मुंबई/नईदिल्ली , 28 नवम्बर ।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य के किसानों के लिए ठोस कदम उठायेगी और ऐसा माहौल बनाने का प्रयास करेगी कि कोई भी भयभीत महसूस नहीं करे।
कुछ घंटे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले ठाकरे ने दक्षिण मुंबई के सहयाद्री गेस्ट हाउस में कैबिनेट की पहली बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने कहा कि कैबिनेट के पहले फैसले में छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी रायगढ़ किले के पुनरूद्धार के लिए 20 करोड़ रुपये की धनराशि को मंजूरी दी गई।
बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि हम वास्तविकता जानेंगे तो हम अच्छा काम कर सकते हैं। हमने जानकारी मांगी है। किसानों को सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला। हम किसानों की ठोस मदद करना चाहते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम राज्य में ऐसा माहौल सुनिश्चित करना चाहते हैं जहां कोई भी आतंकित महसूस नहीं करेगा।’’
ठाकरे के मीडिया से बात करते समय उनके साथ मंत्रिमंडल के सहयोगी छगन भुजबल, जयंत पाटिल, बालासाहेब थोराट और नितिन राउत भी थे।
उद्धव बने महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री, छह मंत्रियों ने भी ली शपथ:
इससे पहले महाराष्ट्र में करीब एक माह तक चले राजनीतिक ड्रामे के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और इसके साथ ही राज्य में शिवेसना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के ‘महा विकास अघाड़ी’ गठबंधन की सरकार बनी।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने यहां शिवाजी पार्क में आयोजित भव्य समारोह में श्री ठाकरे को पद एवं गाेपनीयता की शपथ दिलायी। केसरिया कुर्ता पहनकर पहुंचे श्री ठाकरे ने मराठी भाषा में शपथ ली। वह ठाकरे परिवार के पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला है। शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने सिद्धि विनायक मंदिर में पूजा-अर्चना की।
श्री ठाकरे के साथ ही छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें शिवसेना के एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जयंत पाटिल और छगन भुजबल तथा कांग्रेस के बाला साहेब थोराट और नीतिन राउत शामिल हैं। सभी मंत्रियों ने भी मराठी भाषा में शपथ ली। श्री ठाकरे के साथ किसी ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ली है।
शपथ ग्रहण समारोह में जमकर आतिशबाजी हुई और तुरही बजाकर श्री ठाकरे का स्वागत किया गया। इस मौके पर शिवाजी पार्क में हजारों लोग मौजूद थे और सबने ‘भारत की जय’ के साथ मंत्रियों का अभिनंदन किया। शिवाजी पार्क के बाहर भी खूब आतिशबाजी की गयी और समर्थक ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर थिरके। राज्य के अन्य हिस्सों में भी शिवसेना समर्थकों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया।
श्री ठाकरे ने शपथ ग्रहण करने के बाद मंच पर खड़े होकर हाथ हिलाया और जनता के समक्ष नतमस्तक भी हुए। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पृथ्वीराज चव्हाण, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस के अहमद पटेल, सुशील कुमार शिंदे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राज ठाकरे और प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी तथा उनकी पत्नी नीता अंबानी भी मौजूद थी।
अचानक पाला बदलकर फडणवीस सरकार में उप मुख्यमंत्री बने राकांपा के श्री अजित पवार को फिलहाल मंत्री परिषद में शामिल नहीं किया गया है लेकिन वह समारोह में मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अौर वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने समारोह में भाग नहीं लिया लेकिन उन्होंने श्री ठाकरे को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भाजपा के खिलाफ महा विकास अघाड़ी का गठन अभूतपूर्व है। दोनों नेताओं ने श्री ठाकरे को पत्र लिखकर शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंच पाने की असमर्थता व्यक्त की और मुख्यमंत्री पद संभालने पर उन्हें बधाई दी।
श्रीमती गांधी ने श्री ठाकरे को लिखे एक पत्र में कहा कि शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ऐसे असाधारण परिस्थितियों में एक साथ आये हैं जब देश भारतीय जनता पार्टी से अभूतपूर्व खतरे का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक माहौल विषाक्त हो गया है और अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो रही है। किसान गहरे दबाव में हैं।
उन्होंने कहा, “शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने एक साझा कार्यक्रम पर सहमति व्यक्त की है और मुझे पूरा भरोसा है कि तीनों पक्ष इस सहमति को सही अर्थों में लागू करेंगे। गठबंधन से महाराष्ट्र के लोगों को उम्मीद है कि यह ठोस, सार्थक, जिम्मेदार, जवाबेदह और पारदर्शी प्रशासन प्रदान करेगा।”
उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद एक नाटकीय घटनाक्रम में श्री फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में और श्री अजित पवार के उप मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने के बाद राकांपा, कांग्रेस अौर शिवसेना के गठबंधन की सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त हुआ।
शुरू में श्री ठाकरे का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय हो गया था लेकिन श्री अजित पवार के पाला बदलने के कारण श्री फडणवीस की सरकार बन गयी। इसके बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया अौर अदालत ने श्री फडणवीस काे 27 नवंबर को शाम पांच बजे के बाद विश्वास मत हासिल करने का आदेश दिया था लेकिन उन्होंने 26 नवंबर को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
मोदी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर उद्धव ठाकरे को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री उद्धव ठाकरे को गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी है।
श्री मोदी ने ट्विटर पर कहा, “महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर श्री उद्धव ठाकरे जी को बधाई। मुझे विश्वास है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूरी मेहनत और लगन से काम करेंगे।”