भोपाल, 19 अक्टूबर । मध्यप्रदेश की कैबिनेट मंत्री एवं दलित वर्ग से आने वालीं श्रीमती इमरतीदेवी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा की गयी अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी के परिप्रेक्ष्य में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
श्री चौहान ने यहां मिंटो हाल परिसर में दो घंटे के मौन उपवास के बाद श्रीमती गांधी को लिखा पत्र मीडिया को जारी किया, जिसमें कहा गया है कि दलित मंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को सभी पदों से हटाकर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। पत्र में यह भी कहा गया है कि इस प्रकरण में यदि श्रीमती गांधी ने मौन साध लिया तो वे यह मानने के लिए बाध्य होंगे कि श्री कमलनाथ की दलित मंत्री के प्रति की गयी टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष की पूर्ण सहमति है।
श्री चाैहान ने लिखा है कि एक दलित महिला मंत्री के प्रति अभद्र और अशोभनीय टिप्पणी करने और उसे जायज ठहराने का बेशर्मी भरा कृत्य करने वाले श्री कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल सभी पदों से हटाया जाए। उनकी कड़ी निंदा की जाए, ताकि महिलाओं का अपमान करने वाले आपकी पार्टी के नेताओं को सबक मिल सके।
श्री चौहान ने पत्र की शुरूआत में लिखा है कि वे बड़े ही व्यथित मन से यह पत्र लिख रहे हैं। उन्होंने मंत्री के प्रति टिप्पणी को बेहद अशोभनीय और अमर्यादित बताते हुए कहा कि वे इसका जिक्र तक पत्र में करना उचित नहीं समझते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री कमलनाथ ने विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के दौरान श्रीमती इमरतीदेवी के खिलाफ अभद्र और अशोभनीय टिप्पणी ठहाके लगाते हुए की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष स्वयं एक महिला हैं, इस नाते उन्हें उम्मीद थी कि वे स्वयं ही इस मामले में संज्ञान लेते हुए मामले की निंदा करेंगी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। जबकि इस संबंध में खबर कल से ही सभी समाचार माध्यमों में आ रही है।
श्री चौहान ने कहा कि इस मामले में मंत्री श्रीमती इमरतीदेवी ने मीडिया के समक्ष रोते हुए अपनी व्यथा का इजहार किया है, जिसे देखकर किसी का भी दिल पसीज सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव तो आते जाते रहते हैं, लेकिन किसी दलित महिला का इस तरह अपमान संपूर्ण राजनीति को कलंकित करता है।
श्रीमती इमरती देवी ग्वालियर जिले के डबरा विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी हैं। श्री कमलनाथ ने कल डबरा क्षेत्र में चुनावी सभा के दौरान श्रीमती इमरती देवी को लेकर अशोभनीय टिप्पणी की है। इस संबंध में वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गए हैं।
दूसरी ओर श्रीमती इमरतीदेवी के भी मीडिया के सामने के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें वे श्री कमलनाथ को लेकर काफी कुछ कहते हुए नजर आ रही हैं। उन्हाेंने कहा कि श्री कमलनाथ मुख्यमंत्री पद जाने के बाद से सामान्य नहीं है। वे पश्चिम बंगाल के निवासी हैं और जिस प्रकार के उनके संस्कार हैं, वे मध्यप्रदेश के नहीं हैं।
भाजपा उम्मीदवार पर टिप्पणी को लेकर मायावती ने जतायी नाराजगी
नयी दिल्लीसे खबर है कि ,मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के राज्य की डबरा विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी.(भाजपा) उम्मीदवार इमरती देवी को लेकर विवादित बयान ‘आइटम-जलेबी’ कहने पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे महिला विरोधी और अति शर्मनाक है बताया और कहा कि कांग्रेस आलाकमान को इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।
सुश्री मायावती ने आज ट्वीट कर लिखा, “मध्यप्रदेश में ग्वालियर की डाबरा रिजर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ रही दलित महिला के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सीएम द्वारा की गई घोर महिला-विरोधी अभद्र टिप्पणी अति-शर्मनाक और अति-निन्दनीय। इसका संज्ञान लेकर कांग्रेस आलाकमान को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।”
उन्होंने आगे लिखा, “ साथ ही, कांग्रेस पार्टी को इसका सबक सिखाने तथा आगे महिला अपमान करने से रोकने आदि के लिए भी खासकर दलित समाज के लोगों से अपील है कि वे एम.पी. में विधानसभा की सभी 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में अपना वोट एकतरफा तौर पर केवल बी.एस.पी. उम्मीदवारों को ही दें तो यह बेहतर होगा। ”
श्री कमलनाथ ने रविवार को ग्वालियर जिले के डबरा दौरे में एक जनसभा को संबोधित करते हुए इमरती देवी को लेकर यह बयान दिया। भाजपा की प्रत्याशी इमरती देवी पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा ,” आप तो उसे मुझसे ज्यादा पहचानते हैं, आपको मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। ये क्या आइटम है। इतना कहकर कमलनाथ मुस्कुराए , तो जनता ने भी तालियां बजाते हुए ठहाके लगाने शुरू कर दिए। कमलनाथ ने इमरती देवी को जलेबी भी कहा था।”