मुंबई, 27 नवंबर ।महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिये नामित उद्धव ठाकरे ने यहां बुधवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। एक दिन बाद ही उद्धव का शपथ ग्रहण समारोह होना है। इस बीच मंत्रिपरिषद के गठन की प्रक्रिया भी तेज हो गयी है।
दिन में कांग्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों अहमद पटेल, के सी वेणुगोपाल एवं अन्य के साथ पवार की बातचीत के मद्देनजर दोनों शीर्ष नेताओं की यह बैठक हो रही है।
पवार और शिवसेना प्रमुख ठाकरे के अपने मंत्रिपरिषद एवं बृहस्पतिवार शाम को दादर में शिवाजी पार्क में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की है, मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जाएँ, इस पर रायशुमारी की गई ।
मंगलवार को शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में बनने वाली अगली ‘महाराष्ट्र विकास अघाडी’ की सरकार में मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किया था।
जब से शिवसेना ने राकांपा एवं कांग्रेस गठबंधन से संपर्क किया है तब से पवार सरकार गठन के लिये तीनों पार्टियों के बीच बातचीत का केंद्र रहे हैं।
उद्धव 28 नवंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
श्री ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए शिव सेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार हैं।
श्री ठाकरे की तरफ से सरकार के गठन का दावा किये जाने के बाद राज्यपाल बी के काेश्यारी के कार्यलय की तरफ से एक पुष्टि पत्र जारी की गई है। राज्यपाल के कार्यालय ने मुंबई के शिवाजी पार्क में समारोह में शपथ ग्रहण समारोह की अनुमति देते हुए इसके लिए तिथि की पुष्टि की है।
इससे पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने तीनों दलों की संयुक्त बैठक में घोषणा की थी कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारेाह एक दिसंबर को होगा लेकिन राज्यपाल से श्री ठाकरे के मिलने के बाद समय-सारणी में बदलाव हुआ है।
शिवसेना प्रमुख ने कांग्रेस और राकांपा के प्रमुख नेताओं के साथ मंगलवार रात राज्यपाल से मिलकर सरकार के गठन का दावा किया था।
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि सिर्फ श्री ठाकरे 28 नवंबर को शपथ लेंगे जबकि मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य बाद में शपथ लेंगे।
महाराष्ट्र:विधायकों ने ली शपथ,अजीत से गले मिलीं सुप्रिया
महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक गहमागहमी के बीच बुधवार को विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हुआ जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस समेत कई नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली और इस दौरान शपथ लेने विधानसभा पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बागी नेता अजीत पवार से राकांपा प्रमुख शरद पवार की पुत्री एवं सांसद सुप्रिया सुले गले मिलीं और पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलांबकर ने सुबह आठ बजे विधायकों को शपथ दिलवाना शुरू किया। समारोह शुरू होने के साथ ही देवेंद्र फडणवीस, अशोक चव्हाण और अजीत पवार ने विधानसभा की सदस्यता की शपथ ली। इसके साथ ही अन्य विधायकों ने भी शपथ ली।
इस बीच शपथ लेने के लिए विधानसभा पहुंचे राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित का सुश्री सुले ने गर्मजोशी से स्वागत किया। सुश्री सुले ने श्री अजित को इस दौरान गले लगाया और कहा, “परिवार में अनबन हो सकता है लेकिन अलगाव नहीं। हम दोनों की बात की जाए तो वे मेरे भाई हैं और हमारे बीच कभी कोई विवाद नहीं रहा है।”
विधानसभा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का भी सुश्री सुले ने स्वागत किया और उनसे हाथ मिलाया। इस बीच बालासाहेब थोराट ने विधानसभा के बाहर कहा कि उपमुख्यमंत्री का पद किसे दिया जाएगा इस पर फिलहाल फैसला नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि श्री अजीत पवार श्री शरद पवार के भतीजे हैं और इस नाते श्री अजीत और सुश्री सुले चचेरे भाई-बहन हैं।
शरद पावर ने किया अजित को माफ
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता नवाब मलिक ने बुधवार को कहा कि पार्टी प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार को माफ कर दिया है जिन्होंने गत सप्ताह देवेन्द्र फडणवीस के साथ उप मुख्यमंत्री की शपथ ली थी।
श्री मलिक ने कहा, “अजित पवार ने अपनी गलती मान ली है और पवार साहिब ने उन्हें माफ कर दिया है।” उन्होंने अवगत कराया कि श्री पवार पार्टी में हैं और पार्टी में उनकी स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।