डिंडोरी (मध्य प्रदेश), 31 जुलाई । मध्य प्रदेश पुलिस ने बुधवार को जिले के एक कांग्रेस नेता के खिलाफ विधानसभा चुनाव टिकट दिलाने के बहाने 3.83 लाख रुपए की धोखाखड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
हालांकि, आरोपी कांग्रेस नेता इरफान मलिन ने कहा कि यह मामला उनकी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं द्वारा रची कई साजिश के तहत दर्ज किया गया है।
कोतवाली थाना प्रभारी वर्षा पटेल ने बताया कि आदिवासी व्यक्ति अजित धुर्वे की शिकायत पर इरफान मलिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मलिक के खिलाफ भादवि की धारा 420 और एससी-एसटी उत्पीड़न निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
धुर्वे ने आरोप लगाया कि मलिक ने उन्हें जिले की शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट दिलाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा, “मैंने मलिक को कई किश्तों में पैसे दिए। नवंबर 2018 के विधानसभा चुनावों से पहले मैंने मलिक को विभिन्न किश्तों में 3.83 लाख रुपए का भुगतान किया।
उसने कहा कि टिकट हासिल कर पाने में विफल रहने के बाद जब उन्होंने मलिक से धन वापस करने की मांग की तो मलिक ने उनके साथ दुर्व्यवहार कर मारपीट की। उन्होंने बताया कि मलिक ने उसे केवल 18,000 रुपए वापस किए।
दूसरी ओर, मलिक ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा दबाव डालने के कारण उनके खिलाफ यह मामला बिना किसी जांच के दर्ज किया गया है। मलिक ने कहा, “यह मेरे करियर को खत्म करने का एक प्रयास है। मैं किसी को पार्टी का टिकट देने या वादा करने के लिए अधिकृत नहीं हूं। मेरी अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता इस साजिश के पीछे हैं, ताकि वे मेरी छवि धूमिल कर सकें।”
उन्होंने दावा किया कि धुर्वे एक सरकारी कर्मचारी हैं जिसने हाल ही में लोकसभा चुनाव एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था।attacknews.in