इंदौर/,बैतूल/बड़वानी 27 मार्च ।मध्यप्रदेश के विशेष पुलिस स्थापना शाखा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर ने राज्य के धार जिले के कुक्षी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली निसरपुर पुलिस चौकी के प्रभारी और एक अन्य को दो लाख रुपये राशि बतौर रिश्वत लेते हुए आज हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इंदौर स्थित लोकायुक्त कार्यालय पर पुष्पेंद्र काग निवासी अमलाल तहसील डही जिला धार ने एक लेखी शिकायत की थी।
शिकायत में कहा गया था कि निसरपुर थाना तहसील कुक्षी जिला धार अंतर्गत आने वाली जमरा पुलिस चौकी में उसके विरुद्ध उपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना और धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज है।
इसी प्रकरण को रफादफा करने के एवज में निसरपुर पुलिस चौकी के प्रभारी नरपत सिंह जामरा एक अन्य व्यक्ति के माध्यम से छह लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर रहे हैं।
जांच में शिकायतकर्ता और आरोपी पक्ष के बीच रिश्वत के लेन-देन को लेकर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग को प्रथम दृष्टया सही मानते हुए योजना बनाकर आरोपियों के विरुद्ध आज कार्रवाई की गई।
सिलकुआं रोड पर कार्रवाई के दौरान नरेंद्र गर्ग निवासी ग्राम सिलकुआं तहसील डही जिला धार को चौकी प्रभारी के एवज के तौर पर दो लाख रूपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया।
लोकायुक्त पुलिस ने चौकी प्रभारी नरपत सिंह जामरा और नरेंद्र गर्ग के विरुद्ध भारतीय दंड सहिंता के तहत आपराधिक षड्यंत्र रचना और भ्रष्ट्राचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगामी कार्यवाही कर रही है।
तहसीलदार दस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
इसी तरह मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के भीमपुर में आज लोकायुक्त पुलिस ने एक तहसीलदार को एक दुकानदार से दस हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
लोकायुक्त पुलिस भोपाल के निरीक्षक व्ही के सिंह ने बताया कि युवराज वाघकर की भीमपुर बस स्टैंड पर दुकान है।युवराज के माता पिता शादी का सामान खरीदने महाराष्ट्र के अमरावती गए थे।
उनके घर लौटने पर तहसीलदार भगवानदास तमखानिया ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए युवराज की दुकान को सील कर दिया।
तहसीलदार ने उसे क्वाॅरेंटाइन रखकर कोरोना की मेडिकल रिपोर्ट निगेटिव आने पर दुकान खोलने की बात कही थी।
युवराज वाघकर 25 मार्च को जब दुकान खुलवाने तहसीलदार से मिला तो उन्होंने दुकान खुलवाने के एवज में दस हजार रूपए की मांग की।
युवराज के इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस भोपाल को शिकायत करने पर आज सुबह दस सदस्यीय टीम ने तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार भगवानदास तमखानिया को युवराज वाघकर से दस हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।तहसीलदार के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
वन विभाग का लिपिक ढाई हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
उधर इंदौर की लोकायुक्त पुलिस ने आज बड़वानी जिले के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) कार्यालय में पदस्थ एक लिपिक को ढाई हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गौतम पवार निवासी अंजड़ जिला बड़वानी ने एक लेखी शिकायत लोकायुक्त पुलिस इंदौर को दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि वर्ष 2014 से शिकायतकर्ता की अंजड़ में फर्नीचर मार्ट की एक दुकान है। इस दुकान का लाइसेंस के नवीनीकरण के एवज में आरोपी लिपिक इंद्रराज सिसोदिया तीन हजार रुपये की रिश्वत राशि की मांग कर रहा है।