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ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल आते ही लौटेंगे बागी विधायक, कांग्रेस और भाजपा ने जारी किए व्हिप, दोनों ओर से बैठकों का दौर जारी रहा attacknews.in

भोपाल/नईदिल्ली , 15 मार्च।पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के रविवार रात को भोपाल आने का कार्यक्रम है। सिंधिया के यहां आने के बाद उनके खेमे के बेंगलुरु में ठहरे कांग्रेस के बागी विधायकों के भोपाल आने की संभावना है।

मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र 16 मार्च, सोमवार से शुरु होने वाला है। राज्यपाल लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को सोमवार को ही राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद सदन में शक्ति परीक्षण पर मतदान कराने के निर्देश दिए हैं।

भाजपा उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा चुनाव का नामांकन दाखिल करने के बाद सिंधिया 13 मार्च की शाम को ही भोपाल से दिल्ली गए थे।

सिंधिया के कट्टर समर्थन पंकज चतुर्वेदी ने रविवार को बताया कि सिंधिया का रविवार रात या सोमवार सुबह भोपाल आने का कार्यक्रम है, लेकिन उनके भोपाल आने के बाद के कार्यक्रम की जानकारी देने से चतुर्वेदी ने इंकार कर दिया।

हालांकि सूत्रों ने बताया कि सिंधिया भोपाल आने के बाद अपने समर्थक विधायकों से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के बागी 22 विधायक विधानसभा की सदस्यता से अपना त्यागपत्र भेज चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने इनमें से छह विधायकों के त्यागपत्र शनिवार शाम को स्वीकार कर लिए जबकि 16 विधायकों के त्यागपत्र पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है।

इन विधायकों के रविवार रात या सोमवार सुबह बेंगलुरु से भोपाल पहुंचने की उम्मीद है।

भाजपा सूत्रों ने बताया कि हरियाणा के गुरुग्राम में ठहरे भाजपा के विधायकों के रविवार रात या सोमवार सुबह भोपाल लौटने की संभावना है।

इस बीच सत्तारुढ़ कांग्रेस के जयपुर गए सभी विधायक रविवार सुबह को विशेष विमान से भोपाल लौट आए हैं। इन्हें विधानसभा से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित होटल कोर्टयार्ड मैरियट में कड़ी सुरक्षा में एक साथ रखा गया है।

उल्लेखनीय है कि ‘‘कांग्रेस द्वारा उपेक्षा किये जाने से परेशान होकर’’ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और वह बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये। उनके साथ ही मध्यप्रदेश के छह मंत्रियों सहित 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जिनमें से अधिकांश सिंधिया के कट्टर समर्थक हैं। इन 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरू में एक रिसॉर्ट में है, जबकि तीन विधायकों का अब तक कोई पता-ठिकाना नहीं है। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है।

मप्र भाजपा विधायकों को जारी किया गया व्हिप

मध्यप्रदेश भाजपा विधायक दल ने 16 मार्च से शुरु होने वाले विधानसभा सत्र के दौरान सदन में अनिवार्य रुप से उपस्थित रहने और विश्वास मत के दौरान पार्टी के पक्ष में मतदान करने का व्हिप अपने विधायकों को जारी किया है।

भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक नरोत्तम मिश्रा ने पार्टी विधायकों को रविवार को व्हिप जारी किया। विधायकों से 16 मार्च से शुरु होने वाले बजट सत्र में अनिवार्य तौर पर उपस्थित रहने और सरकार के शक्ति परीक्षण में भाजपा के पक्ष में मतदान करने का व्हिप जारी किया है।

मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से चल रही सियासी उथल पुथल को देखते हुए भाजपा ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के उद्देश्य से वर्तमान में हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल में रखा है।

मध्यप्रदेश को लेकर भाजपा नेताओं की अहम बैठक

मध्यप्रदेश में राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा कमलनाथ सरकार को सोमवार को बहुमत साबित करने का निर्देश दिये जाने के बाद यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की एक अहम बैठक नईदिल्ली में हुई।

केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के निवास पर हुई बैठक में केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए।

सूत्रों के अनुसार बहुमत परीक्षण से पहले श्री सिंधिया सहित ये सभी नेता रविवार की रात या सोमवार की सुबह भोपाल पहुंच जाएंगे।

