भोपाल, 07 जून । मध्यप्रदेश के गृह मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन संबंधी अटकलबाजियों और खबरों को आज पूरी तरह नकारते हुए कहा कि श्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे, हैं अौर रहेंगे।
श्री मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा के दौरान राज्य में नेतृत्व परिवर्तन संबंधी खबरों के बारे में पूछे जाने पर प्रतिक्रिया दी।
श्री मिश्रा ने कहा ‘ व्हाट्सएक एक ऐसी यूनिवर्सिटी है, जिसका वाइस चांसलर बनने के लिए किसी योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। और इसलिए ये जो फेक न्यूज हैं। जो भ्रामक और असत्य समाचार हैं। मेरी प्रार्थना है। इन पर ध्यान न दें। भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से शिवराज सिंह जी और श्री वी डी शर्मा जी के नेतृत्व में एक है। संगठित है। माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री थे, माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री हैं और माननीय शिवराज सिंह जी मुख्यमंत्री रहेंगे। इसलिए इस तरह की अटकलें कम से कम व्हाट्सएप फेसबुक इसकाे आधार न बनाएं समाचार का। ऐसा कुछ भी नहीं हैं।’
श्री मिश्रा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज उनकी विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम से मुलाकात विधानसभा के आगामी सत्र की तिथि के निर्धारण और सदन की विभिन्न समितियों की बैठकों के बारे में चर्चा को लेकर थी।
राज्य में हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, प्रभात झा, नरोत्तम मिश्रा और कुछ अन्य नेताओं के बीच अलग अलग अवसरों पर हुयीं मुलाकातें संबंधित नेताओं और उनके समर्थकों की ओर से ही सोशल मीडिया में प्रचारित की गयीं थीं। इन मुलाकातों के सत्ता के गलियारों में अपने अपने मायने खोजने के प्रयास किए जा रहे थे और अलग अलग अटकलबाजियां चल रही थीं। कोई इसे नेतृत्व परिवर्तन से जोड़ रहा था और कोई इसे ‘दबाव की राजनीति’ निरुपित कर रहा था।
शिवराज के नेतृत्व में राज्य चलेगा-विजयवर्गीय
इधर इंदौर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जारी अटकलों को एक तरह से विराम देते हुए आज कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य चलेगा।
श्री विजयवर्गीय अपने गृह नगर में कोरोना वायरस जन जागरण अभियान के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान वे संवाददाताओं के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।
उन्होंने यहां उनकी और राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की हाल ही में हुई मुलाकात के संदर्भ में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कोरोना काल में व्यस्तता न के बराबर है। लिहाजा व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर मेलमिलाप जारी है। इस तरह की मुलाकातों में राजनीतिक मायने नहीं तलाशना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में लगाए जा रहे कयास निराधार है।