भोपाल/जयपुर/नईदिल्ली , 11 मार्च । मध्यप्रदेश में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से जारी सियासी उठापटक के बीच अब राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपने विधायकों को संभालकर रखने के प्रयास में जुटे हैं।
मंगलवार देर रात भोपाल से भाजपा के एक सौ से अधिक विधायकों को विशेष विमान से दिल्ली ले जाया गया। बताया गया है कि इन सभी विधायकों को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच दिल्ली के पास गुरूग्राम के एक बड़े होटल में ठहराया गया है। विधायकों को टूटफूट से बचाने के लिए एेसा किया जाना बताया गया है।
इस बीच सत्तारूढ दल कांग्रेस के 90 से अधिक विधायकों को भी यहां इकट्ठा किया जाकर विशेष विमान से मध्यप्रदेश के बाहर सुरक्षित स्थान राजस्थान ले जाया गया । अभी कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक छह मंत्री और 13 विधायकों को बंगलूर के एक होटल में कथित तौर पर भाजपा के संरक्षण में रखा गया है।
मंगलवार शाम को यहां कांग्रेस विधायक दल और भाजपा विधायक दल की बैठक भी हुयीं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सरकार को कोई खतरा नहीं है और बंगलूर के विधायक भी उनके संपर्क में हैं। श्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार सदन में बहुमत साबित कर देगी।
इसके पहले बंगलूर में मौजूद 19 विधायकों के त्यागपत्र भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष एन पी प्रजापति को उनके निवास पर कल शाम सौंपे। अध्यक्ष ने इन पर नियमानुसार कदम उठाने का कहा है। दूसरी ओर पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह, कांग्रेस विधायक एेदल सिंह कंसाना और मनोज चौधरी भी अपना त्यागपत्र अपना त्यागपत्र कल ही दे चुके हैं।
राज्य विधानसभा में वर्तमान में दो सीट आगर और जौरा रिक्त रहने के कारण कुल 228 विधायक हैं। इनमें से कांग्रेस के 114, भाजपा के 107, बसपा के दो, सपा का एक और चार निर्दलीय हैं। कांग्रेस के 22 विधायक कल अपने त्यागपत्र सौंप चुके हैं। मुख्यमंत्री ने श्री सिंधिया समर्थक माने जाने वाले छह मंत्रियों को बर्खास्त करने के लिए पत्र पहले ही राज्यपाल को लिख दिया है। शेष मंत्री अपने त्यागपत्र मुख्यमंत्री को यह कहते हुए दे चुके हैं कि वे अपने हिसाब से मंत्रिमंडल का पुनर्गठन कर लें।
इन सभी हालातों के बीच अब सभी की निगाहें वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के अगले कदम पर लगी हुयी हैं, जो इस समय दिल्ली में मौजूद हैंऔर 12 मार्च को भोपाल पहुंचेंगें ।
मध्यप्रदेश के करीब नब्बे कांग्रेस विधायकों को जयपुर में ठहराया
मध्यप्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के चलते मध्यप्रदेश के करीब नब्बे कांग्रेस विधायकों को राजस्थान की राजधानी जयपुर में ठहराया गया है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के ये विधायक इंडिगों के चार्टर विमान से अपराह्न करीब पौने तीन बजे जयपुर हवाई अड्डे पहुंचें।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा कांग्रेस के अन्य नेता हवाई अड्डे पर इन विधायकों को लेने गये। इन विधायकों को तीन बसों से दिल्ली रोड़ पर स्थित ब्यूना विस्ता रिसोर्ट एवं अन्य जगह ले जाया गया। इनमें सात महिला विधायक भी शामिल हैं। एक बस में इन विधायकों के साथ राजस्थान सरकार के उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी सवार हुए और उनकी आवभगत की।
भाजपा के मंसूबों पूरे नहीं होने देंगे – अरुण यादव
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव ने आज कहा कि उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे।
श्री यादव ने यहां मीडिया से कहा कि हमें इस राज्य में सत्ता जनता ने सौंपी है। हम भाजपा को उनके मंसूबे पूरे नहीं करने देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सदन में अपना बहुमत भी साबित कर देगी।
इसके अलावा श्री यादव के अनुज एवं राज्य सरकार में कृषि मंत्री सचिन यादव ने दावा करते हुए कहा कि सिंधिया समर्थक जो विधायक बंगलूर में हैं, उनमें से अधिकांश विधायक भाजपा में जाना नहीं चाहते। इन विधायकों का कांग्रेस नेताओं से संपर्क हो गया है।