ऐसी संभावना है कि उनके भोपाल पहुंचने के बाद ही बेंगलुरु से सिंधिया समर्थक विधायक भोपाल लाये जाएंगे जो राज्यपाल के अभिभाषण के बीच सीधे विधानसभा पहुंचेंगे।

उधर बेंगलुरु में श्री सिंधिया के समर्थक 20 विधायकों को उनके रिसोर्ट से अन्य रिसोर्ट में स्थानांतरित किया गया है जबकि कांग्रेस के सरकार समर्थक विधायकों को जयपुर से आज भोपाल लाया गया है।

भोपाल में भी मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस के नेताओं की बैठक हुई जिसमें बहुमत साबित करने की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, श्रीमती शोभा ओझा तथा कई अन्य नेता शामिल हुए।

कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाया गया है – शर्मा

मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा ने आज फिर दोहराया कि कांग्रेस के विधायकों को बंगलूर में बंधक बनाकर रखा गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी विधायक जयपुर, बंगलूर और हरियाणा से वापस आएंगे, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाना चाहिए।

श्री शर्मा ने राजनीतिक उठापटक के बीच यहां हुयी राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर बंगलूर में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। उनके मोबाइल फोन छीन लिए गए हैं। उन्हें किसी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। इन विधायकों पर ‘तंत्रमंत्र’ भी किया गया है। संबंधित विधायकों के चेहरे देखकर यह साफ दिखायी देता है।

मध्यप्रदेश सरकार अपना बहुमत साबित करेगी: भूपेश

मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी उठापटक के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा करते हुए आज कहा कि मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगी और प्रदेश में पूरे पांच वर्ष अपनी सरकार भी चलाएगी।

श्री बघेल ने सतना जिले के नागौद के खेरुआ सरकार मंदिर के दर्शन के उपरांत नकटी गांव में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बेवजह की उथल पुथल मचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह तोड़फोड़ की राजनीति कर रही है। मंत्री विधायकों को उसने बंधक बनाकर रखा, लेकिन वह अपने मंसूबे पर कभी भी कामयाब नहीं हो पाएगी।

कांग्रेस विधायक जयपुर से आज पहुंचें भाेपाल

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर सोमवार को बजट सत्र के पहले ही दिन अभिभाषण के बाद बहुमत साबित करने के निर्देश देने के बाद आज राजनैतिक गतिविधियां और बढ़ती हुयी नजर आयीं।

देर रात राज्यपाल ने मुख्मयंत्री को पत्र लिखकर निर्देश दिए कि बजट सत्र के पहले ही दिन सोमवार को उनके (राज्यपाल के) अभिभाषण के तत्काल बाद सरकार बहुमत सिद्ध करे। राज्यपाल ने साफ तौर पर लिखा है कि बहुमत साबित करने की प्रक्रिया स्थगित नहीं की जाना चाहिए।

बताया गया है कि इस पत्र के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेता अपना अगला कदम उठाने के लिए रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री कमलनाथ की पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं से चर्चा करने की खबरें भी हैं।

मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के लगभग 90 विधायक आज विशेष विमान से जयपुर से राजधानी भोपाल लौट आए और सभी को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच एक होटल में रुकवाया गया।

ये विधायक लगभग ग्यारह बजे यहां राजा भोज विमानतल पर पहुंचे। फिर उन्हें बसों में बिठाकर एमपी नगर क्षेत्र में स्थित एक होटल में भेजा गया है। विधायकों के साथ प्रदेश कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी भी देखे जा रहे हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने वरिष्ठ नेताओं और मंंत्रियों के साथ अपनी रणनीति में जुटे हुए हैं। कांग्रेस अपने विधायकों के लिए व्हिप कल शाम को ही जारी कर चुकी है।

मध्यप्रदेश में चल रही राजनीतिक उथलपुथल के बीच कांग्रेस के विधायकों को लगभग चार पांच दिन पहले विशेष विमान से भोपाल से जयपुर भेजा गया था। कल से शुरू होने वाले महत्वपूर्ण बजट सत्र के मद्देनजर कांग्रेस विधायकों को यहां लाया गया है।

हालाकि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक लगभग 20 विधायक और नेता अभी बंगलूर में ही हैं।

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