शिवपुरी/भोपाल , 12 अक्टूबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता द्वारा की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक बड़ा उद्योगपति बताने वाले बयान को लेकर आज कांग्रेस पर जमकर हमला किया और कहा कि हमें गरीब ही रहने दो, क्योंकि गरीब ही गरीब का दर्द महसूस कर सकता है।
श्री चौहान ने जिले के बमोरी विधानसभा के परवाह और करैरा विधानसभा के करही में मंडल सम्मेलनों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने सवालिया लहजे से कहा कि जिनने कभी गरीबी कभी देखी नहीं, वह गरीबों का दर्द क्या जानेंगे। उन्होंने कहा कि हम गरीब हैं और गरीबों के दर्द को जानते हैं। इसीलिए उनकी सेवा में लगे रहते हैं। हम गरीब हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए संबल योजना बनायी है।
गरीब हूं, इसलिए हर गरीब का दर्द समझता हूं – शिवराज
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को बड़ा उद्योगपति बताने वाले कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर के आज सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के परिप्रेक्ष्य में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमलावर हो गयी है।
श्री चौहान ने इस संबंध में ट्वीट कर लिखा है ‘ हां… मैं ‘नंगे-भूखे’ परिवार से हूं, इसीलिए उनका दुख दर्द समझता हूं। गरीब हूं, इसीलिए गरीब मां बाप की बेटियों का कन्यादान करता हूं। गरीब हूं, इसीलिए हर गरीब का दर्द समझता हूं। प्रदेश को समझता हूं।’
इस बीच प्रदेश भाजपा ने कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर का वीडियो ट्वीट पर जारी किया और कहा कि यही कांग्रेस की मानसिकता है, यही इनकी पीड़ा और यही इनकी सोच। एक ‘किसान पुत्र’ कैसे किसी ‘नामी उद्योगपति’ के सामने खड़ा हो सकता है। वो किसान पुत्र जो सिर्फ जनता के आगे झुकता हो, जिसका जीवन ही जनसेवा को समर्पित हो। गुलाम मानसिकता के कांग्रेसियों का असली चेहरा सामने आ गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने यहां मीडिया से चर्चा में कांग्रेस नेता के इस बयान पर ‘आपत्ति’ जताते हुए कहा कि सच है कि श्री चौहान गरीब परिवार का बेटा है। इसलिए वे गरीबों और वंचितों के लिए लगातार कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं। श्री चौहान, श्री कमलनाथ की तरह बड़े उद्योगपति नहीं हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के निवासी उद्योगपति कमलनाथ से गरीबों के हित में कार्य करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
इस बीच आज सोशल मीडिया में कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक जनसभा के दौरान श्री कमलनाथ को देश का दूसरे नंबर का उद्योगपति और मुख्यमंत्री श्री चौहान को ‘नंगे भूखे’ घर का बता रहे हैं।
गरीब के परिवार में पैदा होना कोई गुनाह है क्या – नरोत्तम
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि जनता के दुख दर्द वहीं नेता समझ सकता है, जिसने गरीबी देखी हो।
श्री मिश्रा ने यहां मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संबंध में दिए गए बयान के परिप्रेक्ष्य में यह बात कही।
श्री मिश्रा ने कहा कि वे तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि श्री कमलनाथ जैसे नेता सोने का चम्मच लेकर पैदा होते हैं। अब यह बात कांग्रेस के नेता ने ही कह दी है।
उन्होंने कहा कि इसलिए ही कांग्रेस को जनता के बीच से निकलकर आने वाले नेता नहीं सुहाते हैं। क्या गरीब के परिवार में पैदा होना कोई गुनाह है।
गृह मंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार ने गरीबों के कल्याण की कई योजनाएं बंद कर दी थीं। ऐसे नेताओं को गरीब और गरीबों के बीच से आने वाले नेता पसंद नहीं आते हैं।
मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव को कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र की रक्षा का महायुद्ध बताने संबंधी बयान पर श्री मिश्रा ने कहा कि उनके लिए यह महायुद्ध हो सकता है। हमारे लिए तो यह 15 माह के कांग्रेस के ‘कुशासन’ से प्रदेश की मुक्ति और सुशासन की स्थापना का महायज्ञ है।
गरीब ही गरीब का दर्द महसूस कर सकता है: शिवराज
गुना/शिवपुरी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता द्वारा की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक बड़ा उद्योगपति बताने वाले बयान को लेकर आज कांग्रेस पर जमकर हमला किया और कहा कि हमें गरीब ही रहने दो, क्योंकि गरीब ही गरीब का दर्द महसूस कर सकता है।
श्री चौहान ने गुना जिले के बमोरी विधानसभा के परवाह और शिवपुरी जिले के करैरा विधानसभा के करही में मंडल सम्मेलनों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने सवालिया लहजे से कहा कि जिनने कभी गरीबी कभी देखी नहीं, वह गरीबों का दर्द क्या जानेंगे। उन्होंने कहा कि हम गरीब हैं और गरीबों के दर्द को जानते हैं। इसीलिए उनकी सेवा में लगे रहते हैं। हम गरीब हैं, इसीलिए हमने गरीबों के लिए संबल योजना बनायी है।
उन्होंने कहा कि हम गरीब हैं, इसलिए ये चाहते हैं कि गरीबों के बच्चे भी पलें, उनके घरों में भी जन्म की खुशियां मनाई जाएं, इसीलिए हम बेटे-बेटी के जन्म पर 16000 रुपये देते हैं। हमने गरीबी के कारण परिवारों को बिखरते देखा है, इसलिए हम गरीब परिवार के मुखिया की दुर्घटना में मौत पर 4 लाख और सामान्य मौत पर 2 लाख की सहायता देते हैं। हम गरीब हैं, इसीलिए ये चाहते हैं कि हर गरीब की दुनिया से विदाई सम्मान के साथ हो। इसके लिए हम गरीबों के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये देते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले कांग्रेस के नेता उन्हें कह रहे थे कि वह लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि हम तो नारियल भगवान को चढ़ाते हैं और मेरे लिए तो मेरी जनता ही भगवान है। उसकी सेवा ही भगवान की पूजा है। जनता कहती कि हमारा ये काम कर दो तो हम कर देते हैं। पंडित जी बोलते हैं कि नारियल चढ़ा दो तो चढ़ा देते हैं। इसको लेकर भी कांग्रेस के नेताओं को आपत्ति है।
उन्होंने कहा कि वह अपनी जनता को घुटनों के बल बैठकर प्रणाम किया, तो राघौगढ़ वाले कह रहे हैं कि उन्होंने तो घूटने टेक दिए। कांग्रेस तो अहंकार में चूर होकर जनता को पैरों के नीचे कुचलती रही है, लेकिन हम तो घुटना टेककर, हाथ जोड़कर अपनी जनता की सेवा करते हैं उसकी पूजा करते हैं।
उन्होंने कहा कि 23 मार्च को हमारी सरकार बनी, तब पता चला कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने फसल बीमा की प्रीमियम के 2200 सौ करोड़ रुपए ही नहीं जमा किए। हमने प्रीमियम भरी, जिसके बाद किसानों को 3100 करोड़ की राशि मिली है।
श्री चौहान ने कहा कि हमने वर्ष 2019 के रबी और खरीफ सीजन के बीमे के 4688 करोड रुपए 22 लाख किसानों के खाते में डलवाए। कांग्रेस सरकार ने 0 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज की योजना बंद कर दी थी, हमने 800 करोड़ रुपए उसके भरे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 5340 करोड़ रुपए किसानों के खाते में डलवाए। इससे भी संतोष नहीं हुआ तो हमने 4000 रुपए प्रदेश सरकार की ओर से किसान सम्मान निधि में देने का निर्णय लिया और 3564 करोड रुपए किसानों के खाते में डालेंगे।
मंडल सम्मेलनों में गुना सांसद के पी यादव, जिलाध्यक्ष गजेंद्र सिकरवार, संयोजक ओएन शर्मा, हरीश यादव, पूर्व विधायक ममता मीना, राजेंद्र सलूजा, राधेश्याम धाकड़, हेमराज, मनु सिंह, हरिचरण नागर, हेमराज किरार, अतुल रघुवंशी, संतोष धाकड़ सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।