मुंबई, एक दिसम्बर ।महाराष्ट्र विधानसभा में रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के बीच जुबानी जंग देखने को मिली।
ठाकरे ने फडणवीस के चुनाव से पहले किये गये दावे ‘‘मी पुन्हा येईं’’ (मैं वापस लौटूंगा) पर कटाक्ष किया।
महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता फडणवीस को रविवार को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया गया। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सदन में इस आशय की घोषणा की।
फडणवीस को मित्र बताते हुए ठाकरे ने कहा कि वह उन्हें विपक्षी नेता के रूप में नहीं देखते हैं।
ठाकरे ने अपने बधाई संदेश में कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं कहा कि कि मैं वापस लौटूंगा, लेकिन मैं इस सदन में आया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सदन और महाराष्ट्र के लोगों को आश्वस्त कर सकता हूं कि मैं कुछ भी आधी रात को नहीं करूंगा। मैं लोगों के हितों के लिए काम करूंगा।’’
ठाकरे के इस कटाक्ष को फडणवीस और राकांपा प्रमुख अजित पवार के 23 नवम्बर की सुबह जल्दबाजी में शपथ लिये जाने के संबंध में देखा जा रहा है।
चुनाव से पहले फडणवीस द्वारा दिए गए नारे ‘‘मैं वापस लौटूंगा’’ पर तंज कसने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने ऐसा कहा, लेकिन इसके लिए समय देना भूल गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं आपको एक बात का आश्वासन दे सकता हूं, आपको कुछ समय इंतजार करने की जरूरत है।’’
उन्होंने शायरी करते हुए कहा, ‘‘मेरा पानी उतरते देख किनारे पर घर मत बना लेना, मैं समुंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिछले पांच सालों में न केवल कई परियोजनाओं की घोषणा की है बल्कि इन पर काम भी शुरू किया गया है। आप नहीं जानते, मैं उनका उद्घाटन करने के लिए वापस आ सकता हूं।’’
ठाकरे ने कहा कि वह फडणवीस को ‘‘विपक्ष के नेता’’ नहीं बल्कि ‘‘जिम्मेदार नेता’’ कहेंगे। अगर सब कुछ अच्छा होता तो यह सब (भाजपा-शिवसेना अलगाव) नहीं होता ।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने फडणवीस से बहुत चीजें सीखी हैं और उनके साथ हमेशा मेरी मित्रता रहेगी। मैं आज भी हिंदुत्व की विचारधारा के साथ हूं और इसे कभी नहीं छोड़ूंगा। पिछले पांच साल में मैंने (भाजपा-शिवसेना) सरकार से कभी छल नहीं किया। ’’
किसानों की समस्याओं को कम करने की सदन से अपील करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘इस सरकार का उद्देश्य न केवल किसानों का कर्जा माफ करना है बल्कि हमें उनकी परेशानियों को भी कम करने की जरूरत है।’’
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि उन्हें यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं है कि देवेन्द्र फडणवीस के साथ उनकी मित्रता है।
ठाकरे ने कहा, ‘‘मुझे यह स्वीकार करने में कोई संकोच नहीं होगा कि हम लंबे समय से अच्छे मित्र हैं। अगर आपने हमारी बात सुनी होती तो मैं घर पर बैठकर आज के घटनाक्रम को टीवी पर देख रहा होता।’’
राकांपा नेता जयंत पाटिल ने फडणवीस पर निशाना साधा।
पाटिल ने कहा, ‘‘उन्होंने (फडणवीस) कहा कि वह लौटेंगे, लेकिन यह नहीं बताया कि वह कहां (सदन में) बैठेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब वह वापस लौट आये हैं और इस शीर्ष पद (विपक्ष के नेता) पर काबिज हो रहे हैं जो मुख्यमंत्री पद के समान है।’’
राकांपा नेता ने विश्वास जताया कि फडणवीस ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार को हटाये जाने के किसी भी प्रयास का हिस्सा नहीं होंगे।