भोपाल, 28 जून । मध्यप्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार शीघ्र होने की खबरों के बीच आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा दिल्ली रवाना हो गए, जहां वे केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार श्री चौहान और श्री शर्मा के साथ प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी दिल्ली रवाना हुए हैं। श्री चौहान अपरान्ह बाद विशेष विमान से रवाना हुए और देर शाम से ही उनका वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का सिलसिला प्रारंभ हो गया , जो कल तक चलेगा। श्री चौहान के कल शाम दिल्ली से वापस लौटने की संभावना है।
राज्य में मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर काफी दिनों से कवायद चल रही है। नए मंत्रियों के नामों को लेकर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बनाने और केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में लेने के लिए श्री चौहान का दिल्ली दौरा काफी दिनों से अपेक्षित था। माना जा रहा है कि श्री चौहान के दिल्ली से लौटने के बाद राज्य में तीन माह से अधिक पुरानी शिवराज सिंह चौहान सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा।
राज्य में मार्च माह के राजनैतिक घटनाक्रमों के चलते वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था और उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। इन विषम स्थितियों में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था और 23 मार्च को श्री चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी।
इसके पूरे एक माह बाद अप्रैल में पांच मंत्रियों को शपथ दिलाकर श्री चौहान ने अपने मंत्रिमंडल का गठन किया। इसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार होना था, लेकिन वह विभिन्न कारणों से लगातार टल रहा था। अब माना जा रहा है कि शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा।
विधानसभा में सदस्यों की संख्या के मान से राज्य में अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। इस तरह की श्री चौहान अधिकतम 29 और लोगों को मंत्री बना सकते हैं, हालाकि रणनीतिक तौर पर हमेशा मंत्रिमंडल में कुछ स्थान रिक्त रखे जाते हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार में श्री सिंधिया की राय को तवज्जो और उनके समर्थकों को भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिए जाने की पूरी संभावना है। इस वजह से प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं में से मंत्रियों के नाम तय करने में श्री चौहान को काफी मशक्कत करना पड़ रही है।