वीडियो 31 दिसंबर 2017 का है। इसके ठीक 12 घंटे बाद कोरेगांव में जातीय हिंसा फैल गई। attacknews.in
31 दिसंबर को एक कार्यक्रम में मेवानी के साथ उमर खालिद भी दिखे।
इस घटना के बाद मेवानी और उमर के खिलाफ पुणे के दक्खन पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है। शिकायत दाखिल होने के बाद पुलिस ने कहा कि वे जल्द ही इस पर कार्रवाई करेंगे।
Complaint against Jignesh Mevani & Umar Khalid received at Pune’s Deccan Police Station, complainant alleges they made provocative statements that led to tension b/w two communities. (File Pics) pic.twitter.com/qaZOej3iX1
— ANI (@ANI) January 2, 2018
भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सोमवार को कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसके चलते हुई हिंसा की घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। युद्ध में ईस्ट कंपनी कंपनी के बलों ने पेशवा की सेना को हराया था।
दलित नेता ब्रितानियों की जीत का जश्न मनाते हैं, क्योंकि माना जाता है कि उस समय अछूत समझे जाने वाले महार समुदाय के लोग ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज में सैनिक थे।attacknews.in