इसके पहले कांग्रेस के अस्सी से अधिक विधायकों को दिन में लगभग बारह बजे विमान से जयपुर भेजा गया। बताया गया है कि इन विधायकों को एकसाथ सुरक्षित स्थान पर रखा जाएगा।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि शेष वरिष्ठ विधायकों और मंत्रियों से यहीं पर रुककर कार्य करने के लिए कहा गया है। ये सभी विधायक और मंत्री, मुख्यमंत्री कमलनाथ तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के संपर्क में रहकर डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं।
भाजपा के सभी विधायकों को कल रात में ही यहां से दिल्ली ले जाया गया है। वे दिल्ली के पास किसी बड़े होटल में रुके हुए हैं।
अब पूरा सिंधिया परिवार भाजपा की सेवा में – चौहान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के आज औपचारिक तौर पर पार्टी में शामिल होने का स्वागत करते हुए कहा कि अब राज्य के ग्वालियर से आने वाला पूरा सिंधिया परिवार इस पार्टी की सेवा में है।
श्री चौहान ने यहां अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की राजमाता विजयाराजे सिंधिया के कार्याें का भी जिक्र किया। श्री चौहान ने जनसंघ और भाजपा को खड़ा करने में राजमाता के योगदान का जिक्र किया और कहा कि उनके पोते श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अब भाजपा में शामिल हो गए हैं और यह हम सभी के लिए प्रसन्नता की बात है। इस अवसर पर श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ और भाजपा नेता यशोधराराजे सिंधिया भी मौजूद थीं।
श्री चौहान ने कहा कि श्री सिंधिया उस परिवार से आते हैं, जिसने सदैव राजनीति को समाज और राष्ट्र सेवा का माध्यम माना।
श्री चौहान ने कहा कि श्री सिंधिया ने कांग्रेस के लिए भी कार्य किया, लेकिन पिछले एक साल के दौरान कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया। ऐसी लूट देखने में कभी नहीं आयी। भ्रष्टाचार के कीर्तिमान बनाए गए। भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया। सरकार से सभी परेशान हैं और सभी उसे कोस रहे हैं।
श्री चौहान ने कहा कि श्री सिंधिया के आने से भाजपा मध्यप्रदेश में और मजबूत होगी और उनकी सक्रियता का लाभ पूरे देश को मिलेगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम सब साथ मिलकर चलेंगे और जनता की सेवा करेंगे। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अब ‘महाराज और शिवराज’ साथ साथ हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में श्री चौहान ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव 2018 में पराजित नहीं हुए थे।
सिंधिया समर्थक विधायकों के वीडियो जारी
बंगलूर में मौजूद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस के लगभग 20 विधायकों से मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के संकटमोचकों के संपर्क होने के दावे के बीच आज दिन में इन विधायकों के वीडियो सामने आए, जिसमें वे ये कहते हुए सुने जा रहे हैं कि सभी श्री सिंधिया के ही साथ हैं।
श्री सिंधिया के समर्थक श्री पंकज चतुर्वेदी की ओर से लगभग सभी विधायकों के वीडियो सोशल मीडिया में जारी किए गए हैं। इसमें उनके कट्टर समर्थक गोविंद राजपूत, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया और प्रद्युम्न सिंह तोमर के वीडियो भी शामिल हैं, जो कमलनाथ सरकार में मंत्री थे, जिन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की है ।
सिंधिया मेरे घर कभी भी आ सकते थे: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिलने का समय नहीं देने संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि सिंधिया उनके घर कभी भी आ सकते थे।
दरअसल, गांधी से सवाल किया गया था कि क्या सिंधिया को सोनिया गांधी या आपसे (राहुल) मिलने का समय नहीं दिया जा रहा था? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सिंधिया इकलौते शख्स हैं जो उनके घर कभी भी आ सकते थे।
गांधी ने बुधवार को ट्विटर पर अपना एक पुराना ट्वीट फिर से साझा किया जो उन्होंने दिसंबर 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ के चयन के समय किया था।
इस ट्वीट में उन्होंने कमलनाथ और सिंधिया के साथ अपनी तस्वीर साझा की थी और विचारक लियो टॉलस्टॉय के इस कथन को उद्धृत किया, ‘‘धैर्य और समय दो सबसे ताकतवर योद्धा हैं।’’ उधर, सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस मुख्यालय से उनके नाम की नेमप्लेट हटा दी गई। वह महासचिव और प्रभारी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) थे।