भोपाल, 06 मार्च । मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक के बीच पिछले तीन चार दिनों से ‘लापता’ चार विधायकों के कल सुबह तक यहां पहुंचने की संभावना है। बताया गया है कि ये विधायक बंगलूर के एक रिसार्ट में हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि तीन कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह, रघुराज कंसाना और हरदीप सिंह डंग के अलावा राज्य की कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बंगलूर में हैं और उनका आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क हो गया। इन विधायकों को वापस भोपाल लाने की कवायद शुरू हो गयी है और कल सुबह तक सभी भोपाल पहुंच जाएंगे।
कल देर शाम श्री डंग के कथित इस्तीफे और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक होने की खबरों के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ‘डेमेज कंट्रोल’ मोड में आ गयी। कल से ही मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं पार्टी विधायकों से बात कर रहे हैं। इसके अलावा आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दिल्ली से यहां पहुंचे और वे भी श्री कमलनाथ के साथ विधायकों से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे। इस बीच श्री कमलनाथ और श्री सिंह को आज का ओरछा दौरा भी रद्द करना पड़ा।
इसके अलावा दो दिन पहले दिल्ली से छह विधायकों को विशेष विमान से भोपाल लाया गया था। इनमें बसपा की रामबाई और संजीव सिंह, सपा के राजेश शुक्ला और तीन कांग्रेस विधायक ऐदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव तथा कमलेश जाटव शामिल हैं। इन सभी ने भी वापसी के बाद मुख्यमंत्री से चर्चा की थी।
मेरे साथ कल रात घटना हुयी, बाद में करुंगा खुलासा – पाठक
इधर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री संजय पाठक ने आज कहा कि वे भाजपा में हैं, थे और रहेंगे। साथ ही उन्होंने कल रात उनके साथ कुछ घटना होने की बात कही और कहा कि इसका खुलासा वे बाद में करेंगे।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचे श्री पाठक ने पत्रकारों से चर्चा में यह बात कही।
इसके पहले श्री पाठक ने एक वीडियो जारी कर स्पष्टीकरण दिया था। इस वीडियो में उन्होंने उनकी जान को खतरा भी बताया था। इस संबंध में पूछे जाने पर श्री पाठक ने कहा कि कल रात उनके साथ कुछ घटना घटी है। वे इसकी तह तक जा रहे हैं और वक्त आने पर इसका खुलासा करेंगे।
श्री पाठक ने कहा कि उनके भरोसे वाला सुरक्षा कर्मचारी को भी हटा लिया गया है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे कल रात मुख्यमंत्री निवास नहीं पहुंचे और न ही मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनकी मुलाकात हुयी।
उन्होंने यह भी कहा कि एक वर्ष के दौरान उनकी किसी भी विधायक से खरीद फरोख्त को लेकर बातचीत नहीं हुयी।
श्री पाठक ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के उनके संबंध में दिए गए बयान को लेकर कहा कि श्री सिंह उम्र में काफी बड़े हैं। उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
एक अन्य सवाल में श्री पाठक ने कहा कि उनके परिवार में खदानों का व्यवसाय दशकों पुराना है। राजनीति में आने के बाद खदानें हासिल नहीं कीं। बल्कि जब 2014 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा, तबसे उन्होंने सभी व्यवसाय छोड़ दिए हैं।
मौजूदा राजनैतिक घटनाक्रम के बीच उनकी खदानों को बंद किए जाने संबंधी खबरों पर उन्होंने कहा कि उनका व्यापार बंद करने से सबसे अधिक वे प्रभावित हुए हैं, जिनको इनसे रोजगार मिला हुआ है। ऐसे एक हजार से अधिक लोग हैं।
विश्वास सारंग ने बताया अपनी जान को खतरा
इसी बीच मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक विश्वास सारंग ने आज उनकी जान को खतरा होने की बात करते हुए कहा कि यदि ऐसा कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की रहेगी।
श्री सारंग ने शाम को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें मुहैया कराए गए दो सुरक्षा गार्ड हटा लिए हैं। ऐसा सरकार जानबूझकर कर रही है, ताकि उनकी जान पर खतरा बन जाए और भाजपा विधायकों की संख्या कम हो जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि लगता है कि सरकार उनकी जासूसी भी करवा रही है।
सारंग के आरोप मनगढ़ंत और हास्यास्पद-ओझा
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग के द्वारा दिया गया बयान पूरी तरह से तथ्यों से परे है।
कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति में श्रीमती ओझा ने कहा कि श्री सांरग द्वारा दिया गया यह बयान कि प्रदेश सरकार उनकी हत्या और जासूसी की साजिश कर रहा है। उनका ऐसा कथन सरासर मनगढ़ंत, मिथ्या और हास्यास्पद है।
मध्यप्रदेश में सरकार पर कोई संकट नहीं – शर्मा
उधर मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने आज कहा कि राज्य में सरकार पर कोई संकट नहीं है।
श्री शर्मा ने यहां मीडिया से बातचीत के बाद ट्वीट में कहा कि राजनैतिक घटनाक्रम के नतीजे सभी देख रहे हैं। छह विधायक मुख्यमंत्री से मिल लिए हैं। सभी संपर्क में हैं। शेष जो विधायक हैं, वे भी मुख्यमंत्री से मिल लेंगे। सभी की परेशानियां दूर हो जाएंगी।
श्री शर्मा का कहना है कि जब भी फ्लोर टेस्ट होगा, सदन में बहुमत साबित करने की बात आएगी, पहले की ही तरह विधायक बढ़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले भी सदन में हमारे समर्थन में दो विधायक बढ़ गए थे।