भोपाल, 07 मई । लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश में किसानों की कर्जमाफी को लेकर चल रहे आरोप प्रत्यारोपों के बीच सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के नेतृत्व में आज यहां एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास पर पहुंचकर किसानों की कर्जमाफी संबंधी दस्तावेज और 21 लाख किसानों के नाम श्री चौहान को सौंपे।
श्री पचौरी के साथ ही राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा, प्रदेश कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा और प्रदेश संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर के अलावा नरेंद्र सलूजा, राजीव सिंह, जे पी धनोपिया और अन्य नेता भी श्री चौहान के निवास पर पहुंचे और उन्हें किसानों की सूची सौंपी। कांग्रेस नेता किसानों की संपूर्ण जानकारी से जुड़े दस्तावेज कई वाहनों में भर कर लाए थे।
श्री चौहान को जानकारी उपलब्ध कराने के बाद श्री पचौरी ने संवाददाताओं से कहा कि कर्जमाफी योजना के तहत अब तब जो कार्यवाही की गई है, उसका विवरण दस्तावेजों के साथ श्री चौहान को सौंपा गया है। उनसे आग्रह किया गया है कि अब वे इस विषय को लेकर किसानों को गुमराह ना करें।
उन्होंने आरोप लगाया कि श्री चौहान और समूची भारतीय जनता पार्टी कर्जमाफी को लेकर भ्रम फैला रही है। कर्जमाफी से जुड़ी पूरी जानकारी किसान कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। श्री पचौरी ने कहा कि अब तक लगभग 21 लाख किसानों के कर्जमाफ हुए हैं। आचार संहिता हटने के बाद द्वितीय चरण में शेष किसानों के कर्ज भी माफ किए जाएंगे।
पंद्रह वर्षों के भाजपा के शासन के बाद कांग्रेस ने दिसंबर 2018 में अपनी सरकार बनायी थी। इसके पहले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में कहा था कि राज्य में कांग्र्रेस की सरकार बनने पर दो लाख रूपयों तक के किसानों के कर्ज माफ किए जाएंगे। कांग्रेस की सरकार बनने के लगभग तीन माह बाद लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो गयी है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेताओं का दावा है कि राज्य में लगभग 21 लाख किसानों के कर्ज माफ हो गए हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता अपनी चुनावी सभाओं में आरोप लगा रहे हैं कि किसानों के कर्ज माफ नहीं हुए हैं। राज्य की कांग्रेस सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है।
इन्ही आरोप प्रत्यारोपों के बीच कांग्रेस ने कल घोषणा की थी कि उसका एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान के निवास पर पहुंचकर कर्जमाफ वाले किसानों की सूची उन्हें सौंपेगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, कमलनाध किसे धोखे में रख रहे हैं:
मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा आज पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश में कर्जमाफी का लाभ पा चुके किसानों संबंधी विवरण सौंपे जाने के बाद श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसे धोखे में रख रहे हैं और वे उन्हें संतुष्ट करने के बजाए किसानों को संतुष्ट करें।
प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के नेतृत्व में श्री चौहान के घर पहुंचा और उन्हें कर्जमाफी का लाभ पा चुके 21 लाख किसानों की सूची दस्तावेजों के साथ सौंपने का दावा किया। श्री चौहान अपने निवास पर पत्रकारों के समक्ष इसी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसानों पर 48 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। ये माफ तब होगा, जब बैंकों को सरकार के खजाने से राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार की ओर से पांच हजार करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया गया है। बैंकों को 1300 करोड़ रुपए दिए गए हैं। ऐसे में कर्ज कैसे माफ होगा। मुख्यमंत्री किसे धोखे में रख रहे हैं।
श्री चौहान ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होते ही लाखों किसानों को मोबाइल फोन मैसेज पर आचार संहिता का हवाला देते हुए कर्जमाफी की प्रक्रिया रुकने की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आचार संहिता में प्रावधान है कि अगर कोई योजना जारी है और उसमें हितग्राहियों को चिह्नित कर लिया गया है तो उसमें लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब आचार संहिता में प्रधानमंत्री की कृषि संबंधित योजना का लाभ मिल सकता है तो प्रदेश सरकार की योजना में क्यों नहीं।
उन्होंने कर्जमाफी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किसानों को धोखा देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की जानकारियां देकर मुख्यमंत्री उन्हें संतुष्ट करने के बजाए किसानों को संतुष्ट करें। श्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्री गांधी ने कांग्रेस की सरकार बनने पर दस दिनों के अंदर कर्ज माफ करने की घोषणा की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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