उज्जैन 17 फरवरी। महाशिवरात्रि पर्व 13 फरवरी को मनाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 9 दिन तक (5 से 13 फरवरी तक) महाशिवनवरात्रि पर्व मनाया गया।
परम्परा के अनुसार इस बार भी फाल्गुन शुक्ल पक्ष द्वितीया (चन्द्र दर्शन) को भगवान श्री महाकाल ने शनिवार 17 फरवरी को अपरान्ह्ः में एक साथ पाॅच रूपों में भक्तों को दर्शन दिये। attacknews.in
महा-शिवरात्रि पश्चात वर्ष में एक ही बार एैसा अवसर आता है, जब एक साथ पाॅच मुखौटो के दर्शन श्रद्वालुओं को होते हैं।
भगवान श्री महाकाल ने पाॅच स्वरूपों में श्री मनमहेश, शिवतांडव, होल्कर, छबीना तथा उमा महेश के स्वरूप में 17 फरवरी कोे दर्शन दिये।
भगवान महाकाल की प्रतिदिन होने वाली सायं पूजा सायं 5 बजे के स्थान पर यह पूजन अपरान्ह्ः 3 बजे हुआ। उसके पश्चात भगवान श्री महाकालेश्वर के पाॅचों स्वरूपों का श्रृंगार किया गया तथा पंचमुखरविन्द के दर्शन शयन आरती रात्रि 11ः00 बजे तक श्रद्धालुओं ने भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन किये।attacknews.in