भोपाल, 18 मार्च । मध्यप्रदेश में सत्ता को लेकर चल रहे अभूतपूर्व संकट के बीच पल पल में अनेक घटनाक्रम सामने आ रहे हैं।
आज सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बंगलूर पहुंचे और उन्हें हिरासत में लिया गया।हालाकि बाद में उन्हें रिहा भी कर दिया गया, तो वहीं कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक (22 विधायक एवं पूर्व विधायक) बंगलूर में ही मौजूद रहकर वीडियो जारी कर रहे हैं। उन्होंने अपनी प्रतिबद्धता श्री सिंधिया के प्रति जतायी है तो कुछ देर बाद इन 16 विधायकों और 6 पूर्व विधायकों की तरफ से कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को लिखे गए पत्र सोशल मीडिया में आ गए।
ताजा राजनैतिक घटनाक्रमों के बीच जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने सहयोगियों के साथ बंगलूर पहुंचे और उन्होंने उस रिसार्ट में प्रवेश का प्रयास किया, जहां पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर कुछ समय बाद रिहा कर दिया गया।
इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि बंगलूर में भाजपा द्वारा ‘बंधक’ बनाये गये कांग्रेस विधायकों से मिलने गये कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों को मिलने से रोकना, उनसे अभद्र व्यवहार करना, उन्हें बलपूर्वक हिरासत में लेना पूरी तरह से ‘तानाशाही व हिटलरशाही’ है।
सोलह विधायकों को भोपाल लाने में क्या परेशानी है – कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज फिर बंगलूर में कांग्रेस के विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन सोलह विधायकों को वापस लाने में क्या परेशानी है।
श्री कमलनाथ ने भोपाल में मीडिया से कहा कि इन सोलह विधायकों को भोपाल वापस लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में सत्ता में आने के लिए छटपटा रही है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार नयी नहीं है, जाे हम बहुमत साबित करें। हम कई बार सदन में बहुमत साबित कर चुके हैं। अब यदि भाजपा को कुछ लगता है तो उसे अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए।
एक अन्य सवाल के जवाब में श्री कमलनाथ ने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो वे भी बंगलूर जा सकते हैं।
कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल से की मुलाकात
मध्यप्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच आज सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर एक पत्र सौंपा, जिसमें आरोप लगाया गया है कि बंगलूर में कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस के 16 विधायकों को बंगलूर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बंधक बना लिया है। इन विधायकों से आज राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह मिलने पहुंचे, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। राज्यसभा उम्मीदवार के नाते श्री सिंह अपने मतदाता कांग्रेस विधायकों से मिल सकते हैं। यही नहीं श्री सिंह और उनके साथ मौजूद अन्य पार्टी नेताओं को बंगलूर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इसमें राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि वे अपने संवैधानिक प्रभाव का उपयोग करते हुए बंगलूर में ‘बंधक’ विधायकों को मुक्त कराने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
प्रदेश भाजपा मुख्यालय के आसपास सुरक्षा सख्त, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन:
मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के आज प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन की घोषणा के बीच पुलिस प्रशासन ने मुख्यालय के आसपास सुरक्षा के सख्त प्रबंध किए।
पार्टी मुख्यालय के आसपास ऐहतियातन धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है। बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी तैनात किए गए हैं।
इस बीच शाम को कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय के पास पहुंचने का प्रयास किया, लेकिन पहले से सतर्क पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। इन कार्यकर्ताओं को वापस जाने के लिए समझाइश दी गयी, लेकिन वे नहीं माने। इसलिए कम से कम दो दर्जन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर वहां से बस में बिठाकर जेल भेज दिया गया।