Home / राजनीति / सत्ता जाने से तिलमिलाये कमलनाध ने पापी कहा तो शिवराज सिंह चौहान ने इसका जवाब कमलनाध की ओर इशारा करते हुए कहा कि,पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है attacknews.in

सत्ता जाने से तिलमिलाये कमलनाध ने पापी कहा तो शिवराज सिंह चौहान ने इसका जवाब कमलनाध की ओर इशारा करते हुए कहा कि,पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है attacknews.in

भोपाल, 12 जून ।मध्यप्रदेश में गत मार्च में कमलनाथ के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार को गिराने की एक तरह से स्वीकारोक्ति करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘‘धर्म कहता है कि पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है।’’

चौहान ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। हमारा धर्म तो यही कहता है। क्यों? बोलो, सियापति रामचंद्र की जय!’

मालूम हो कि मुख्यमंत्री चौहान के आठ जून के कथित भाषण की ऑडियो-वीडियो क्लिप जारी करते हुए प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया था कि तत्कालीन कमलनाथ सरकार भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर गिरायी गयी थी।

चौहान का यह ट्वीट इस आरोप के एक दिन बाद आया। यह ऑडियो-वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गयी है।

चौहान के ट्वीट का जवाब देते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने टिवटर पर लिखा, ‘कुछ लोग खुद को बड़ा धर्म प्रेमी बताते हैं। खूब ढोंग करते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि ये ही लोग सबसे बड़े अधर्मी, पापी हैं। जनता के धर्म यानि जनादेश को नहीं मानते हुए उसका अपमान करने वाले धर्म प्रेमी कैसे?’

कमलनाथ ने आगे लिखा, ‘धोखा, फ़रेब, साज़िश, ख़रीद—फ़रोख़्त, षड्यंत्र, प्रलोभन, ये आचरण तो धर्म कभी नहीं सिखाता? एक समय जिन्हें पापी बताते थे, आज वो ही संगी साथी हैं। कोई नियत-नीति नहीं, नैतिकता नहीं, कोई सिद्धांत नहीं, यह धर्म की राह कैसे?’

कांग्रेस द्वारा 10 जून को जारी ऑडियो-वीडियो क्लिप में चौहान, सिंधिया की सरपरस्ती में तुलसीराम सिलावट समेत कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के पालाबदल से कमलनाथ सरकार के गिरने की ओर इशारा करते हुए कहते सुनायी पड़ रहे हैं, “हम (प्रदेश की) गाड़ी रुकने नहीं देंगे। लेकिन एक सवाल है कि केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि यह सरकार गिरनी चाहिये।”

कांग्रेस के मुताबिक भाजपा नेताओं को संबोधित कर रहे चौहान क्लिप में आगे कहते सुनायी पड़ते हैं, “आप बताओ कि सिंधिया और सिलावट के बिना सरकार गिर सकती थी क्या?…और कोई तरीका ही नहीं था।” इससे कांग्रेस को मध्यप्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले आगामी उपचुनाव में एक मुद्दा मिल गया है। इन उपचुनाव की तिथि अब तक घोषित नहीं हुई है।

हालांकि, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चौहान ने अपने इस ट्वीट से यह बताने की कोशिश की है कि वह अपने इस ऑडियो-वीडियो क्लिप के लीक होने से बेफिक्र हैं।

पहले दिन से कह रहा था कि जानबूझकर कांग्रेस सरकार को गिराया गया है: कमलनाथ

10 जून को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक कथित आडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह तो पहले दिन से ही कह रहे थे कि भाजपा ने कांग्रेस की बहुमत और जनादेश प्राप्त सरकार को जानबूझ कर गिराया है।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा था कि वह तो शुरू दिन से ही कह रहे थे कि भाजपा ने उनकी बहुमत व जनादेश प्राप्त सरकार को जानबूझकर साज़िश-षड्यंत्र और प्रलोभन का खेल रच गिराया है। क्योंकि उनकी सरकार किसानो का क़र्ज़ माफ़ कर रही थी, युवाओं को रोज़गार दे रही थी, महिलाओं को सुरक्षा देकर उनके सम्मान की रक्षा कर रही थी, मिलावट और माफ़ियाओ के ख़िलाफ़ अभियान चला रही थी।

वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया, ‘हम चुपचाप नहीं बैठेंगे। हम समूचे प्रदेश में इसके खिलाफ प्रदर्शन करके लोगों को बताएंगे कि भाजपा ने षड्यंत्र करके हमारी सरकार को गिराया था।’

जब उनसे इस क्लिप की प्रामाणिकता पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘यदि यह नकली होती या इसमें छेड़छाड़ की होती तो अब तक चौहान ने इसकी जांच के आदेश दे दिए होते। भाजपा के नेताओं ने ही इस क्लिप को लीक किया है।’

गुप्ता ने बताया कि आठ जून को चौहान इंदौर के दौरे पर आये थे। इस दौरान उन्होंने जिले की सांवेर विधानसभा सीट के आगामी उपचुनाव को लेकर शहर की रेसीडेंसी कोठी में भाजपा नेताओं को संबोधित किया था। गुप्ता का दावा है कि मुख्यमंत्री का विवादास्पद ऑडियो-वीडियो क्लिप उनके इसी भाषण का हिस्सा है।

उधर, मध्यप्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने इस मामले में कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “इस क्लिप के साथ छेड़छाड़ की गई है। कांग्रेस को आभास हो गया है कि वह उपचुनाव में हार जाएगी, इसलिए ऐसे मुद्दे उठाकर आये दिन बेवजह के विवाद खड़े करती रहती है।”

गौरतलब है कि कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण तत्कालीन कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गयी थी। इस कारण कमलनाथ को 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा 23 मार्च को सूबे की सत्ता में लौट आयी थी।

कोरोना संकट के बीच ‘वर्चुअल रैली’ आयोजित करना निंदनीय: कमलनाथ

कमलनाथ ने ‘वर्चुअल रैली’ लेकर केन्द्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर आरोप लगाते हुए आज कहा कि भाजपा द्वारा कोरोना संकट के बीच इस तरह की रैली आयोजित कर अपनी उपलब्धियां गिनाना निंदनीय है।

श्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि एक तरफ़ भारत में कोरोना संक्रमण के आँकड़े निरंतर बढ़ते जा रहे है। विश्व में सबसे तेज़ी से बढ़ते आँकड़ो को लेकर भारत शीर्ष पर पहुँच रहा है। देश में अभी तक 2.5 लाख से ज़्यादा लोग संकमण का शिकार हो गये हैं। 7 हज़ार से अधिक लोगो की दुखद मौत हो चुकी है। वहीं, प्रदेश में 10 हज़ार के क़रीब लोग संक्रमित है तथा 420 लोगों की दुखद मौत हो चुकी है।

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज attacknews.in

लोकसभा चुनाव के पहले ही बिखर गया विपक्ष;राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनाव से विपक्ष में उभरा मतभेद, कांग्रेस-टीएमसी में घमासान तेज

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा attacknews.in

राहुल गांधी ने अरुणाचल से एक लड़के के लापता होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बुज़दिल कहा

महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी मामले में अब ठाणे पुलिस ने कालीचरण महाराज को किया गिरफ्तार attacknews.in

ठाणे (महाराष्ट्र), 20 जनवरी । महाराष्ट्र के ठाणे शहर की पुलिस ने महात्मा गांधी के …

Video:छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए हिंदू धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल attacknews.in

छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियो द्वारा ही मुस्लिम वोटरों को पक्का करने के लिए धर्म सभा का आयोजन करके कालीचरण महाराज को षड्यंत्र से फंसा दिया;राहुल गांधी भी इसमें शामिल

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे attacknews.in

वाह रे लोकतंत्र! बिहार में मरने वाले उम्मीदवार ने जीता पंचायत चुनाव;अधिकारियों को तब पता चला जब वे जीतने का प्रमाणपत्र सौंपने के लिए आवाज लगाते रहे