नरसिंहपुर, 03 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के रीछई गांव में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और इसके बाद पीड़ित द्वारा आत्महत्या की घटना के सिलसिले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 28 सितंबर को महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में कल अरविंद, मोतीलाल, अनिल, पुरुषोत्तम और एक महिला लीला बाई को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के खिलाफ अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की गयी है।
नरसिंहपुर में महिला दुष्कर्म मामले में दो पुलिस कर्मचारी गिरफ्तार
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के तहत आने वाले गोटीटोरिया पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी मिश्रीलाल कुडोपे और चीचली थाने के तत्कालीन प्रभारी अनिल सिंह को पुलिस ने आज एक दलित महिला के उत्पीड़न की घटना के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार रीछई गांव की महिला उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद गोटीटोरिया पुलिस चौकी शिकायत दर्ज कराने गयी थी, लेकिन तत्कालीन चौकी प्रभारी एवं सहायक उप निरीक्षक मिश्रीलाल कुडोपे ने उसकी सुनवायी नहीं की। महिला चीचली थाने भी पहुंची थी, लेकिन वहां भी सुनवायी नहीं हुयी। इस घटना के बाद महिला ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद चौकी प्रभारी को हटाकर निलंबित कर दिया गया और उसके खिलाफ चीचली थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी। आज उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया।
नरसिंहपुर के विवादित पुलिस अधिकारियों को हटाया गया
इसके साथ ही इस सामुहिक दुष्कर्म और उसके बाद पीड़िता द्वारा आत्महत्या के मामले में राज्य सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए दो पुलिस अधिकारियों का तबादला आदेश आज जारी कर दिया।
नरसिंहपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी को पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। इसके अलावा जिले के गाडरवारा में पदस्थ अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सीताराम यादव को भी पुलिस मुख्यालय में उप पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ किया गया है।